Red Poha Benefits: लाल चावल से बना पोहा है सफेद पोहे से कई गुना बेहतर, डायबिटीज़ पेशेंट्स के लिए खासकर बढ़िया...

Red Poha Benefits: लाल चावल से बना पोहा है सफेद पोहे से कई गुना बेहतर, डायबिटीज़ पेशेंट्स के लिए खासकर बढ़िया...

Update: 2024-09-01 07:44 GMT

Red Poha Benefits: आजकल लोग तेजी से अवेयर हो रहे हैं। हेल्थ फर्स्ट प्रायोरिटी बनती जा रही है। ऐसा ही एक बदलाव आया है देश के फेवरेट ब्रेकफास्ट 'पोहे' में। आजकल सफेद पोहे की जगह रेड राइस पोहे को ज्यादा पसंद किया जा रहा है। लाल पोहा फाइबर, विटामिन बी, कैल्शियम,फास्फोरस जिंक, आयरन, मैंगनीज और मैग्नीशियम आदि पोषक तत्वों के साथ एंटीऑक्सीडेंट एंथोसायनिन से भरपूर है जो लाल चावल को उसका यह रंग देता है। एंथोसायनिन एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है। लाल पोहा डायबिटीज पेशेंट्स के लिए खासकर बहुत अच्छा है। इसके बहुत से अन्य फायदे भी हैं। चलिए खास पर नज़र डालते हैं।

डायबिटीज़ पेशेंट्स के लिये खास

रेड राइस पोहे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स लो होता है इसलिए डायबिटीज पेशेंट के लिए एक बढ़िया नाश्ता है। लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली चीजें ब्लड में ग्लूकोज को जल्दी रिलीज नहीं करती हैं। जिससे शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। और शुगर पेशेंट्स एनर्जी की कमी भी महसूस नहीं करते। साथ ही इसमें भरपूर फाइबर होता है जो पाचन को अच्छा रखता है। इसका भी फायदा डायबिटीज पेशेंट को मिलता है।

हड्डियों को बनाए मजबूत

लाल पोहा कैल्शियम का बेहतरीन स्रोत है।साथ ही इसमें मैंगनीज, मैग्नीशियम और सेलेनियम भी पाया जाता है। यह सभी गुण हड्डियों और दातों को मजबूत बनाए रखने के लिए बेहद काम के हैं। रेड राइस पोहा ऑस्टियोपोरोसिस से भी बचाव करता है। जिससे बढ़ती उम्र में फ्रैक्चर का खतरा कम हो जाता है।

वेट लाॅस में मदद

लाल पोहे में फैट की मात्रा बहुत कम है जबकि यह फाइबर का बेहतरीन स्रोत है। इसमें घुलनशील और अघुलनशील दोनों फाइबर मौजूद होते हैं। फाइबर से भरपूर चीज़ों के सेवन से आपका पेट देर तक भरा रहता है और आपको भूख कम लगती है। लाल पोहा तृप्ति का एहसास भी करवाता है।वहीं मैंगनीज चपापचय को दुरुस्त रखता है। जिससे आपको वजन घटाने में मदद मिलती है।

हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद

लाल पोहे में मौजूद एंथोसायनिन एंटीऑक्सीडेंट ऑक्सीडेटिव तनाव से लड़ता है जो कि हृदय रोगों का एक बड़ा जोखिम कारक है। साथ ही इसमें सेलेनियम होता है जो आपके हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करता है। लाल पोहे में फाइबर की मौजूदगी अच्छे पाचन के लिए मददगार है जो बैड कोलेस्ट्राॅल को घटाती है। साथ ही इसमें ट्रांस फैट और कोलेस्ट्रॉल भी बेहद कम होता है। इस तरह लाल पोहा हृदय स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है।

पाचन की समस्याएं होंगी कम

लाल पोहा एक प्रोबायोटिक फूड माना गया है। यह हेल्दी बैक्टीरिया के विकास में मदद करता है और आपके पेट के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। यह आंत के स्वास्थ्य को अच्छा रखता है और कब्ज से निजात दिलाता है। आसानी से पचने वाला लाल पोहा पाचन से जुड़ी समस्याओं जैसे गैस, ब्लोटिंग, दस्त आदि से राहत देता है।

एजिंग के लक्षण कम करे

पोषक तत्व और विटामिन मिनरल्स से भरपूर लाल पोहा फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करता है। फ्री रेडिकल्स कोशिकाओं को क्षति पहुंचाते हैं और समय से पहले स्किन को बूढ़ा दिखाते हैं। लाल पोहे के सेवन से एजिंग के साइन्स जैसे झुर्रियां, फाइन लाइंस आदि से राहत मिलती है और स्किन फ्रेश नज़र आती है।

मांसपेशियों को बनाए मजबूत

मसल्स बनाने के शौकीनों के लिए भी लाल पोहा बढ़िया है। इसमें अच्छी मात्रा में प्रोटीन होता है जो मांसपेशियों की मरम्मत और वृद्धि में सहायता करता है।

एनर्जी बनाए रखे

लाल पोहे में स्वस्थ कार्ब्स होते हैं। जो आपको लंबे समय तक एनर्जेटिक महसूस कराते हैं।

सूजनरोधी गुण

लाल पोहे में सूजनरोधी गुण भी हैं। इसलिए यह इंफ्लेमेशन से जुड़ी समस्याओं से भी राहत देता है। जोड़ों के दर्द आदि का सामना कर रहे लोगों के लिए एक बढ़िया नाश्ता है।

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