Coldrif कफ सिरप बना बच्चों का काल! अब तक 21 मासूमों की मौत; दवा निर्माता रंगनाथन गिरफ्तार, फैक्ट्री भी सील
मध्य प्रदेश के कप सिरप से बच्चों के मौत के मामले में आज एक बड़ी कार्रवाई हुई है। बता दें कि, कप सिरप श्रीसन फार्मा के मालिक रंगनाथन गोविंदन को गिरफ्तार कर लिया गया है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में कप सिरप से बच्चों की मौत की संख्या लगातार बढ़ते ही जा रही है। अब तक तक़रीबन 20 बच्चों की इस दवा से मौत का मामला सामने आया था। लेकिन, आज फिर एक और बच्चे की मौत की खबर सामने आई है। बता दें कि, यह नया मामला प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले से सामने आया है, बच्चा नागपुर के अस्पताल में भर्ती था और रात तक़रीबन 11 बजे उसने दम तोड़ दिया। इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था, वहीं अब इस मामले में कप सिरप कंपनी के मालिक रंगानाथन गोविंदन को हिरासत में लिया गया है।
पुलिस ने घोषित किया था इनाम
जानकारी के अनुसार, रंगनाथन को चेन्नई से गिरफ्तार किया गया है। उस पर पुलिस उप महानिरीक्षक छिन्दवाडा रेंज राकेश कुमार सिंह ने तक़रीबन 20000 का इनाम घोषित किया था, वहीं सूचना देने वाली की जानकारी को गुप्त रखे जाने की बात कही गई थी। जिसके बाद यह बड़ी कार्रवाई की गई। मध्य प्रदेश पुलिस ने एसआईटी गठित कर कफ सिरप कंपनी के चेन्नई स्थित रजिस्टर्ड ऑफिस और कांचीपुरम में स्थित फैक्टरी में भी जांच की थी।
SIT की जांच में श्रीसन फार्मा की फैक्ट्री में 350 से अधिक नियम उल्लंघन पाए गए है। फैक्ट्री में गंदगी, कीटनाशक नियंत्रण की कमी, बिना फिल्टर हवा, टूटी मशीनें और गैर-फार्मा ग्रेड केमिकल का इस्तेमाल सामने आया है, वही तमिलनाडु सरकार ने भी मध्य प्रदेश में बच्चों की मौत से जुड़े प्रतिबंधित कफ सिरप Coldrif का उत्पादन करने वाली इस कंपनी के प्लांट को सील कर दिया है, साथ ही कंपनी को दूसरा कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए आपराधिक कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
इस राज्यों में बैन Coldrif सिरप
वहीं, अब इस दवा (Coldrif सिरप) को मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, केरल और झारखंड समेत कई राज्यों ने प्रतिबंध लगा दिया है। तमिलनाडु सरकार ने 1 अक्टूबर से इसकी बिक्री पर रोक लगाई और बाजार से स्टॉक हटाने का आदेश दिया था।
जहरीला केमिकल बना मौत की वजह
आपको बता दें कि, Coldrif सिरप में 46.2% डायएथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) पाया गया, जो एक इंडस्ट्रियल केमिकल है और किडनी फेल होने का प्रमुख कारण बनता है। DEG का इस्तेमाल आमतौर पर ब्रेक फ्लूइड, पेंट और चिपकाने वाले पदार्थों में होता है, लेकिन इसे बच्चों की दवा में मिलाना एक गंभीर अपराध माना गया।
बीजेपी ने कांग्रेस पर साधा निशाना, राहुल गांधी पर उठाये सवाल
इस सब मामलों को लेकर प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता आशीष अग्रवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा, "हत्यारा दवा निर्माता तमिलनाडु में गिरफ्तार — मध्यप्रदेश की SIT की बड़ी कार्रवाई!" उन्होंने कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए कहा कि बच्चों की मौत पर राहुल गांधी की चुप्पी चिंताजनक है। वहीं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस मामले में तत्परता और संवेदनशीलता दिखाते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए।
सरकार का सहयोग
कफ सिरप से बढ़ रहे मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि, नागपुर में भर्ती बच्चों के इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी। कलेक्टर ने तीन टीमें बनाई हैं जो बच्चों के इलाज में मदद कर रही हैं। आपको बता दें कि, Coldrif सिरप कांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। 21 मासूमों की मौत और एक लापरवाह दवा कंपनी की करतूत ने दवा नियमन प्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि, इस मामले में कानून कितना कठोर कदम उठाता है और क्या भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सकेगा। फिलहाल, इस खबर पर लगातार अपडेट्स जारी है।