Sex timing kya honi chahiye: सेक्स कितनी देर तक चलना चाहिए? रिसर्च में सामने आया चौंकाने वाला सच, ज्यादातर लोग गलत समझते हैं टाइमिंग!
Sex kitne der tak karna chahiye: किचन टाइमर से अपनी सेक्स लाइफ को न मापें, लेकिन अगर आपके रोमांस की शुरुआत से लेकर बाद की प्यारी बातें करने तक का वक्त किसी स्नैक को गर्म करने से भी कम है, तो दिल में सवाल जरूर उठता है कि आखिर औसतन सेक्स कितनी देर तक चलना चाहिए?
Sex kitne der tak karna chahiye: किचन टाइमर से अपनी सेक्स लाइफ को न मापें, लेकिन अगर आपके रोमांस की शुरुआत से लेकर बाद की प्यारी बातें करने तक का वक्त किसी स्नैक को गर्म करने से भी कम है, तो दिल में सवाल जरूर उठता है कि आखिर औसतन सेक्स कितनी देर तक चलना चाहिए? सच कहें तो इस सवाल का जवाब इतना आसान नहीं है। वजह यह है कि इस विषय पर ज्यादा वैज्ञानिक रिसर्च नहीं हुई है और विशेषज्ञ भी इस पर एकमत नहीं हैं कि सेक्स की सही परिभाषा क्या है। तो चलिए जानते हैं कुछ जरूरी आंकड़े और वो तरीके जिनसे पुरुष अपनी सेक्स टाइमिंग बढ़ा सकते हैं।
औसतन कितनी देर चलता है सेक्स?
सबसे पहले ये समझ लीजिए कि मेडिकल साइंस में सेक्स की कोई तय अवधि नहीं है। कोई डॉक्टर आपको यह नहीं बता सकता कि सेक्स कितनी देर करना सही या गलत है। हां, कुछ रिसर्च जरूर हुई हैं, जिनसे एक औसत समय का अनुमान लगाया जा सकता है। लेकिन फिर भी यह तय नहीं करता कि यही सही समय है।
असल में, हर कपल की पसंद, ज़रूरतें और परिस्थिति अलग होती हैं। कई बार महिला साथी को ऑर्गेज़्म तक पहुंचने में ज्यादा वक्त लग सकता है, जबकि पुरुष जल्दी स्खलित हो सकता है — ऐसे में संतुलन बनाना जरूरी हो जाता है। इसके अलावा, हर सेक्स एक्ट की अपनी टाइमिंग होती है। ओरल सेक्स, फोरप्ले या दूसरे रोमांटिक एक्ट में समय अलग-अलग लग सकता है।
रिसर्च क्या कहती है?
Journal of Sexual Medicine में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक, औसतन इंटरकोर्स यानी योनि में प्रवेश से स्खलन तक का समय करीब 3 से 13 मिनट तक पाया गया। इस रिसर्च में यह भी बताया गया कि 2 मिनट से कम का समय ज्यादातर के लिए असंतोषजनक माना गया। 3 से 7 मिनट को पर्याप्त और 7 से 13 मिनट को बेहतरीन माना गया। वहीं 10 से 30 मिनट तक का इंटरकोर्स कई बार असहज भी हो सकता है।
जापान में हुई एक स्टडी के मुताबिक, महिलाओं ने औसतन 15.7 मिनट के इंटरकोर्स की इच्छा जताई, लेकिन ज्यादातर कपल्स का औसत समय सिर्फ 13.6 मिनट ही था। यानी करीब 2 मिनट कम।
एक और स्टडी, जिसमें 500 कपल्स शामिल थे, ने पाया कि योनि में प्रवेश से लेकर स्खलन तक का समय 1 मिनट से लेकर 44 मिनट तक अलग-अलग था। लेकिन औसतन 3 से 7 मिनट का ही समय ज्यादातर में देखा गया।
किन कारणों से बदलता है सेक्स का समय?
हर व्यक्ति के लिए सही सेक्स टाइम अलग हो सकता है। किसी को 10 मिनट भी काफी लग सकते हैं, तो कोई 20 मिनट बाद भी पूरी तरह संतुष्ट न हो। इसके पीछे कई वजहें हैं:
सेक्स की परिभाषा
कई लोग फोरप्ले, किसिंग, टचिंग आदि को भी सेक्स का हिस्सा मानते हैं। वहीं रिसर्च में अक्सर सिर्फ योनि में प्रवेश से स्खलन तक के समय को ही मापा जाता है।
उम्र
आम धारणा के उलट, उम्र बढ़ने से सेक्स टाइम में कोई कमी जरूरी नहीं आती। कुछ रिसर्च बताती हैं कि उम्रदराज पुरुषों में प्रीमैच्योर इजैकुलेशन की संभावना कम हो जाती है। हां, इरेक्शन में दिक्कत आ सकती है, लेकिन टाइमिंग पर सीधा असर नहीं होता।
शीघ्रपतन (प्रीमैच्योर इजैकुलेशन)
पुरुषों में सबसे आम यौन समस्या शीघ्रपतन है। अनुमान है कि करीब 30 से 40 फीसदी पुरुष इससे प्रभावित होते हैं। इसके पीछे मनोवैज्ञानिक कारण, हार्मोनल असंतुलन या तनाव जिम्मेदार हो सकते हैं।
सेक्स टाइम बढ़ाने के असरदार उपाय
अगर आप जल्दी स्खलित हो जाते हैं और टाइम बढ़ाना चाहते हैं तो इन उपायों को आजमा सकते हैं:
1. टॉपिकल क्रीम या स्प्रे
पेनिस पर लगाने वाले लोशन या स्प्रे सेंसिटिविटी कम करके टाइम बढ़ाने में मदद करते हैं।
2. SSRI दवाएं
डिप्रेशन के इलाज में दी जाने वाली कुछ दवाएं, जैसे SSRI, शीघ्रपतन को कंट्रोल करने में असरदार मानी जाती हैं।
3. स्टार्ट-स्टॉप टेक्निक
सेक्स के दौरान जब ऑर्गेज्म नजदीक लगे तो थोड़ी देर रुकें, फिर दोबारा शुरू करें। इससे कंट्रोल बढ़ता है।
4. केगेल एक्सरसाइज
पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां मजबूत करने से सेक्स टाइमिंग बेहतर होती है।
5. स्क्वीज़ टेक्निक
स्खलन से ठीक पहले पेनिस के टिप को हल्के से दबाएं, इससे ऑर्गेज्म की तीव्रता कम होगी और आप ज्यादा देर तक टिक पाएंगे।
6. ओपन कम्युनिकेशन
अपने पार्टनर से खुलकर बात करें कि आपको क्या पसंद है और किससे आपको मदद मिल सकती है। इससे दोनों की संतुष्टि बढ़ती है।
कितनी देर तक चलना चाहिए सेक्स?
- तो साफ है कि सेक्स की कोई तय अवधि नहीं है। हर कपल अपनी सहमति और पसंद से तय कर सकता है कि कितना वक्त सही है।
- जरूरी यह है कि आप अपने साथी से खुलकर बातचीत करें, जरूरी लगे तो डॉक्टर से सलाह लें और अगर जरूरत हो तो ट्रीटमेंट या प्रैक्टिस से टाइम बढ़ाएं।
- सेक्स का मतलब सिर्फ प्रवेश नहीं है — पूरा अनुभव, प्यार, फोरप्ले और भावनात्मक जुड़ाव भी उतना ही जरूरी है।
- तो अगली बार जब ये सवाल आए कि सेक्स कितनी देर चले — तो याद रखिए कि जवाब आपकी खुशी और पार्टनर की संतुष्टि में छुपा है, न कि किसी घड़ी में।