Chhattisgarhi Arsa Recipe: छत्तीसगढ़ में इस खास विधि से बनता है अरसा या अइरसा, फाॅलो करें रेसिपी, मिलेगा यूनीक टेस्ट
Chhattisgarhi Arsa Recipe : रायपुर I सारे उत्तर भारत में त्योहार पर अरसे या अनरसे बरसों से बनाए जा रहे हैं। कुछ महिलाएं तो इसे बनाने में इतनी पारंगत होती हैं कि हलवाई भी हार मान जाए। इस परंपरागत मिठाई को बनाने का तरीका और नाम, दोनों अलग -अलग जगहों पर थोड़े अलग है। हम यहां छत्तीसगढ़ स्टाइल का 'अरसा' बनाने की विधि बता रहे हैं। इसे यहां अइरसा भी कहा जाता है। इसकी तैयारी में लगने वाला समय थोड़ा ज्यादा है लेकिन स्वाद भी बेजोड़ है। तो आइए जानते हैं छत्तीसगढ़ी अरसा बनाने की विधि।
इसे बनाने के लिए हमें चाहिए
- चावल - 1/2 किलो
- गुड़ - 400 ग्राम
- इलायची पाउडर - 1/2 टी स्पून
- तिल - 2 टेबल स्पून
- घी- 1 टेबल स्पून
- खसखस - 2 टेबल स्पून (ऑप्शनल)
- तेल - तलने के लिए
छत्तीसगढ़ स्टाइल अरसा ऐसे बनाएं
1. सबसे पहले चावल को अच्छे से साफ कर धो लें। अब इसे 24 घंटे के लिए पानी में भिगोकर रखें।
2. 24 घंटे बाद चावल को छान लें जिससे अतिरिक्त पानी निकल जाए। अब इसे ग्राइंडर जार में बारीक पीस लें। अब इसे छान लें जिससे एकदम महीन चावल का आटा हमें अरसा बनाने के लिए मिल जाए। इस आटे को एक कटोरे में निकालें और हाथों से दबा दें। ऐसा करने से आटे में नमी बरकरार रहेगी। तभी अइरसा में अंदर से साॅफ्टनेस रहेगी।
3. अब एक कड़ाही में गुड़ डालें। इसमें एक चौथाई कप पानी डालें। इसे गैस पर चढ़ा कर गर्म करें ताकि गुड़ पिघल जाए। अब गुड़ के पानी को छान लें जिससे गुड़ में जितनी इम्प्योरिटी हो वो निकल जाए।
4. एक साफ कड़ाही में घुले-छने हुए गुड़ को उबालें। अच्छा उबाल आने के बाद चलाते हुए पकाएं। एक कटोरी में पानी लें। उबलते हुए गुड़ की एक - दो बूंदें पानी में टपका कर देखें। अगर बूंद बिखर नहीं रही और उसका मोती जैसा गोला बन जा रहा है तो आपका गुड़ तैयार है।
5. अब गुड़ की कड़ाही में थोड़ा -थोड़ा करके चावल का आटा डालते जाएं और मिक्स करते जाएं। इसे मिक्स करने में हाथों का ज़ोर लगाना होगा। साथ में तिल और इलायची पाउडर भी डाल दें। धीरे-धीरे करके सारा आटा गुड़ के घोल में डाल दें। यह गुंधे हुए आटे जैसा तैयार हो जाएगा।
6. एक कड़ाही में पर्याप्त तेल गर्म करें। एक प्लेट में खसखस फैलाएं। ध्यान दें कि आप खसखस के दाने चिपकाए बिना भी अरसा बना सकते हैं।आटे से मीडियम साइज़ की लोइयां तोड़ें। हाथों से आकार दें। अब खसखस में उलट-पलट कर अरसा पर थोड़े से खसखस के दाने चिपकाए। एक्स्ट्रा दाने प्लेट में ही झटक दें। तैयार अरसा को मध्यम से थोड़ा तेज गर्म तेल में छोड़ते जाएं।कुछ सेकंड बाद आंच थोड़ी कम कर दें। पर एकदम कम न करें। एक तरफ से सुनहरी रंगत आने पर इसे पलटें। पलटने की हड़बड़ी न करें। ध्यान रखें अरसा को बालूशाही आदि की तरह एकदम धीमी आंच पर नहीं तलना है। फ्लेम मीडियम रखना है। ये तलने में अधिक समय नहीं लेते हैं।
7. अच्छा कलर आ जाए तो अरसा प्लेट में निकाल लें। बाकी आटे से भी इसी तरह सारे अरसे तैयार कर लीजिए। शुरुआत में आपको ऐसा लग सकता है कि शायद अंदर से अरसा कच्चा है। पर वह कच्चा नहीं रहता। ये उस साॅफ्टनेस के कारण है जो अरसा को खास बनाती है। अरसा एक बहुत ही टेस्टी मिठाई है जिसे आप आसानी से घर में बनाकर स्टोर कर सकते हैं और 10-15 दिन तक आराम से कभी भी निकाल कर खा सकते हैं।