Mulethi Benefits And Side Effects: गले की खराश ही नहीं, डिप्रेशन दूर करने में भी कारगर है मुलेठी, जानिए अन्य कमाल के फायदे, इस्तेमाल में ये लोग रखें सावधानी...

Mulethi Benefits And Side Effects: आमतौर पर लोग इसका इस्तेमाल गले की खराश , सर्दी-जुकाम या खांसी में आराम पाने के लिए करते हैं। लेकिन इसके और भी अनेक फायदे हैं। मुलेठी के बारे में बहुत सी अनसुनी बातें इस लेख में जानिए।

Update: 2024-01-30 11:13 GMT

Mulethi Benefits And Side Effects: सर्दी-जुकाम और गले की खराश के लिए देसी और विश्वसनीय जड़ी-बूटी है मुलेठी। आयुर्वेद के अनुसार यह वात और पित्त दोष को शांत करती है। मुलेठी को एंटीऑक्सिडेंट्स का पावरहाउस भी कहा जाता है। इसके स्वाद में मिठास होती है। इसलिए इसे चबाकर भी खाया जा सकता है।आमतौर पर लोग इसका इस्तेमाल गले की खराश , सर्दी-जुकाम या खांसी में आराम पाने के लिए करते हैं। लेकिन इसके और भी अनेक फायदे हैं। मुलेठी के बारे में बहुत सी अनसुनी बातें इस लेख में जानिए।

लेख में आगे पढ़ें

  • मुलेठी का वैज्ञानिक नाम
  • मुलेठी के पोषक तत्व
  • मुलेठी के फायदे
  • मुलेठी के नुकसान

मुलेठी का वैज्ञानिक नाम

मुलेठी को अंग्रेजी में लिकोरिस कहते हैं। इसका वैज्ञानिक नाम ग्लाइसीराइजा ग्लबरा (Glycyrrhiza glabra)है। मुलेठी की तासीर ठंडी होती है।

मुलेठी के पोषक तत्व

मुलेठी फास्फोरस, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम, सेलेनियम, सिलिकॉन और जिंक, विटामिन बी और विटामिन ई का एक अच्छा स्रोत है। इसमें कई आवश्यक फाइटोन्यूट्रिएंट्स भी होते हैं।

मुलेठी के फायदे

श्वास रोग दूर करे मुलेठी गले में खराश, सर्दी, खांसी, दमा से लेकर क्षय रोग तक विभिन्न श्वसन तंत्र रोगों में संक्रमण का इलाज करती है। यह श्वास नलियों की सूजन को कम करती है और अपने खास कफनाशक गुणों के कारण जमे हुए बलगम को निकालने में मदद करती है जिससे खाँसी में आराम मिलता है। यह फेफड़ों के संक्रमण को ठीक करती है।

महिलाओं के लिए फायदेमंद

मुलेठी महिलाओं के लिये फायदेमंद है खासकर मीनोपाॅज़ के बाद शरीर में हार्मोनल असंतुलन को ठीक करने में यह मददगार है। यह तनाव, अनिद्रा, डिप्रेशन, मूड स्विंग, वेजाइनल ड्राईनैस जैसे लक्षणों को कम करती है। साथ ही महिलाओं में पीसीओएस के इलाज के लिए हर्बल सप्लीमेंट्स के रूप में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है।

इम्यूनिटी बूस्ट करती है मुलेठी

मुलेठी शरीर को वायरस और बैक्टीरिया के संक्रमण से बचाती है। यह इम्यूनिटी बूस्ट करती है। प्रतिदिन मुलेठी की चाय पीने से आप वायरल बीमारियों से बचे रह सकते हैं।

मस्तिष्क के लिए फायदेमंद

मुलेठी में न्यूरोप्रोटेक्टिव गुण होते हैं। यानी यह मस्तिष्क के लिए बेहद फायदेमंद है। यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन के कारण मस्तिष्क को होने वाली क्षति से बचा सकती है। मुलेठी में मैग्नीशियम, कैल्शियम और बीटा कैरोटीन जैसे तत्व पाए जाते हैं जो तनाव, अवसाद को दूर करने में मदद करते हैं।

मोटापा कम करने में सहायक

मुलेठी की जड़ के अर्क में एंटीओबेसिटी गुण पाए जाते हैं।इसमें पाए जाने वाले फ्लेवोनाइड्स शरीर में फैट के जमाव को कम करने में मदद करते हैं। रिसर्च के अनुसार मुलेठी का तेल अधिक वजन वाले लोगों में शरीर और आंत के वसा को कम करने में मदद करता है।

स्किन को दिखाए जवां

मुलेठी शरीर में मौजूद फ्री रैडिकल्स से त्वचा को होने वाले नुकसान से बचाती है। यह स्किन को संक्रमण से बचाती है। इसके पाउडर का इस्तेमाल क्लीन्जर या टोनर के तौर पर भी किया जाता है। यह एजिंग के लक्षणों फाइन लाइंस, रिंकल्स, हाइपरपिग्मेंटेशन और डार्क सर्कल को भी ठीक कर सकती है। आप मुलेठी के पाउडर में गुलाबजल या दूध मिलाकर पेस्ट बना कर चेहरे पर लगा सकते हैं।

बालों के लिए भी फायदेमंद

मुलेठ स्कैल्प में रक्त संचार को बेहतर बनाती है। जिससे बालों की जड़ें मजबूत होती हैं। और बाल कम झड़ते हैं। मुलेठी का सेवन करने से कम उम्र में बाल सफेद होने की समस्या भी दूर होती है और स्केल्प के इंफेक्शन से भी छुटकारा मिलता है।

ओरल हेल्थ के लिए उपयोगी

मुलेठी ओरल हेल्थ के लिए भी उपयोगी है।यह बैक्टीरिया को पनपने से रोकती है। सांसों की बदबू दूर करती है। प्लाक का जमाव रोकती है। दांतों को कैविटी से बचाती है और दांतों और मसूड़ों को मजबूती प्रदान करती है। आप नीम की तरह मुलेठी के दातौन का इस्तेमाल भी दांत साफ करने के लिए कर सकते हैं। इसके जीवाणुरोधी गुण ओरल हाइजीन के लिए बेहतरीन हैं।

एंटीइंफ्लेमेटरी गुण दूर करेंगे सूजन

मुलेठी में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो शरीर की सूजन दूर करते हैं। सूजन के कारण होने वाले रोग जोड़ों का दर्द, अर्थराइटिस आदि में इसके सेवन से आराम मिलता है। प्रतिदिन दो- तीन बार मुलेठी की चाय पीने से गठिया रोगियों को बहुत आराम मिलता है।

फैटी लिवर की समस्या होने पर फायदेमंद

मुलेठी में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। साथ ही अपनी हेपेटोप्रोटेक्टिव गतिविधि के कारण यह फैटी लीवर की समस्या को कम करने में उपयोगी है। मुलेठी लिवर में एंजाइमों की गतिविधि में सुधार करती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट लिवर की क्षमता बढ़ाते हैं। इसे गैर-अल्कोहल क्रोनिक हेपेटाइटिस के इलाज में बहुत प्रभावी पाया गया है।

पुरुषों के लिये फायदे

मुलैठी पुरुषों में इंफर्टिलिटी को कम कर सकती है।आयुर्वेद चिकित्सक की बताई मात्रा में मुलेठी के सेवन से शुक्राणुओं की संख्या और गतिशीलता को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है।

पेट की जलन दूर करे

मुलेठी की जड़ पेट में ऐंठन,असहजता, सूजन और जलन को कम करने में मदद कर सकती है। इसमें पित्त दोष को शांत करने की क्षमता होती है। यह आंतों में लाभकारी बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देती है जिससे अपच आदि समस्याएं नहीं होतीं।

कैंसर के खिलाफ हो सकती है कारगर

शोध से पता चलता है कि मुलेठी का सेवन करने से कैंसर को पनपने से रोकने में मदद मिल सकती हैं। साथ ही कैंसर के कारण डीएनए को होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है। इस संबंध में शोध जारी हैं।

मुलेठी के नुकसान

1. इसके काफी मिठास होती है। इसलिए यह कैलोरी बढ़ने का कारण बन सकती है।

2. गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को मुलेठी के सेवन से बचना चाहिए।

3. हाई बीपी के रोगियों को डाॅक्टर की सलाह पर ही इसका सेवन करना चाहिए।

4. लीवर की समस्या होने पर भी परामर्श के आधार पर इसका प्रयोग करें।

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