Peptic Ulcer: दूषित खानपान ही नहीं, दर्द की दवाएं अधिक लेने से भी हो सकता है पेप्टिक अल्सर, एक्सपर्ट की सलाह आएगी काम...
Peptic Ulcer: अल्सर एक ऐसी बीमारी है जिसके होने का ज़िक्र हम सबने कभी न कभी अपने किसी न किसी परिचित के मुंह से सुना होता है लेकिन हम स्पष्ट रूप से और सरल भाषा में नहीं जानते हैं कि यह कैसी बीमारी है और किन कारणों से हो जाती है।
Peptic Ulcer: अल्सर एक ऐसी बीमारी है जिसके होने का ज़िक्र हम सबने कभी न कभी अपने किसी न किसी परिचित के मुंह से सुना होता है लेकिन हम स्पष्ट रूप से और सरल भाषा में नहीं जानते हैं कि यह कैसी बीमारी है और किन कारणों से हो जाती है। लेकिन चूंकि यह काॅमन बीमारी है और किसी को भी हो सकती है इसलिए इसके बारे में जानकारी होनी चाहिए। मूलतः अल्सर एक घाव या छाला है जो शरीर के किसी भी भाग में हो सकता है। पर आमतौर पर ज्यादा मरीज पेट के अल्सर के होते हैं। आज इस आर्टिकल में हम इस बीमारी के कारणों, लक्षणों और इलाज के बारे में जानेंगे ताकि सतर्कता से आप शुरुआती दौर में ही इसका इलाज करा सकें। साथ ही आपको पेट के रोगों के विशेषज्ञ और वरिष्ठ डाॅक्टर कुलदीप सोलंकी की सलाह भी मिलेगी ताकि आप इसे बेहतर समझ सकें और इसे लेकर भयभीत न हों।
क्या है अल्सर
अल्सर एक प्रकार का घाव या छाला है। यह पेट, आंख, त्वचा, मुंह, जननांग कहीं भी हो सकता है। इस आर्टिकल में हम पेट के एक अल्सर 'पेप्टिक अल्सर' के बारे में बात कर रहे हैं। जो कि पेट के ऊपरी भाग यानि आहार नली, आमाशय और छोटी आंत में होता है। यह बीमारी किसी भी उम्र में रोगियों को प्रभावित कर सकती है और जल्द जांच करा लेने पर इसके कारणों को निंयत्रित कर सिर्फ दवा खा कर इसे रोका जा सकता है।
पेप्टिक अल्सर के लक्षण
पेप्टिक अल्सर होने पर व्यक्ति को ये मुख्य लक्षण महसूस हो सकते हैं-
1. पेट में दर्द
2. पेट में जलन
3. भूख न लगना
4. दर्द के कारण कुछ न खा पाना
5. ब्लोटिंग
6. सीने में जलन
7. गहरा मल आना
8. हालत बिगड़ने पर मरीज को खून की उल्टी भी हो सकती है।
पेप्टिक अल्सर के मुख्य कारण
डाॅक्टर कुलदीप सोलंकी के अनुसार पेप्टिक अल्सर कई कारणों से हो सकता है। मुख्य कारण है अशुद्ध खानपान, जिससे एच पायलोरी नाम का बैक्टीरिया पेट में चला जाता है। यह बैक्टीरिया जब एक्टिव होता है तब पेट में एसिड का सिक्रीशन बढ़ा देता है जो अल्सर का कारण बनता है। इसके अलावा दर्द निवारक दवाइयों का अधिक सेवन,तनाव,नशा करना आदि जैसे इसके अनेक कारण हो सकते हैं।
बचाव के तरीके
पेप्टिक अल्सर से बचाव का मुख्य तरीका यह है कि आप घर के शुद्ध खानपान को अपनाएं। संतुलित भोजन करें। पानी ज्यादा पिएं। नशे की गिरफ्त में न आएं। तनाव लेने से बचें या उसे हैंडल करने के तरीके सीखें। दर्द निवारक दवाइयों के सेवन को टालें।
पेप्टिक अल्सर का इलाज
डाॅक्टर कुलदीप सोलंकी के अनुसार अल्सर का पूरी तरह इलाज संभव है और 99 प्रतिशत मामलों में दवाओं के ही माध्यम से इलाज हो जाता है। केवल एक प्रतिशत मामलों में ही सर्जरी की ज़रूरत पड़ती है। इसलिए अल्सर का अंदेशा होते ही जल्द से जल्द डाॅक्टर से परामर्श लेना चाहिए। जितनी जल्दी इसका पता चल जाएगा, उतनी ही जल्दी मरीज को इलाज के बाद राहत मिल जाएगी क्योंकि अब एंडोस्कोपी ने अल्सर के इलाज को काफी सरल बना दिया है।