सावन का पहला सोमवार आज, जानिए मुहूर्त और शिव आराधना की विधि… शिवलिंग पर भूलकर भी ना चढ़ाएं पूजा सामग्री की ये चीजें

Update: 2020-07-06 04:25 GMT

रायपुर 5 जुलाई 2020। आज से भोलेशंकर का पावन महीना शुरू हो रहा है। यह महीना 6 जुलाई से 3 अगस्त तक चलेगा। 3 अगस्त को रक्षा बंधन के साथ इस पावन महीने का समापन होगा। इस महीने में भोले शंकर का ध्यान और पूजा अर्चन करने से लाभ होता है।

हिंदू मान्यता के अनुसार सावन का महीना भगवान शिव की उपासना का महीना माना जाता है। इस महीने में भगवान शिव की पूजा करने से सभी तरह की मनोकामना पूरी होती है। सोमवार का दिन भगवान शिव की पूजा करने के लिए विशेष दिन माना जाता है। ऐसे में सावन के महीने में सोमवार का महत्व काफी बढ़ जाता है। सावन के सोमवार का व्रत रखने और शिवलिंग पर जल चढ़ाने से सभी तरह की मन्नतें जरूर पूरी होती है। इस बार सावन का महीना सोमवार से आरंभ हो रहा है। इसलिए इसका महत्व काफी है। वहीं सावन के आखिरी दिन भी सोमवार है।

इस बार सावन का महीना 6 जुलाई से 3 अगस्त तक चलेगा। जिसमें पांच सावन सोमवार आएगा।
सावन का पहला सोमवार- 06 जुलाई 2020
सावन का दूसरा सोमवार- 13 जुलाई 2020
सावन का तीसरा सोमवार- 20 जुलाई 2020
सावन का चौथा सोमवार- 27 जुलाई 2020
सावन का पंचवा सोमवार- 03 अगस्त 2020

भगवान शंकर का एक नाम भोलेनाथ भी है। भोलेनाथ ऐसे देवता हैं जो मात्र एक लोटा जल चढ़ाने से ही प्रसन्न हो जाते हैं। उनकी पूजा में किसी भी तरह के स्वादिष्ट पकवान और प्रसाद को चढ़ाने की जरूरत नहीं होती है। शिव जी की पूजा में जल, दूध, दही, फूल,बिल्वपत्र, दूर्वा घास, धतूरा और भांग का प्रयोग किया जाता है।

शिव पूजन करते समय कभी भी तुलसी के पत्तों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। तुलसी के पत्ते भगवान विष्णु और भगवान कृष्ण को प्रिय है।

शिवलिंग की पूजा में कभी भी कुमकुम का प्रयोग नहीं करना चाहिए। कुमकुम सुहाग की निशानी है।
भगवान शिव की पूजा में हल्दी चढ़ाना भी वर्जित माना गया है। हल्दी का संबंध सौंर्दय से होता है शिव बैराग को धारण करते हैं। शिव पूजा में चंदन का इस्तेमाल शुभ माना गया है।
Tags:    

Similar News