महाकाल मंदिर में विवाद: संतों के बीच दिनदहाड़े चले लात-घूंसे; कलेक्टर ने माहौल कराया शांत, जानें पूरा मामला?
Mahakal Temple
भोपाल/उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकाल मंदिर में आज एक अलग ही खौफनाक नज़ारा देखने को मिला। यहाँ मंदिर के पुजारी और एक संत के बीच जमकर बवाल हो गया। जिसके बाद इन दोनों को शांत कराने की बहुत कोशिश की गई, लेकिन वे तब भी नहीं माने। जिसके बाद यह मामला जिला कलेक्टर के पास पहुँच गया।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, मंदिर के महेश पुजारी गर्भगृह में मौजूद थे। तभी नाथ संप्रदाय के उज्जैन के ऋणमुक्तेश्वर मंदिर के महंत योगी महावीर नाथ गोरखपुर के संतों के साथ गर्भगृह में पहुंचे। इस दौरान मंदिर के महेश पुजारी ने पगड़ी उतारने को कहा, जिससे नाराज होकर संत ने उन्हें कुछ बातें कह दीं और दोनों के बीच तीखी बहस हो गई।
मामला इतना बढ़ गया कि दोनों गाली-गलौच पर उतर आए। जिसके बाद गर्भगृह से शुरू हुआ विवाद नंदीहॉल तक आ पहुँचा। यहाँ भी दोनों के बीच जमकर बहस हुई और बात झूमाझटकी तक आ पहुँची। मंदिर के कर्मचारियों ने दोनों पक्षों को शांत करवाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वे तब भी नहीं माने।
जिसके बाद इस घटना पर कई साधु-संतों ने नाराजगी जताई और मंदिर प्रशासन से संबंधित पुजारी पर कार्रवाई की मांग की है। स्थानीय अखाड़ा परिषद के बैनर तले साधु संत पहले मंदिर के प्रशासक के पास पहुँचे और अपना पक्ष रखा। इसके बाद वे कलेक्टर के पास पहुँचे और यहाँ भी अपना पक्ष रखने के साथ ही उक्त पुजारी को मंदिर से निष्कासित करने की मांग की।
मंदिर प्रशासक ने कही ये बात
इधर, इस मामले में मंदिर प्रशासक प्रथम कौशिक का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि, महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने मामले की जानकारी मिलने के बाद जांच शुरू कर दी है। दोनों पक्षों से बातचीत की जा रही है। शीघ्र ही इस विवाद का सार्थक हल निकाला जाएगा।
पुजारी का बयान आया सामने
इसी मामले में मन्दिर के महेश पुजारी ने कहा कि, मंदिर में साधु संतों ने विवाद किया है। महंत योगी महावीर नाथ प्रतिदिन मंदिर आते हैं और विवाद करते हैं। आज भी गर्भगृह में विवाद किया। मुझे गालियां दीं। वे मंदिर की मर्यादा का पालन नहीं करते हैं। पुजारी की बात नहीं मानते हैं। उन्होंने साधु के भेष में मंदिर की शांति भंग की है। मुझे जान से मारने की धमकी दी है। नियमों की अवहेलना करते हुए गर्भगृह में पगड़ी पहन कर आ गए।
संत का भी तोड़ी चुप्पी
वहीं मामले में महंत योगी महावीर नाथ ने कहा कि, वह गोरखपुर से आए साधु संत को लेकर दर्शन करने महाकाल मंदिर पहुंचे थे। गर्भगृह में महेश पुजारी ने अभद्र व्यवहार किया। महाराज की पगड़ी खुलवाई। उन्हें ऐसा आचरण नहीं करना चाहिए था। वह ब्राह्मण के नाम पर धब्बा है। कलेक्टर और मंदिर प्रशासक से चर्चा हुई है उन्हें निष्कासित करने की मांग की है।