अब 'ऊर्जांचल' बनेगा 'स्वर्णांचल': MP को मिला एक और सोने का खदान; 18 हजार टन से भी अधिक 'गोल्ड' पाए जाने की उम्मीद..CM ने कही ये बात

मध्य प्रदेश का सिंगरौली जिला जिसे अब तक सिर्फ "ऊर्जांचल" के नाम से जाना जाता था, अब 'स्वर्णांचल' के नाम से भी जाना जाएगा..

Update: 2025-09-19 11:39 GMT

Gold Mine Found In MP (NPG FILE PHOTO)

भोपाल। मध्य प्रदेश का सिंगरौली जिला जिसे अब तक सिर्फ "ऊर्जांचल" के नाम से जाना जाता था। अब 'स्वर्णांचल' के नाम से भी जाना जाएगा। ऐसा हम इसलिए बोल रहे है कियोंकि, यहाँ के चितरंगी इलाके में मौजूद चकरिया गोल्ड ब्लॉक में सोने का एक विशाल भंडार मिला है, जिसकी खबर सुनकर हर कोई हैरान है।

बताया जा रहा है कि, इस खान में करीब 1 लाख 33 हजार टन से भी ज्यादा सोने का अनुमान है। इस सोने को निकालने का ठेका अडानी ग्रुप की कंपनी गरिमा नेचुरल रिसोर्सेज प्राइवेट लिमिटेड को मिला है, जो अगले 5 सालों तक यहां खनन का काम करेगी। ये कंपनी 23 हेक्टेयर की जमीन से 18,356 टन सोना निकालेगी।

इस खबर पर एमपी के सीएम मोहन यादव ने भी बड़ी खुसी जाहिर करते हुए कहा कि, मध्य प्रदेश खनन के क्षेत्र में एक नया इतिहास रच रहा है और जल्द ही 'मिनरल प्रदेश ऑफ इंडिया' बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। सीएम मोहन यादव ने बताया कि, कटनी और सिंगरौली जैसे जिलों में और भी खनिजों के मिलने की उम्मीद है। पहले ही प्रदेश में चार और गोल्ड ब्लॉक (गुहर पहाड़, इमलिया, ईस्टर्न एक्सटेंशन ऑफ सोनकुरवा और अम्लीय वाह) की नीलामी हो चुकी है, जो इस बात का सबूत है कि, मध्य प्रदेश खनिज संपदा के मामले में बहुत समृद्ध है।

आपको बता दें कि, अब इस प्रोजेक्ट से राज्य सरकार को करोड़ों रुपये का राजस्व मिलने जा रहा है। साथ ही स्थानीय लोगों के लिए हजारों की संख्या में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। सिंगरौली में पहले से ही 11 कोयला खदानें चल रही हैं और अब इस नई सोने की खदान के आने से यह क्षेत्र और भी मजबूत हो जाएगा।

जिला खनिज अधिकारी आकांक्षा पटेल ने बताया कि, पिछले एक साल से इस इलाके में ड्रिलिंग का काम चल रहा था, जिससे सोने के भंडार की पुष्टि हुई है। कंपनी को 5 साल की लीज दी गई है। पहले 2 साल कंपनी खदान को विकसित करने का काम करेगी और उसके बाद अगले तीन सालों तक सोने का उत्पादन शुरू होगा।

आपको बता दें कि, गरिमा नेचुरल रिसोर्सेज कंपनी 2010 में छत्तीसगढ़ के रायपुर में रजिस्टर्ड हुई थी और यह मुख्य रूप से खनन के क्षेत्र में काम करती है। यह कंपनी अडानी ग्रुप की एक सहयोगी यूनिट है। अब इस नई सोने की खान के मिलने से न सिर्फ राज्य की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, बल्कि रिफाइनिंग, लॉजिस्टिक्स और दूसरे उद्योगों में भी निवेश बढ़ेगा।

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