Coldrif Syrup Case: पति को बचने के लिए डॉ. की पत्नी ने रचा था ये खेल; SIT जांच में बड़ा खुलासा; आरोपी 'ज्योति सोनी' फरार
Coldrif Cough Syrup
CASE
भोपाल। मध्य प्रदेश के बहुचर्चित कोल्ड्रिफ कफ सिरप मामले में आरोपियों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। इस मामले में एसआईटी ने आज एक और बड़ा खुलासा किया है। इस मामले में डॉ. प्रवीण सोनी की पत्नी (ज्योति सोनी) अब आरोपी बनाई गई हैं। उन पर साक्ष्य मिटाने के आरोप लगे हैं, जिसके बाद से वह फरार बताई जा रही हैं, और एसआईटी उनकी तलाश में जुटी हुई है।
जानकारी के अनुसार, एमपी के इस कफ सिरप मामले में कुल सात आरोपी बनाए गए हैं। जिनमें डॉ. प्रवीण सोनी (शिशु रोग विशेषज्ञ), ज्योति सोनी (मेडिकल स्टोर प्रोपराइटर, फरार), सौरभ जैन (फार्मासिस्ट), राजेश सोनी (होलसेलर, न्यू अपना फार्मा संचालक), सतीश वर्मा (श्रीसन फार्मा के एमआर), श्रीसन फार्मा कंपनी के डायरेक्टर और डिस्ट्रीब्यूटर स्तर के अन्य आरोपियों के नाम शामिल हैं, जिनकी इस मामले में जांच जारी है। वहीं, इसी जांच की कड़ी में पुलिस की टीम डॉ. प्रवीण सोनी के संभावित ठिकानों पर दबिश देकर इस मामले की गहनता से जांच में जुटी हुई है।
पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि, ज्योति सोनी डॉ. जैन के क्लीनिक के बगल से एक मेडिकल स्टोर का संचालन करती थीं, जहां से कोल्ड्रिफ कफ सिरप की बिक्री हुई थी। बच्चों की मौत के बाद ज्योति ने अपने पति को बचाने के प्रयास में बची हुई कोल्ड्रिफ की बोतलों को मेडिकल स्टोर में छिपा दिया था। फोरेंसिक जांच में जिन बैचों में जहरीला तत्व पाया गया था, उन्हीं बैचों की बोतलें गायब कर दी गई थीं। ज्योति पर आरोप है कि, उन्होंने मेडिकल स्टोर का रिकॉर्ड खुर्द-बुर्द करने की कोशिश की थी।
ड्रग विभाग की टीम ने इसे 'साक्ष्य से छेड़छाड़' की श्रेणी में रखा और पुलिस को रिपोर्ट सौंपी थी। रिपोर्ट के आधार पर अब ज्योति सोनी और सौरभ जैन दोनों को आईपीसी की धारा 201 (साक्ष्य मिटाना) के तहत आरोपी बनाया गया है। जिसके बाद से अब पुलिस ज्योति सोनी की तलाश में जुटी हुई है।
एमआर से पूछताछ जारी
इधर, मामले में आरोपी श्रीसन फार्मा के एमआर सतीश वर्मा से एसआईटी लगातार पूछताछ कर रही है। वर्मा वही व्यक्ति है, जिसने जहरीले कफ सिरप कोल्ड्रिफ की मार्केटिंग की थी। टीम ने उसे चार दिन के रिमांड पर लिया है और सप्लाई चेन, बैच नंबर और स्टॉक रजिस्टर से जुड़े साक्ष्य जुटा रही है।
गौरतलब है, श्रीसन फार्मास्यूटिकल कंपनी द्वारा निर्मित कोल्ड्रिफ कफ सिरप के पीने से बच्चों को गुर्दे की समस्या हुई, जिससे कुल 24 बच्चों की मौत हो चुकी है। कफ सिरप में इस्तेमाल की गई दवा की जांच को लेकर विसंगति सामने आई थी, क्योंकि प्रदेश में मौजूदा समय में केवल चार ही लैब ऑपरेशन में हैं, जिसे दुर्घटना के लिए एक बड़ा कारण माना गया है। इस मामले में अब तक कुल 6 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं, जबकि ज्योति सोनी फरार हैं।