Side Effects of Green Peas: धूप में बैठै-बैठे हरी मटर खा-खाकर लगा रहे हैं छिलकों के ढेर... ? सावधान! हो सकती हैं ये परेशानियां...

Update: 2023-12-16 11:03 GMT

लेख में पढ़ें

  • ० मटर की तासीर के बारे में
  • ० मटर के पोषक तत्व
  • ० हरी मटर कितनी मात्रा में खाएं
  • ० ज्यादा मटर खाने के नुकसान

सर्दी में धूप में बैठना किसे पसंद नहीं। कामकाज से निपट कर या संडे के दिन पूरा परिवार सर्दियों में जब साथ में धूप में बैठता है तब ऐसे में प्रायः हरी मटर की थैली खुलती है और बातों-ठहाकों के बीच कब मटर के छिलकों का पहाड़ लग जाता है, पता ही नहीं चलता। लेकिन कई बार ऐसा करना भारी पड़ जाता है जब घर का कोई सदस्य पेट में परेशानी का ज़िक्र करता है। दरअसल ऐसा ज्यादा मटर खा लेने से होता है। फिर पेट दर्द ही नहीं, हरी मटर का ज्यादा सेवन दीगर भी कई दिक्कतें खड़ी कर सकता है जिनके बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए। आइए जानते हैं।

कैसी है तासीर, खाएं कितनी मात्रा में

यूं तो सर्दियों की खास फली हरी मटर का इंतज़ार बेसब्री से किया जाता है क्योंकि यह ना जाने कितनी ही रेसिपीज़ का स्वाद बढ़ा देती है। फिर सब्जी, पुलाव, कचौड़ी, पराठा, पूड़ी या बिरयानी बनाकर ही नहीं, मीठी-मीठी कच्ची मटर भी खाने में बहुत अच्छी लगती है। और जो चीज़ अच्छी लगती है वो ज्यादा खा ली जाती है। मटर तासीर में गर्म होती है। इसमें विटामिन सी, के, बी 6, ए, ई, काफी मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर, पोटेशियम, मैग्नीशियम, आयरन, थोड़ी मात्रा में कैल्शियम आदि पाए जाते हैं, जिसके काफी फायदे भी हैं। लेकिन फायदे तब नुकसान में बदल सकते हैं जब आप किसी चीज़ को ज़रूरत से ज्यादा खा लें। एक व्यक्ति के लिए एक दिन में 1/3 कप और ज्यादा से ज्यादा 1/2 कप मटर के दाने खाना पर्याप्त है। इससे ज्यादा खाने पर कई तरह की तकलीफ़ें हो सकती हैं।

ज्यादा मटर खाने के नुकसान

1. जिन लोगों को सामान्यतया पेट में गैस बनने की दिक्कत होती है, उन्हें हरी मटर का सेवन विशेष तौर पर संभल कर करना चाहिए। हरी मटर में कार्बोहाइड्रेट और शुगर ज्यादा मात्रा में पाया जाता है जो पचने में दिक्कत देता है। इसके कारण किसी को भी ज्यादा मटर खा लेने के बाद गैस, पेट दर्द, ब्लोटिंग, एसिडिटी, अपच आदि समस्याएं हो सकती हैं।

2. विशेषज्ञ बताते हैं कि मटर के सेवन से शरीर में यूरिक एसिड बढ़ जाता है। और यूरिक एसिड का बढ़ना मतलब जोड़ों में तकलीफ़। होता ये है कि ज्यादा यूरिक एसिड को किडनी शरीर से बाहर करने में असमर्थ हो जाती है। यह इकट्ठा होने लगता है और जोड़ों के दर्द का कारण बनता है।

3. इसमें पाया जाने वाला विटामिन के खून को पतला कर देता है। अलावा इसके प्लेटलेट्स को भी कम कर देता है।इससे घाव भरने में दिक्कत आ सकती है।

4. मटर में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा होती है जिससे फैट बढ़ता है। वेट लाॅस के प्रयासरत लोग इसे कम मात्रा में ही खाएं।

5. हरी मटर में फाइटिक एसिड और लेक्टिन का होना भोजन से प्राप्त अन्य पोषक तत्वों के अवशोषण में बाधक है।

6. बहुत ज्यादा हरी मटर खाने से शरीर में कैल्शियम की मात्रा घटने लगती है जो बोन हेल्थ के लिए नुकसानदायक है। आगे चलकर इससे ऑस्टियोपोरोसिस होने की संभावना बढ़ जाती है।

7. जिन लोगों के पेट में अल्सर हो या रक्त के थक्के बनते हों उन्हें मटर के सेवन से बचना चाहिए।

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