Oil pulling Benefits: दोनों टाइम ब्रश करने के साथ करें ऑइल पुलिंग, यह मुंह से करेगा बैक्टीरिया की छुट्टी, जानिये इसे करने का तरीका...

Oil pulling Benefits: ओरल हेल्थ अच्छी रहे इसके लिए दोनों टाइम ब्रश करना तो ज़रूरी है ही, साथ ही खाने में कम मीठा, हर बार खाने के बाद कुल्ला करना जैसी आदतें अपनाना ज़रूरी है। इसके अलावा हमारे देश में एक बहुत प्राचीन पद्धति है 'ऑइल पुलिंग', इसे भी अपनाना आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। सरल शब्दों में 'ऑइल पुलिंग' का अर्थ है तेल से कुल्ला करना। अगर आप सुबह ब्रश करने से पहले एक चम्मच तेल से कुल्ला करने की आदत डाल लें तो ओरल हेल्थ से जुड़ी तमाम समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है।

Update: 2024-03-19 13:26 GMT

Oil pulling Benefits

Oil pulling Benefits: ओरल हेल्थ की तरफ हमारे यहां इतना अधिक ध्यान नहीं दिया जाता। वह तो जब दांतों में कैविटी, मसूड़ों में सूजन और खून आना जैसी समस्याएं परेशान करने लगती हैं, तब डाॅक्टर के पास भागना पड़ता है। ओरल हेल्थ अच्छी रहे इसके लिए दोनों टाइम ब्रश करना तो ज़रूरी है ही, साथ ही खाने में कम मीठा, हर बार खाने के बाद कुल्ला करना जैसी आदतें अपनाना ज़रूरी है। इसके अलावा हमारे देश में एक बहुत प्राचीन पद्धति है 'ऑइल पुलिंग', इसे भी अपनाना आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। सरल शब्दों में 'ऑइल पुलिंग' का अर्थ है तेल से कुल्ला करना। अगर आप सुबह ब्रश करने से पहले एक चम्मच तेल से कुल्ला करने की आदत डाल लें तो ओरल हेल्थ से जुड़ी तमाम समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है। आयुर्वेद ऑइल पुलिंग को बहुत महत्वपूर्ण मानता है। 'वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे' के मौके पर जानिए भारत की मौखिक स्वास्थ्य सुधार की इस विधि 'ऑइल पुलिंग' के बारे में। जाने कि इसे कैसे करें और इससे क्या फायदे होंगे।

ऑइल पुलिंग क्या है?

ऑइल पुलिंग यानी तेल से कुल्ला करना। इसके लिए आपको एक चम्मच तेल मुंह में रखना है और इसे कुछ देर तक मुंह के अंदर घुमाते रहना है जिससे यह हर एक कोने तक पहुंचे, जहां तक ब्रश भी नहीं पहुंच पाता है। इस प्रक्रिया से ओरल हेल्थ के दुश्मन बहुत से बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं और आपकी ओरल बेहतर रहती है। सामान्य उपलब्धता के आधार पर आप नारियल के तेल का इस्तेमाल इसके लिए कर सकते हैं। यदि संभव हो तो तिल के तेल का इस्तेमाल करना अधिक बेहतर बताया जाता है। आइए जानते हैं स्टेप बाई स्टेप ऑइल पुलिंग करने का तरीका।

ऐसे करें ऑयल पुलिंग

1. ऑयल पुलिंग आपको सुबह उठकर ब्रश करने से पहले करनी है। इसके लिए एक बड़ा चम्मच तेल मुंह में ले और इसे मुंह में घुमाते रहें। आपको ध्यान देना है कि तेल को गटकना नहीं है।

2. आदर्श रूप से ऑयल पुलिंग 15 मिनट तक की जानी चाहिए लेकिन शुरुआत में इतनी देर मुंह में तेल को इतनी देर घुमाना आसान नहीं है। इसलिए आप 3 मिनट से इसकी शुरुआत कर सकते हैं और धीरे-धीरे समय बढ़ा सकते हैं।

3. तेल को मुंह के हर कोने में जाना चाहिए। आप दांए और बाएं तरफ तेल को घुमाते रहें। अगर आपको ऐसा लगता है कि तेल की मात्रा ज्यादा है और आप उससे देर तक नहीं मुंह में नहीं रोक पाएंगे तो थोड़ा सा तेल आप थूक भी सकते हैं।

4. तीन से पांच मिनट या जितनी देर संभव है उतनी देर ऑयल पुलिंग करें। अधिकतम 15 मिनट तक ऑइल पुलिंग करें। अब तेल को थूक दें। ध्यान रखें, किसी भी तरह तेल को शरीर के भीतर नहीं जाना चाहिए वरना यह बैक्टिरिया से भरा तेल आपको नुकसान पहुंचा सकता है। इसके बाद आप गुनगुने पानी से कुल्ला कर लें। कुछ देर बाद आप ब्रश कर सकते हैं। ध्यान रखें कि ऑइल पुलिंग के बाद कुछ देर तक कुछ भी ना खाएं।

ऑइल पुलिंग के फायदे

1. मुंह में बैक्टीरिया का जमाव दांतों की सड़न का कारण बनता है। ऑइल पुलिंग बैक्टीरिया को खींच सकती है जिससे दांतों में सड़न आसानी से नहीं होती।

2. मसूड़े की सूजन भी एक बड़ी समस्या है जिसमें मसूड़े लाल, सूजे हुए होते हैं और कई बार उनसे खून भी निकलता है। प्लाक में पाए जाने वाले बैक्टीरिया मसूड़े की सूजन का एक प्रमुख कारण हैं। ऑइल पुलिंग मसूड़ों के स्वास्थ्य में सुधार और सूजन को कम करने के लिए प्रभावी उपाय हो सकता है ।

3. एक रिसर्च में ऑइल पुलिंग को सांसों की दुर्गंध को कम करने में एंटीसेप्टिक माउथ वाॅश जितना ही प्रभावी पाया गया है।क्योंकि इससे मुंह में छुपे बैक्टीरिया और गंदगी साफ हो जाती है। साथ ही इससे दांतों पर जमी गंदी पीली परत भी क्रमशः साफ होगी।

4. पाचन की अनेक समस्याएं हानिकारक बैक्टीरिया के आंतों में जाने से ही होती हैं। ऑइल पुलिंग से बैक्टीरिया मुंह से बाहर कर दिए जाते हैं।चूंकि वे पेट तक पहुंच नहीं पाते जिसका लाभ पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मिल सकता है।

5. ऑइल पुलिंग से मुंह में लार का उत्पादन बढ़ता है जिससे ओरल हेल्थ के साथ शरीर को भी लाभ होता है। यही नहीं आयुर्वेद ऑइल पुलिंग को फेफड़ों और हृदय स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद मानता है। इससे आंखों की रोशनी बेहतर होती है और त्वचा भी जवां बनी रहती है।

ये सावधानियां भी रखें

ध्यान रखें कि ऑइल पुलिंग करते समय तेल शरीर के अंदर ना जाए। ऑइल पुलिंग के दौरान तेल में बहुत सारे बैक्टीरिया इकट्ठे होते हैं जो शरीर के भीतर नहीं जाना चाहिए। छोटे बच्चों को ऑइल पुलिंग न करने दें क्योंकि वे तेल को निगल सकते हैं। तेल के फेफड़ों में जमा होने से निमोनिया होने का खतरा है इसलिए इसे ना गटकें। यदि आपको किसी खास तरह के तेल से एलर्जी है तो उसे इस्तेमाल में न लाएं। ये छोटी-छोटी सावधानियां रखने से ऑइल पुलिंग आपके लिए कई तरह के फायदे लेकर आएगी।

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