Katni Income Tax Raid : कटनी के माइनिंग कारोबारी जगदीश पटेल के घर और होटल पर आईटी का छापा
Katni Income Tax Raid : मध्य प्रदेश के कटनी जिले में आज सुबह आयकर विभाग (Income Tax) ने एक बड़ी और गोपनीय कार्रवाई को अंजाम देते हुए माइनिंग जगत के दिग्गज कारोबारी के ठिकानों पर दबिश दी।
Katni Income Tax Raid : कटनी के माइनिंग कारोबारी जगदीश पटेल के घर और होटल पर आईटी का छापा
Katni Income Tax Raid : कटनी। मध्य प्रदेश के कटनी जिले में आज सुबह आयकर विभाग (Income Tax) ने एक बड़ी और गोपनीय कार्रवाई को अंजाम देते हुए माइनिंग जगत के दिग्गज कारोबारी के ठिकानों पर दबिश दी। जिले के प्रतिष्ठित माइनिंग व्यवसायी जगदीश पटेल के घर और होटल पर आयकर विभाग की टीमों ने एक साथ छापा मारा। इस पूरी कार्रवाई की सबसे दिलचस्प बात यह रही कि अधिकारी अपनी निजी गाड़ियों पर 'स्वच्छता अभियान' का स्टीकर लगाकर पहुंचे थे, ताकि शहर में किसी को भनक न लगे और गोपनीयता बनी रहे।
Katni Income Tax Raid : भाजपा नेता से जुड़ी कड़ियाँ? सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई महज एक इत्तेफाक नहीं है। पिछले दिनों कटनी में ही भाजपा नेता और जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा के ठिकानों पर भी आयकर विभाग ने लंबी जांच की थी। विभागीय जांच के दौरान यह बात सामने आई थी कि जगदीश पटेल और अशोक विश्वकर्मा के बीच व्यापारिक संबंध और माइनिंग के कारोबार में गहरी साझेदारी है। इसी कड़ी को आपस में जोड़ते हुए आयकर विभाग की टीम आज जगदीश पटेल के विश्राम बाबा स्थित निवास और उनके होटल 'तक्षशिला' (संभावित नाम या अन्य प्रतिष्ठान) पर जा पहुंची।
कार्रवाई का अनोखा तरीका जब आयकर विभाग की गाड़ियां सुबह-सुबह जगदीश पटेल के आवास पर रुकीं, तो पड़ोसियों और राहगीरों को लगा कि शायद नगर निगम या स्वच्छता विभाग की कोई टीम रूटीन चेकअप के लिए आई है। गाड़ियों पर बड़े-बड़े अक्षरों में 'स्वच्छता अभियान' लिखा हुआ था। लेकिन जैसे ही गाड़ियों से अधिकारियों की टीम उतरी और सुरक्षाकर्मियों ने मोर्चा संभाला, पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। यह तरीका अधिकारियों ने इसलिए अपनाया ताकि छापेमारी की सूचना लीक न हो और कारोबारी को दस्तावेज छिपाने का मौका न मिले।
दस्तावेजों और लेन-देन की गहन जांच फिलहाल, आयकर विभाग के करीब एक दर्जन से अधिक अधिकारी जगदीश पटेल के घर और व्यापारिक ठिकानों पर मौजूद हैं। जानकारी मिल रही है कि टीम डिजिटल एविडेंस, बैंक लॉकर की जानकारी, बेनामी संपत्तियों के कागजात और माइनिंग से जुड़ी रॉयल्टी की फाइलों को खंगाल रही है। अधिकारी घर के अंदर ही मौजूद हैं और बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई है।
माइनिंग सिंडिकेट पर नजर कटनी जिला माइनिंग हब माना जाता है और यहाँ अक्सर टैक्स चोरी की शिकायतें सामने आती रहती हैं। आयकर विभाग यह जानने की कोशिश कर रहा है कि क्या माइनिंग के खेल में टैक्स की बड़ी हेराफेरी की गई है। अधिकारियों को संदेह है कि पिछले कुछ वर्षों में करोड़ों रुपये का लेन-देन कागजों पर नहीं दिखाया गया है। देर रात तक चलने वाली इस कार्रवाई में बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।
अभी तक आयकर विभाग की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन कटनी के व्यापारिक और राजनीतिक गलियारों में इस छापेमारी ने खलबली मचा दी है।