MP में अब होगी आफत की बारिश: इन 19 जिलों में जारी हुआ रेड अलर्ट, देखें आज का मौसम अपडेट

मध्य प्रदेश में मानसून ने विकराल रूप ले लिया है, जिससे कई शहरों और जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए प्रदेश के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

Update: 2025-09-06 06:25 GMT

Now there will be catastrophic rain in MP: Red alert issued in these 19 districts, see today's weather update

भोपाल। मध्य प्रदेश में मानसून ने विकराल रूप ले लिया है, जिससे कई शहरों और जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए प्रदेश के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश (Heavy to Very Heavy Rain) का अलर्ट जारी किया है।

इन जिलों में होगी आफत की बारिश

बता दें कि, इंदौर, उज्जैन, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर जैसे बड़े शहरों के साथ-साथ झाबुआ, धार, शाजापुर, राजगढ़, गुना, मंदसौर, नीमच, रतलाम, आगर-मालवा और श्योपुर जिलों में खास तौर पर अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, इस समय प्रदेश में तीन-तीन मौसम प्रणालियां (weather systems) एक साथ सक्रिय हैं, जिसकी वजह से लगातार बारिश हो रही है और अगले दो दिनों तक यही स्थिति बनी रहेगी।

स्कूल बंद, जनजीवन अस्त-व्यस्त

इसके आलावा लगातार बारिश के कारण इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और धार जैसे जिलों में स्कूलों और आंगनवाड़ियों को बंद रखने का आदेश दिया गया है। मालवा-निमाड़ और चंबल अंचल में बारिश से सबसे ज्यादा असर पड़ा है। उज्जैन में शिप्रा नदी और श्योपुर में कूनो नदी उफान पर है, जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया है। कई जगहों पर नदियां और नाले उफान पर हैं। राजगढ़ में कालीसिंध नदी और उज्जैन में बागेड़ी नदी में कार बहने की घटनाएं सामने आई हैं, हालांकि कुछ जगहों पर लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया।

फसलों को भारी नुकसान

इस बेमौसम बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। सोयाबीन, उड़द, तिल और बाजरा जैसी खरीफ फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। खेतों में पानी भर जाने से फसलें सड़ने लगी हैं, जिससे पैदावार में भारी कमी आने की आशंका है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि धान को छोड़कर बाकी सभी फसलें प्रभावित हुई हैं।

नदी-बांधों का जलस्तर बढ़ा

बारिश के कारण नर्मदा, चंबल, क्वारी और सिंध जैसी नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। नर्मदा नदी पर बने ओंकारेश्वर और इंदिरा सागर बांध के गेट खोल दिए गए हैं, जिससे नदी के तटीय इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है। भोपाल का बड़ा तालाब भी खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है और अनुमान है कि जल्द ही भदभदा डैम के गेट खोले जा सकते हैं। बारिश से प्रभावित इलाकों में प्रशासन लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है। लोगों से अपील की गई है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और नदियों-नालों के पास जाने से बचें।

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