Methi or Kasuri Methi : मेथी (Fenugreek) और कसूरी मेथी (Kasuri Methi) दोनों ही पौधे से प्राप्त की जाने वाली मसालों के नाम हैं, लेकिन इनमें थोड़ा अंतर होता है। यहां दोनों का अंतर समझाया गया है...
मेथी (Fenugreek): मेथी पौधे की पत्तियों और बीजों को उपयोग में लाया जाता है। पत्तियाँ सब्जियों, साग, अचार और दाल में की जाती हैं, जबकि बीजों को मसाला और दवाईयों में उपयोग किया जाता है। मेथी के बीज गहरे पीले रंग के होते हैं और इसकी पत्तियाँ हरे रंग की होती हैं। यह ताजगी और टंगी रंगीन मिठास वाली खुशबू वाली होती है।
कसूरी मेथी (Kasuri Methi): कसूरी मेथी यहां तक की इसका नाम भी मेथी से जुड़ा हुआ है, लेकिन इसका उपयोग कुछ अलग तरीके से होता है। कसूरी मेथी को मेथी की पत्तियों को सूखाकर बनाया जाता है। सूखे होने के बाद, यह पत्तियाँ कसी हुई होती हैं और भूरे रंग की होती हैं। कसूरी मेथी एक अद्यतित खुशबू और स्वाद के साथ आती है।
कसूरी मेथी (Kasuri Methi): भारतीय व्यंजनों में एक महत्वपूर्ण मसाला है और इसका उपयोग विभिन्न पकवानों में किया जाता है। यह खाने की चटनी, सब्जियाँ, दाल, पराठे और व्यंजनों में एक विशेषता और स्वाद जोड़ती है। यह मसाला आपके भोजन को एक अद्यतित और टंगी खुशबू और स्वाद प्रदान करता है।