Watermelon Vs Muskmelon: तरबूज या खरबूज... गर्मी की चुनौतियों से कौन करेगा बेहतर बचाव? अन्य कसौटियों पर भी हमने कसा दोनों फलों को और रिजल्ट है ये...

Update: 2024-04-24 10:15 GMT

Watermelon Vs Muskmelon: गर्मियों का स्ट्रीट मार्केट तरबूज-खरबूज के पहाड़ों से सजा रहता है और धड़ल्ले से दोनों की बिक्री होती है। आम समझ यह है कि दोनों फलों में भरपूर पानी होता है जो गर्मी में तरावट देता है, लू से बचाता है। लेकिन अगर पैसे खर्चने से पहले आपके मन में ये प्रश्न बार-बार आता है कि तरबूज लिया जाए या खरबूज, तो आपकी इस शंका का समाधान हम यहां कर रहे हैं। इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप जान पाएंगे कि गर्मी में कौन सा फल बेहतर है और साथ ही ओवरऑल हेल्थ के लिए कौन ज्यादा फायदेमंद है। तो चलिए करा देते हैं दोनों का मुकाबला।

हाइड्रेशन के लिए

ये तो सभी जानते हैं कि तरबूज और खरबूज पानी से भरे होते हैं लेकिन आखिर इनमें कितने प्रतिशत पानी होता है? भीषण गर्मी के दौरान बाॅडी को हाइड्रेट रखना ज़रूरी है। तो उस लिहाज से ये दोनों फल तुलना में कहां टिकते हैं? तो हम आप को बता दें कि तरबूज में जहां 92% पानी है, वहीं खरबूज में 90%।यानि दोनों फल भरपूर पानी अपने भीतर समेटे हुए हैं।

हीट स्ट्रोक से बचाव

गर्मी में मुख्य चिंता हीट स्ट्रोक की रहती है। तरबूज में इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं जो हीट स्ट्रोक से बचा सकते हैं। आप एक गिलास तरबूज का जूस पीकर अगर घर से बाहर निकलेंगे तो इससे आपके शरीर को ठंडा रखने में मदद मिलेगी और आपके शरीर का तापमान भी नियंत्रित रहेगा।

तरबूज की ही तरह खरबूज का शेक भी आपके बॉडी टेंपरेचर को संतुलित रखता है और हीट स्ट्रोक जैसी जटिल समस्या से भी बचाता है। यानि गर्मियों से मुकाबले के लिए दोनों ही फल बेहतरीन हैं।

यानि गर्मी के लिहाज से तरबूज और खरबूज दोनों ही फल बहुत अच्छे हैं और आप अपनी पसंद के अनुसार किसी को भी चुन सकते हैं। अब आगे अन्य कसौटियों पर भी इन दोनों फलों को कस लेते हैं।

पोषक तत्वों का ख्याल मन में हो तो

अगर आप इन दोनों फलों को पोषण के स्तर पर तौलना चाहते हों तो जहां तरबूज से आपको प्रोटीन,कैल्शियम,पोटैशियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, सोडियम जिंक के साथ विटामिन सी, ए, बी 6 भी मिलेगा। वहीं खरबूज से आपको पोटेशियम, कैल्शियम,फास्फोरस, आयरन, मैग्नीशियम, सोडियम के साथ विटामिन ए, सी, बी 6 और विटामिन के मिलेगा।

वजन कम करना हो या पाचन की चिंता हो तो

अगर आपका लक्ष्य अपना वजन घटाना है तो दोनों ही फल आपके लिए अच्छे हैं। कैलोरी की बात करें तो 100 ग्राम तरबूज में जहां 30 कैलोरी है वहीं इतनी ही मात्रा में खरबूज के सेवन से 28 कैलोरी आपके भीतर जाएगी। बात करें फाइबर की तो 100 ग्राम तरबूज में 0.4 ग्राम फाइबर होता है वहीं खरबूज में 0.9 ग्राम फाइबर होता है। पानी की बात करें तो तरबूज में जहां 92% पानी है, वहीं खरबूज में 90 %इस लिहाज से अगर आपका फोकस फाइबर बढ़ाने पर है तो आप खरबूज का सेवन कर सकते हैं। बाकी वजन घटाने के लिहाज से दोनों ही फल अच्छे हैं क्योंकि ये देर तक पेट भरा होने का एहसास कराते हैं और इनमें कार्बोहाइड्रेट काफी कम होता है। यानि दोनों ही फल पाचन को दुरुस्त रखने और वजन घटाने के लिए आदर्श हैं।

दिल के लिए

तरबूज को खूबसूरत लाल रंग देने वाला पदार्थ 'लाइकोपीन' कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकता है और इस तरह आपके दिल से संबंधित बीमारियाँ बढ़ने के जोखिम को कम कर सकता है। आपको जान कर अच्छा लगेगा कि टमाटर जो लाइकोपीन के लिए विशेषकर जाना जाता है, उससे भी अधिक लाइकोपीन तरबूज में है।

तो वहीं खरबूजे में एडेनोसीन नामक कंपाउंड पाया जाता है, जो ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करता है। साथ ही खून को पतला भी करता है और खून का थक्का नहीं जमने देता इसीलिए इसके नियमित सेवन से दिल से संबंधित बीमारियां दूर रहती हैं। साथ ही इसमें बीटा कैरोटीन होता है, जो पॉवरफुल एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम कर सकता है। एंटीऑक्सीडेंट हृदय में रक्त संचार को सुचारू बनाए रखने में मदद कर सकता है, जिससे दिल का दौरा व हृदय रोग जैसी घातक बीमारियों को दूर रखा जा सकता है। साथ ही दोनों में पोटेशियम की अच्छी मात्रा होती है जो बीपी को नियंत्रित रखती है। यानि अपने दिल की प्राॅपर केयर के लिए आप दोनों ही फलों का सेवन कर सकते हैं।

इम्यूनिटी बढ़ाना हो तो

मौसमी और अन्य बीमारियों से बचाव के लिए आपकी इम्यूनिटी का स्ट्रॉन्ग होना बेहद ज़रूरी है। तरबूज और खरबूज दोनों में विटामिन-सी होता है। इस कारण शरीर की रोग प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत होती है। वहीं विटामिन-ए प्रतिरक्षा प्रणाली को नियंत्रित करता है। इनमें विटामिन-बी6 भी होता है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को एंटीबॉडी का उत्पादन करने में मदद करता है।

आँखों के लिए

तरबूज और खरबूज दोनों विटामिन-ए का अच्छा स्रोत हैं, इसलिए आंखों के लिए फायदेमंद हैं। इन दोनों ही फलों के सेवन से ऐज-रिलेटेड मैकुलर डिजनरेशन (एएमडी) यानी बढ़ती उम्र की वजह से होने वाली आंखों से संबंधित समस्याएं जैसे धुंधली दृष्टि और अंधेपन को कम कर सकता है। विटामिन ए की भरपूर मात्रा मोतियाबिंद पनपने की संभावना भी कम करती है।

कैंसर

अगर कैंसर की बात करें तो तरबूज में लाइकोपीन नामक तत्व पाया जाता है जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, इसलिए यह शरीर में कैंसर को पनपने से रोक सकता है। लाइकोपीन में कीमो प्रिवेंटिव गुण भी मौजूद होते हैं, जो खासकर प्रोस्टेट कैंसर के जोखिम को कम कर सकते हैं। वही खरबूज में भी एंटी-कैंसर गुण पाए जाते हैं जो शरीर में बनने वाले ट्यूमर को बढ़ने से रोक सकता हैं।

किडनी के लिये

किडनी को स्वस्थ रखने की बात हो तो अगर तरबूज और खरबूज दोनों में कैल्शियम और पोटेशियम होते हैं जो विषाक्त पदार्थों से लड़ने में मदद करते हैं और उन्हें आपके शरीर से बाहर निकालते हैं। वहीं खरबूज में साइट्रेट और कैल्शियम पाए जाते हैं, जो ऑक्सालेट क्रिस्टल को बढ़ने से रोकने का काम कर सकते हैं। इससे पथरी को बढ़ने से रोका जा सकता है। इसलिए बार- बार किडनी स्टोन पनपने की समस्या रहती हो तो खरबूज का सेवन उपयोगी है। वैसे दोनों ही फल किडनी को स्वस्थ रखते हैं।

आम बोलचाल की भाषा में कहा जा सकता है कि दोनों फलों के फायदों में 19-20 का फासला है। दोनों ही फल स्वास्थ्य के लिहाज से काफी अच्छे हैं।

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