Dhoop lene Ka Sahi Tarika: शरीर में बनेगा भरपूर विटामिन डी, जब जान लेंगे धूप सेंकने का सही तरीका, समय और एंगल...
Dhoop lene Ka Sahi Tarika: शरीर में बनेगा भरपूर विटामिन डी, जब जान लेंगे धूप सेंकने का सही तरीका, समय और एंगल...
Dhoop lene Ka Sahi Tarika: शरीर में विटामिन डी की कमी सबसे काॅमन समस्याओं में से एक है और एक स्टडी के अनुसार हर चार में से तीन भारतीय विटामिन डी की कमी से जूझ रहे हैं। जबकि सबसे आसानी से और मुफ्त में मिलने वाली सूरज की किरणें इसे पाने का सर्वसुलभ ज़रिया हैं। अगर आपको सनबाथ लेने या धूप सेंकने का सही तरीका पता हो और आप 15 मिनट भी इसके लिए निकालें तो आप आसानी से विटामिन डी हासिल कर सकते हैं। चलिए जानते हैं कि इसी बारे में कि धूप कैसे और कब ली जाए जिससे शरीर को विटामिन डी बनाने में मदद मिले।
क्यों ज़रूरी है विटामिन डी
अगर आपको हर वक्त थकान, हड्डियों में दर्द या कमजोरी महसूस होती हो या मूड में बार-बार बदलाव होता हो और तनाव रहता हो, यहां तक कि आप बहुत कोशिश करके भी अपना वज़न कम न कर पा रहे हों तो हो सकता है कि आपको विटामिन डी की कमी हो। क्योंकि विटामिन डी न केवल आपकी हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी है बल्कि इसकी कमी आपके मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती है और आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी घटाती है। इन मुख्य कामों के अलावा भी शरीर की अनेक गतिविधियों के लिए विटामिन डी ज़रूरी है।
सूरज की रौशनी से कैसे बनता है विटामिन डी?
सूरज की किरणें जब हमारी स्किन के संपर्क में आती हैं तो बाॅडी में कैमिकल रिएक्शन शुरू हो जाता है और हमारी बाॅडी में मौजूद कोलेस्ट्रॉल से विटामिन डी बनने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है जिसे बनाने में लिवर और किडनी मदद करते हैं।
सूरज की कौन सी किरणें हैं मददगार?
सूरज की अल्ट्रावायलेट बी रेज़ हमारे लिए विटामिन डी बनाने का काम करती हैं।
धूप में किस समय बैठना है फायदेमंद?
सूरज की अल्ट्रावायलेट बी रेज़ सुबह 10 बजे से एक बजे के बीच आसानी से उपलब्ध होती हैं। इसलिए इसी दौरान आप अगर तकरीबन 15 मिनट का समय हफ्ते में चार दिन भी धूप में बैठने के लिए निकाल लें तो आपकी बाॅडी के लिए विटामिन डी बनाना बहुत आसान हो जाएगा।
दूसरी महत्वपूर्ण बात यह है कि इस दौरान 'अल्ट्रावायलेट ए रेज़' कम प्रभावी हो जाती हैं जो स्किन कैंसर के लिए मुख्य रूप से ज़िम्मेदार होती हैं। यानी सुबह दस से एक बजे के बीच आपको स्किन कैंसर होने का खतरा भी अपेक्षाकृत कम रहता है।
कौन से एंगल पर बैठें?
जब भी आप विटामिन डी पाने के लिए धूप में बैठें तो ध्यान दें कि आपकी परछाई आपकी एक्चुअल हाइट से छोटी बन रही है या नहीं। अगर आपकी परछाई आपकी एक्चुअल हाइट से छोटी बन रही है तो इसका मतलब है कि आप सन के सही एंगल में बैठे हैं। इस एंगल पर बैठने पर आपको मैक्सिमम फायदा मिलेगा।
स्किन कलर और ज़रूरी सन एक्सपोज़र में क्या संबंध है?
आपको धूप में कितनी देर बैठना चाहिए यह आपकी स्किन के कलर पर भी डिपेंड करता है। अगर आपका कलर बहुत फेयर है तो 5-10 मिनट धूप में बैठने पर भी आपकी बॉडी पर्याप्त विटामिन डी बना लेती है वहीं अगर आपका कलर गेहुंआ है तो आपके लिए 10-15 मिनट का समय सफिशिएंट है और अगर आपका स्किन कलर डार्क है तो आपको 20-25 मिनट धूप में बैठना चाहिए। क्योंकि डार्क स्किन में मेलानिन का पिगमेंट ज्यादा होता है जो सनस्क्रीन की तरह काम करता है यानि अब्ज़ाॅर्पशन में बाधा डालता है।
इतनी देर में कितना विटामिन डी बनेगा?
अगर आप बताए समय के लिए धूप में बैठते हैं तो आपकी बॉडी 800 से 1000 इंटरनेशनल यूनिट विटामिन डी को सिंथेसाइज़ कर सकती है हालांकि इसमें कई दूसरे फैक्टर भी देखने होंगे मसलन आपके लिवर आदि के फंक्शन कितने सही हैं।
शरीर का कितना हिस्सा खुला रहे?
सूरज की किरणों का पूरा फायदा मिले इसके लिए यथासंभव अपने शरीर के काफी हिस्से को सूरज की किरणों के संपर्क में आने दें। खासकर हाथों, पैरों और पीठ को। ऐसे में भारतीय परिवेश के अनुसार पुरुष जहां शर्टलेस रह सकते हैं और शार्ट्स पहन सकते हैं, वहीं महिलाएं स्लीवलेस पहन सकती हैं और अपने आधे पैरों को खुला रख सकती हैं।
सनस्क्रीन लगाना चाहिए या नहीं?
विटामिन डी बनाने के मकसद से जब आप धूप में बैठें तो सनस्क्रीन न लगाएं।सनस्क्रीन लगाने से काफी हद तक अब्ज़ाॅर्पशन कम हो सकता है।
आंखों पर क्या असर होगा?
ज्यादा धूप आपकी आंखों को परेशान कर सकती है इसलिए आप चश्मे का इस्तेमाल करें।
धूप सेंकने के कितनी देर बाद नहाना चाहिए?
आपको धूप सेंकने के बाद कम से कम आधे से 1 घंटे तक नहीं नहाना चाहिए। उसके बाद ही आप नहाएं।