Vaat Dosh Ke Lakshan Aur Upay: सिर्फ दर्द और पेट से जुड़ी समस्याएं ही नहीं, वात दोष होने पर दिखते हैं ये लक्षण भी, जानिए इस दोष को कैसे दूर करें...

Vaat Dosh Ke Lakshan Aur Upay: सिर्फ दर्द और पेट से जुड़ी समस्याएं ही नहीं, वात दोष होने पर दिखते हैं ये लक्षण भी, जानिए इस दोष को कैसे दूर करें...

Update: 2024-07-17 10:45 GMT

Vaat Dosh Ke Lakshan Aur Upay: हम बहुत बार लोगों के मुंह से सुनते हैं कि उन्हें वात की समस्या है। आमतौर पर वात दोष होने पर पाचन संबंधी और शरीर में जहां-तहां हो रहे दर्दों की शिकायत की जाती है। आयुर्वेद के अनुसार वात दोष होने पर इन प्रमुख समस्याओं के अलावा कुछ अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं जिनका अंदाज़ा शायद हमें न हो। तो आइए जानते हैं कि वात दोष के लक्षण क्या हैं और किस तरह की जीवनशैली अपनाकर आप वात दोष को संतुलित कर सकते हैं।

वात दोष के लक्षण

रूखापन बढ़ना

जब शरीर में वात दोष बढ़ जाता है तो स्किन रूखी होने लगती है। उसमें क्रैक्स पड़ने लगते हैं। होंठ भी ज्यादा फटने लगते हैं। बालों का ज्यादा रूखा होना, झड़ना ये भी वात दोष के लक्षण हैं।

शरीर में दर्द का बढ़ना

वात बढ़ने पर शरीर में दर्द बढ़ने लगता है। यह दर्द जोड़ों, मसल्स समेत शरीर में कहीं भी कष्ट दे सकता है। घुटने मोड़ने पर कट-कट आवाज़ आना ये सभी वात बढ़ने के लक्षण हैं।

स्वभाव में अस्थिरता

अगर आप या आपके अपने महसूस कर रहे हैं कि आप अस्थिर हो रहे हैं, ज्यादा हड़बड़ी दिखा रहे हैं, जल्दी-जल्दी बोल रहे हैं, एकाग्रता का अभाव नजर आ रहा है, फोकस नहीं कर पा रहे हैं तो यह अस्थिरता भी वात बढ़ने का लक्षण हो सकती है।

पाचन क्रिया में दिक्कत

अगर आपकी पाचन क्रिया ठीक तरह नहीं हो रही है, आपकी भूख भी डिस्टर्ब हो गई है यानि कभी लग रही है तो कभी नहीं लग रही है। खाने का टाइम पहले की तरह न रह गया हो, वेट लाॅस हो रहा हो तो ये भी वात के लक्षण हैं।

कब्ज़

वात बढ़ने का ये भी एक प्रमुख लक्षण है। जिन लोगों का वात बढ़ जाता है उनमें कब्ज़ के लक्षण भी बढ़ जाते हैं। साथ ही पेट फूलना-ब्लोटिंग, भारीपन लगना आदि भी वात के लक्षण हैं।

वात दूर करने के आयुर्वेदिक उपाय

तिल का तेल

जैसा कि हमने बताया कि वात दोष बढ़ने पर रूखापन भी बढ़ जाता है ऐसे में आप तिल के तेल का सेवन कर सकते हैं या उससे अपने शरीर की मालिश भी कर सकते हैं। इसका सेवन करने के लिए एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच तिल का तेल मिलाकर पिएं।

खाएं मीठी, नमकीन और खट्टी चीज़ें

वात दोष होने पर अपने खानपान में मीठी, खट्टी और नमकीन चीज़ें अधिक शामिल करनी चाहिए। तीखी यानि तेज़ मिर्च वाली और कड़वी या कसैली चीज़ों को अवाॅइड करना चाहिए।

दूध का सेवन

दूध भी वात दोष दूर करता है। आप सीधे भी दूध पी सकते हैं या फिर खीर आदि बनाकर सेवन कर सकते हैं।

खाना हो ऐसा

अगर आप वात की समस्या झेल रहे हों तो आपको ताज़ा, हल्का और स्निग्ध भोजन करना चाहिए।

मध्यम व्यायाम करें

वात दोष से पीड़ित लोगों को हैवी वर्क आउट से बचना चाहिए। उन्हें हल्के से मध्यम व्यायाम करने चाहिए। योगासन अपनाना चाहिए।

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