MP में 25 लाख का तालाब चोरी: रातों रात गायब हुआ 'अमृत सरोवर', ग्रामीणों ने ढोल बजाकर रखा इतना इनाम

मध्य प्रदेश के रीवा जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां चोरों ने किसी घर या दुकान में नहीं, बल्कि पूरे तालाब पर हाथ साफ कर दिया है।

Update: 2025-09-03 13:48 GMT

भोपाल। मध्य प्रदेश के रीवा जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां चोरों ने किसी घर या दुकान में नहीं, बल्कि पूरे तालाब पर हाथ साफ कर दिया है। जी हां, आपने बिल्कुल सही पढ़ा है, 25 लाख रुपए की लागत से बना एक तालाब रातों रात गायब हो गया है। इस अनोखी चोरी का खुलासा तब हुआ, जब ग्रामीणों ने आरटीआई (RTI) के जरिए जानकारी मांगी।

यह मामला रीवा के चाकघाट इलाके का है, जहां 'अमृत सरोवर' योजना के तहत लगभग 25 लाख रुपए खर्च करके एक तालाब बनाया जाना था। कागजों में तो यह तालाब 9 अगस्त 2023 को बनकर तैयार हो गया था, लेकिन असलियत में वहां पर सिर्फ खाली जमीन थी। जब गांव वालों ने तालाब की तलाश शुरू की तो वो कहीं नहीं मिला। वे परेशान होकर प्रशासन और पुलिस के पास गए, लेकिन कहीं से कोई मदद नहीं मिली।

आखिरकार, थक-हारकर गांव वालों ने एक अनोखा तरीका अपनाया। उन्होंने ढोल बजाकर पूरे गांव में यह ऐलान करवा दिया कि जो भी इस गायब हुए तालाब को ढूंढेगा, उसे उचित इनाम दिया जाएगा।

आरटीआई से हुआ पर्दाफाश

जब ग्रामीणों ने आरटीआई लगाई, तब जाकर इस पूरे घोटाले का पर्दाफाश हुआ। आरटीआई से पता चला कि कागजों में तालाब पूर्वा मनीराम के ग्राम कठौली में जमीन नंबर 117 पर बना हुआ है, लेकिन मौके पर कोई तालाब था ही नहीं।

इस मामले में गांव के सरपंच पर आरोप लगे हैं। आरोप है कि, सरपंच ने एक नाले पर बांध बनाकर पानी अपनी निजी जमीन (रकवा नंबर 122) में इकट्ठा किया और उसे तालाब का रूप दिखाकर सरकारी खजाने से 24.94 लाख रुपए हड़प लिए। शिकायत के बाद, जिला पंचायत रीवा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने सरपंच से यह पूरी रकम वसूलने का आदेश दिया है।

फिलहाल, जिला कलेक्टर ने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। पुलिस का कहना है कि, यह चोरी का नहीं बल्कि अनियमितता का मामला है और वे इसकी जांच कर रहे हैं। लेकिन सवाल यह है कि 25 लाख रुपए का तालाब आखिर कहां गया, जिसका पता लगाने के लिए अब ग्रामीणों को खुद ढोल पीटकर इनाम की घोषणा करनी पड़ रही है।

Tags:    

Similar News