'Kansa' Ke Bartan Ke Istemal Ke Fayde: कांसे के बर्तन में खाने के गजब के हैं फायदे, पढ़िए क्या है कांसे की खूबियां

निरोगी शरीर, चमकता चेहरा और लंबा जीवन चाहिए तो 'कांसा' धातु के बर्तन अपनाइये

Update: 2023-06-24 10:16 GMT

ऋषि-मुनियों के चेहरे की ओर आपने गौर से देखा हो तो जाना होगा कि कैसे उसपर एक 'तेज' झलकता है। उनकी तीक्ष्ण बुद्धि, अल्प (न्यूनतम) आहार के बावजूद ऊर्जा का अद्भुत प्रवाह, निरोगी काया और लंबी आयु.... इन सबके पीछे जिस एक चीज़ का महत्वपूर्ण योगदान है वह है कांसा धातु से बने बर्तनों का उपयोग। वे कांसे के पात्र में रखा पानी ही पीते थे और उन्हीं बर्तनों में खाना खाते थे। आम इंसानों को भी वे इन्हीं के इस्तेमाल की सलाह देते थे। इसलिए घर-घर में कांसे के बर्तन होते थे। आयुर्वेद ने कांसे के बर्तन के चिकित्सकीय और शारीरिक लाभों का वर्णन चरक संह‍िता, सुश्रुत संह‍िता आदि में विस्तार से किया है। बढ़ती बीमारियों के मौजूदा दौर में हम भी कांसे के बर्तनों का इस्तेमाल बढ़ा सकते हैं और इसके लाभ ले सकते हैं।

ऐसे बनता है कांसा

कांसा एक मिश्र धातु है जो तांबे (88%) और टिन (12%) से बनी होती है। तांबे के अपने फायदे हैं लेकिन तांबे के जो नुकसान हैं वे भी एक निश्चित तापमान पर इसे टिन से मिलाकर तैयार करने पर परिष्कृत हो जाते हैं और इससे बना कांसे का बर्तन अधिक उपयोगी और दोष रहित हो जाता है। आइए जानते हैं इसके फायदे -

 कांसे के बर्तन में रखा पानी है अमृत समान

कांसे के बर्तन में पानी भरकर आप इसे रातभर या 8 घंटों के लिए छोड़ दें। आयुर्वेद के अनुसार इस पानी का सेवन शरीर में तीनों दोष (वात-पित्त और कफ) को संतुलित करता है। कांसा बर्तन में रखा हुआ पानी कभी बासी नहीं होता बल्कि सकारात्मक रूप से चार्ज हो जाता है।

पाचन रहता है सुचारू

कांसा धातु में एंटी माइक्रोबियल गुण होते हैं। इस कारण यह भोजन को शुद्ध करता है जिससे पाचनतंत्र को सुचारु रखने में मदद मिलती है। यह आंतों के स्वास्थ्य की देखभाल करता है और पीलिया, हैजा, दस्त जैसी अशुद्ध पानी के कारण होने वाली बीमारियों को रोकने में भी मदद करता है।

बढ़ते बच्चों के लिए है विशेष उपयोगी

कांसा बच्चों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है। गुरुजनों की मानें तो यह बर्तन बुद्धि को बढ़ाता है, एकाग्र करता है और बच्चों में अधिक आत्मविश्वास पैदा करता है। शास्त्रों में भी कहा गया है "कांस्यं बुद्धिवर्धनम्" यानी इसके बर्तनों के उपयोग से बुद्धि बढ़ती है। यही नहीं यह भूख को भी बढ़ाता है। जिससे बच्चों का शरीर अच्छी तरह पनपता है।

कांसा खट्टी चीज़ों के साथ रिएक्शन नहीं करता

तांबा या पीतल के बर्तन खट्टी चीज़ों के साथ प्रतिक्रिया करते हैं इसलिए इनमें नींबू, टमाटर, खट्टे फल काटकर रखना खतरनाक हो सकता है लेकिन कांसा ऐसा नहीं करता है। इसलिए यह अधिक सुरक्षित है।

दिल की बीमारियों से होती है रक्षा

कांसा धातु का इस्तेमाल रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे हृदय स्वास्थ्य बेहतर रहता है।

फैट कम करता है कांसा

जो लोग अपने शरीर से अतिरिक्त फैट कम करना चाहते हैं उन्हें भी कांसे के पात्र या गिलास का उपयोग करना चाहिए। कांसे के बर्तन को बनाने में तांबे का इस्तेमाल होता है। तांबा वसा (फैट) को तोड़ता है और वजन घटाने की प्रक्रिया को तेज करता है।

भोजन को करता है जर्म्स से मुक्त

अगर आप पका हुआ खाना स्टोर करें तो समय के साथ इसमें जर्म्स पैदा हो जाते है। लेकिन कांसे के बर्तन के इस्तेमाल से ऐसा नहीं होता। कांसा के सम्पर्क में आने से भोजन में मौजूद जर्म्स खुद ही खत्म हो जाते हैं और आपका खाना शुद्ध हो जाता है।

भोजन रहता है देर तक गर्म

कांसा हीट का एक अच्छा कंडक्टर है। इसलिए यदि आप इसमें कोई गर्म खाने की चीज रखते हैं तो वह लंबे समय तक गर्म रहती है और उसका पोषण भी बरकरार रहता है।

रक्त को शुद्ध करता है कांसा, स्किन रहती है बेहतर

कांसा एक एल्केलाइन मेटल है इसलिए यह हमारे रक्त को शुद्ध करने में भी लाभदायक माना जाता है। रक्त शुद्ध होता है तो स्किन से जुड़ी समस्याएं नहीं होतीं। एक्ज़ीमा जैसी बीमारियों से भी स्किन की सुरक्षा होती है। चेहरे पर चमक आती है और आप जीवंत नजर आते हैं।

कांसा में होते हैं सूजन रोधी गुण

कांसा बनाने में इस्तेमाल तांबा शरीर में सूजन को कम करने में मदद करता है। अधिक श्रम या बढ़ती आयु में सूजन के कारण दर्द होने लगता है। कांसे के बर्तन का इस्तेमाल मांसपेशियों के दर्द को कम करता है। आयुर्वेद की थेरेपी के लिए भी इसका प्रयोग किया जाता है।

उम्र बढ़ने की प्रक्रिया होती है धीमी

कांसा के बर्तनों का नियमित इस्तेमाल करने से उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने के मदद मिलती है।

अन्य लाभ

कांसा के बर्तन में रखा पानी और भोजन शरीर में सकारात्मक प्रभाव छोड़ता है। यह इम्यूनिटी भी बढ़ाता है जिससे आप कम बीमार पड़ते हैं। यह मेटाबोलिज्म की प्रक्रिया को तेज करता है। एनीमिया को रोकने में भी मदद करता है। और साथ ही इसके पात्र में रखे पानी को रोज सुबह पीने से आँखों की रौशनी अच्छी रहती है। तनाव भी छूमंतर होता है।

कांसा बर्तन की होती है लंबी उम्र

स्वास्थ्य लाभ से इतर कांसा धातु का एक फायदा यह भी है कि इसकी उम्र लंबी होती है। कारण यह है कि इसका जल्दी संक्षारण नहीं होता। प्राचीन काल में इस धातु को "लक्ष्मीप्रधाम" कहा जाता था, जो इसके मूल्य को "देवी लक्ष्मी" के बराबर बताता है। आप कांसे के पात्र को पुराना और आकार बिगड़ने पर यदि बेचने जाएं तो आपको इसका पूरा मूल्य मिलता है, उसमें अन्य धातुओं की तरह कटौती नहीं होती है।

बस आपको कांसे के बर्तन के उपयोग में यह सावधानी रखनी है कि आप इसमें खाना पकाने के लिए घी या क्लेरिफाइड बटर का इस्तेमाल न करें।

Tags:    

Similar News