Badlapur School Case: 'नाबालिग लड़कियों के साथ कई बार हुआ यौन शोषण, फट गई थी हाइमन', जांच रिपोर्ट में हुआ खुलासा

Badlapur School Case: महाराष्ट्र के ठाणे के बदलापुर में एक स्कूल में 2 बच्चियों से यौन शोषण मामले को लेकर चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। राज्य सरकार द्वारा बनाई गई 2 सदस्यीय समिति की प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों बच्चियों के साथ बीते 15 दिनों में कई बार यौन दुर्व्यव्हार किया गया था।

Update: 2024-08-23 13:26 GMT

Badlapur School Case: महाराष्ट्र के ठाणे के बदलापुर में एक स्कूल में 2 बच्चियों से यौन शोषण मामले को लेकर चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। राज्य सरकार द्वारा बनाई गई 2 सदस्यीय समिति की प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों बच्चियों के साथ बीते 15 दिनों में कई बार यौन दुर्व्यव्हार किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, दोनों बच्चियों का हायमन फट गया था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उनके साथ गंभीर अपराध हुआ है।

इंडिया टुडे के मुताबिक, रिपोर्ट में स्कूल प्रशासन की प्रतिक्रिया में गंभीर कमियों की ओर इशारा किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि स्कूल ने घटना की सूचना देने में देरी की, जबकि प्रिंसिपल ने 14 अगस्त को ही इस संबंध में ट्रस्टी को सूचित कर दिया था। शिकायत के बाद भी स्कूल प्रशासन ने अभिभावकों से मुलाकात नहीं की। इसके अलावा बच्चियों को चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने में भी 12 घंटे का समय लगा।

रिपोर्ट में कहा गया है कि आरोपी अक्षय शिंदे ने एक अगस्त को स्कूल में बतौर संविदा कर्मचारी काम करना शुरू किया था। इससे पहले उसकी पृष्ठभूमि वगैरह की जांच नहीं की गई। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि आरोपी की महिला शौचालयों सहित स्कूल के सभी क्षेत्रों में बेरोकटोक पहुंच थी और उसके पास पहचान पत्र भी नहीं था। स्कूल की टॉयलेट भी स्टाफ रूम से दूर है, जहां कैमरे भी नहीं है।

बच्ची के परिजनों ने पुलिस पर FIR दर्ज करने में देरी का आरोप लगाया है। BBC से बात करते हुए एक परिजन ने कहा, "पुलिस ने शिकायत दर्ज करने में अहम समय बर्बाद किया। उन्होंने पीड़ित बच्ची, उसकी मां और उसके दादा को पुलिस स्टेशन के बाहर 12 घंटे तक इंतजार कराया। हम सुबह 11:30 बजे पुलिस स्टेशन पहुंच गए थे और देर रात तक थे। हम स्कूल भी गए, लेकिन हमें किसी ने गंभीरता से नहीं लिया।"

मामले में विपक्षी पार्टियों ने कल (24 अगस्त) को महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया था। हालांकि, अब इसे वापस ले लिया गया है। उद्धव ठाकरे ने कहा था कि बंद इसलिए बुलाया गया है ताकि सरकार महिला सुरक्षा के मुद्दे पर गंभीर हो। हालांकि, बॉम्बे हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को बंद बुलाने वालों पर सख्ती बरतने को कहा। कोर्ट ने कहा कि किसी भी पार्टी को बंद बुलाने का अधिकार नहीं है।

मामले में अब तक क्या हुआ?

मामला सामने आने के बाद लापरवाही बरतने के आरोप में 3 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जा चुका है। वरिष्ठ अधिकारी आरती सिंह की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है। आरोपी अक्षय शिंदे को 26 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। प्रदर्शन के दौरान हिंसा के मामले में पुलिस ने 300 लोगों पर FIR दर्ज कर 72 लोगों को गिरफ्तार किया है।

क्या है मामला?

बदलापुर के आदर्श स्कूल में 12 और 13 अगस्त को 23 साल के सफाईकर्मी अक्षय शिंदे ने 3 और 4 साल की 2 बच्चियों का यौन शोषण किया था। जब दोनों बच्चियां स्कूल जाने से डरने लगीं तो माता-पिता ने उनसे बात की, जिसमें सच्चाई सामने आई। इसके बाद बच्चियों की जांच करवाई गई, जिसमें यौन शोषण की पुष्टि हुई। भारी विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस ने 16 अगस्त को मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया था।

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