MP Weather Update:प्रदेश में बारिश का कहर! कई जिलों में भारी बारिश से हाहाकार, जारी किया गया अलर्ट

MP Weather Update: मध्य प्रदेश में मानसून एक बार फिर पूरी ताकत के साथ लौट आया है. बंगाल की खाड़ी में बने लो-प्रेशर सिस्टम और साइक्लोनिक सर्कुलेशन के चलते प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश का कहर टूट पड़ा है. मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले 48 घंटों में हालात और बिगड़ सकते हैं.

Update: 2025-08-20 04:51 GMT

 MP Weather Update: मध्य प्रदेश में मानसून एक बार फिर पूरी ताकत के साथ लौट आया है. बंगाल की खाड़ी में बने लो-प्रेशर सिस्टम और साइक्लोनिक सर्कुलेशन के चलते प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश का कहर टूट पड़ा है. मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले 48 घंटों में हालात और बिगड़ सकते हैं.

इस समय बुरहानपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा जैसे जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है. इन क्षेत्रों में करीब साढ़े चार इंच तक बारिश हो सकती है. इसके साथ ही आंधी, बिजली गिरने और 40-50 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की चेतावनी भी जारी की गई है.

भोपाल और इंदौर भी निशाने पर

इंदौर में बीते दिन करीब ढाई इंच बारिश रिकॉर्ड की गई, जिससे कई इलाकों में पानी भर गया. यातायात प्रभावित हुआ और सड़कों पर लंबा जाम देखने को मिला. भोपाल में भी रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी है और मौसम विभाग ने 21 अगस्त से यहां एक्सट्रीम हेवी रेनफॉल का अलर्ट जारी किया है.

कहां-कहां जारी हुआ अलर्ट

बुरहानपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा के अलावा भोपाल, इंदौर, जबलपुर, नर्मदापुरम, खरगोन, खंडवा, हरदा, बड़वानी और सिवनी में भी भारी बारिश की आशंका है. इन इलाकों में जिला प्रशासन को सतर्क किया गया है और राहत टीमें अलर्ट मोड पर हैं.

22 अगस्त तक एक्टिव रहेगा सिस्टम

मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक यह सिस्टम फिलहाल कमजोर पड़ने के मूड में नहीं है. बंगाल की खाड़ी में बना दबाव क्षेत्र और उससे जुड़ा ट्रफ लाइन, 22 अगस्त तक सक्रिय रहेगा. इससे प्रदेश के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति भी बन सकती है.

बारिश ने तोड़े रिकॉर्ड

राज्य में अब तक औसतन 31% ज्यादा बारिश दर्ज की जा चुकी है. पश्चिमी मध्य प्रदेश में यह आंकड़ा 25% और पूर्वी हिस्से में 37% तक पहुंच गया है. लगातार हो रही बारिश से फसलों को फायदा हो रहा है, लेकिन शहरी क्षेत्र जलजमाव और ट्रैफिक जाम से परेशान हैं. खतरे को देखते हुए प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है. विशेष रूप से नदी-नालों के किनारे बसे इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं. आमजन से कहा गया है कि खराब मौसम में बाहर निकलने से बचें और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन से तुरंत संपर्क करें.

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