बड़ी खबर: दिल्ली और बॉम्बे हाई कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी, मचा हड़कंप..सर्चिंग ऑपरेशन जारी

दिल्ली हाई कोर्ट को शुक्रवार को एक ईमेल के जरिए बम धमकी मिली। इस खबर के बाद चारो ओर हड़कंप का माहौल बना हुआ है...

Update: 2025-09-12 08:14 GMT

(NPG file photo)

नई दिल्ली। दिल्ली और बॉम्बे हाई कोर्ट को एक साथ बम से उड़ाने की धमकी मिलने से पूरे देश में हड़कंप मच गया है। शुक्रवार सुबह दिल्ली हाई कोर्ट के महापंजीयक को एक ईमेल मिला, जिसमें दोपहर 2 बजे तक कोर्ट में बम धमाका होने की चेतावनी दी गई थी। इस धमकी के तुरंत बाद ही बॉम्बे हाई कोर्ट को भी इसी तरह का ईमेल भेजा गया, जिसके बाद दोनों कोर्ट परिसरों को तुरंत खाली करा दिया गया। सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई हैं।

सूत्रों से मिली जानकारीके अनुसार, यह धमकी भरा ईमेल सुबह 10:41 बजे दिल्ली हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल अरुण भारद्वाज को मिला। ईमेल में साफ-साफ लिखा था कि यह 'पवित्र शुक्रवार' पाकिस्तान और तमिलनाडु की मिलीभगत से किए गए धमाकों के लिए है। ईमेल मिलते ही जज अपनी अदालतों से उठ गए और तुरंत सभी मामलों को नई तारीखें दी गईं। इसके बाद बॉम्बे हाई कोर्ट को भी इसी तरह का ईमेल मिला, जिससे सुरक्षा एजेंसियों की चिंता और बढ़ गई है।

सुरक्षा कड़ी, जांच जारी

धमकी मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कोर्ट परिसर को खाली कराया और बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचा। बॉम्बे हाई कोर्ट में भी सुरक्षा के मद्देनजर पूरे इलाके को सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है। दोनों कोर्ट परिसरों में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। फिलहाल, पुलिस और साइबर सेल की टीम यह पता लगाने में जुटी है कि यह ईमेल कहां से भेजा गया है और इसके पीछे कौन लोग हैं।

ईमेल में चौंकाने वाले दावे

धमकी भरे ईमेल में कई चौंकाने वाली बातें लिखी गई हैं। इसमें दावा किया गया है कि एक व्यक्ति ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) से संपर्क करके 1998 के पटना धमाकों जैसी साजिश रची है। ईमेल में राजनीतिक नेताओं और आरएसएस (RSS) को लेकर भी आपत्तिजनक बातें लिखी गई हैं। इसमें एक मोबाइल नंबर और एक व्यक्ति 'सत्यभामा सेंगोट्टायन' का नाम भी दिया गया है।

ईमेल में राजनीतिक दलों पर वंशवादी राजनीति और भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया गया है। इसमें लिखा है कि, धर्मनिरपेक्ष पार्टियां बीजेपी-आरएसएस से लड़ने के लिए पारिवारिक राजनीति पर निर्भर हैं। ईमेल में डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन के बेटे इनबानिधि उदयनिधि पर तेजाब से हमले की धमकी भी दी गई है। इसके साथ ही, डीएमके की कमान डॉ. एझिलन नागनाथन को सौंपने का प्रस्ताव भी रखा गया है।

पुलिस का कहना है कि, वे इन दोनों धमकियों के बीच किसी भी संभावित कनेक्शन की जांच कर रहे हैं। फिलहाल, यह साफ नहीं है कि यह किसी शरारती तत्व की हरकत है या इसके पीछे कोई गहरी साजिश है। लेकिन, इस घटना ने देश की न्यायपालिका की सुरक्षा को लेकर एक गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है।

वकीलों और जजों में बेचैनी

धमकी के बाद कोर्ट में मौजूद वकीलों और स्टाफ में बेचैनी फैल गई। कई जजों के स्टाफ ने बताया कि आज जज नहीं बैठेंगे और सभी मामलों की सुनवाई टाल दी गई है। यह पहली बार नहीं है जब दिल्ली हाई कोर्ट को इस तरह की धमकी मिली है। लेकिन, इस बार बॉम्बे हाई कोर्ट को भी एक साथ धमकी मिलने से यह मामला और भी गंभीर हो गया है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अब इस मामले की जड़ तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैं। इस खबर पर लगातार अपडेट जारी है। 

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