Top 10 Tourist Places in Chhattisgarh Hindi: छत्तीसगढ़ के टॉप 10 पर्यटन स्थल, यात्रा से पहले इन्हें अपनी लिस्ट में जरुर करें शामिल
Top 10 Tourist Places in Chhattisgarh Hindi: छत्तीसगढ़, अपनी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ पर ऐतिहासिक, धार्मिक और प्राकृतिक स्थल हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं. आइए जानते हैं इस राज्य के प्रमुख 10 पर्यटन स्थलों के बारे में…

Top 10 Tourist Places in Chhattisgarh Hindi: छत्तीसगढ़ राज्य न केवल अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहाँ के प्राकृतिक स्थल भी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं. यदि आप प्रकृति प्रेमी हैं, तो यहाँ के जलप्रपात, राष्ट्रीय उद्यान और हिल स्टेशन जरूर देखने योग्य हैं. इसके साथ ही छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर भी आपको एक अलग अनुभव प्रदान करेगी...
1- चित्रकोट जलप्रपात
चित्रकोट जलप्रपात, जिसे "भारत का नियाग्रा" भी कहा जाता है, छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में स्थित एक प्रसिद्ध जलप्रपात है. यह जलप्रपात 29 मीटर ऊँचा और 300 मीटर चौड़ा है, जो इसे छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा जलप्रपात बनाता है. मानसून के दौरान इसका दृश्य और भी अद्भुत हो जाता है, जब जलधारा का प्रवाह बहुत तेज़ होता है. चित्रकोट जलप्रपात के चारों ओर हरियाली और जंगलों से घिरा हुआ वातावरण इसे एक आदर्श पर्यटन स्थल बनाता है. यहाँ आने वाले पर्यटक न केवल जलप्रपात की खूबसूरती का आनंद लेते हैं, बल्कि बस्तर क्षेत्र की शांतिपूर्ण और प्राकृतिक सुंदरता का भी अनुभव करते हैं. यह स्थान पिकनिक, ट्रैकिंग और फोटोग्राफी के लिए भी बेहद आकर्षक है.

2- कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान, छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में स्थित एक प्रमुख वन्यजीव अभयारण्य है, जो अपनी अद्वितीय जैव विविधता और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है. यह उद्यान लगभग 200 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है और यहाँ बाघ, तेंदुआ, काले भालू, हाथी और विभिन्न प्रकार के पक्षियों की प्रजातियाँ पाई जाती हैं. कांगेर और धुआंधार जलप्रपात जैसे आकर्षण इस क्षेत्र की खूबसूरती को और बढ़ाते हैं. इसके अलावा, यहाँ ट्रैकिंग, बर्ड वाचिंग और जंगल सफारी जैसी साहसिक गतिविधियाँ भी पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। कांगेर घाटी आदिवासी संस्कृति से भी जुड़ी हुई है, जहां आप स्थानीय जीवनशैली और कला का अनुभव कर सकते हैं. कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान तक पहुँचने के लिए सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन जगदलपुर है, जो लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित है. इसके अलावा, रायपुर से बस और टैक्सी द्वारा भी यहाँ आसानी से पहुँचा जा सकता है.

3- कान्हा राष्ट्रीय उद्यान
कान्हा राष्ट्रीय उद्यान, जो मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित है, वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थल है। यह उद्यान बाघों, तेंदुए, काले भालू, संगठित मृग (सांभर), चीतल और कई अन्य वन्य प्रजातियों का घर है. कन्हा में सफारी के दौरान पर्यटक विभिन्न प्रकार के जानवरों और पक्षियों को उनके प्राकृतिक आवास में देख सकते हैं, जिससे यह जगह वन्यजीवों की अद्भुत विविधता का अनुभव करने के लिए बहुत लोकप्रिय है. यह उद्यान न केवल बाघ संरक्षण के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहाँ के खूबसूरत दृश्यों और प्राचीन जंगलों का भी आनंद लिया जा सकता है.
4- राजिम
राजिम, जो रायपुर जिले में स्थित है, को "छत्तीसगढ़ का हरिद्वार" कहा जाता है. यह स्थल त्रिवेणी संगम के लिए प्रसिद्ध है, जहाँ तीन प्रमुख नदियाँ – माही, पैरी और सोंढी – मिलती हैं. धार्मिक दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण इस स्थान पर हर साल राजिम कुम्भ मेला आयोजित होता है, जो हजारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। यहाँ के घाटों पर स्नान करना और धार्मिक अनुष्ठान करना मान्यता प्राप्त है, जिससे इसे एक प्रमुख तीर्थ स्थल माना जाता है। राजिम का शांत वातावरण, प्राचीन मंदिर और धार्मिक महत्व इसे न केवल धार्मिक पर्यटकों, बल्कि इतिहास और संस्कृति में रुचि रखने वालों के लिए भी आकर्षक बनाता है.
5 - रतनपुर किला
रतनपुर किला, जो बिलासपुर जिले में स्थित है, छत्तीसगढ़ का एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर स्थल है. यह किला अपनी शानदार किलाबंदी और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है, जिसमें प्राचीन दीवारें और मजबूत संरचनाएँ राज्य के ऐतिहासिक गौरव को दर्शाती हैं. किले के चारों ओर का क्षेत्र अत्यधिक सुंदर और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, जो पर्यटकों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है. रतनपुर किले का ऐतिहासिक महत्व भी बहुत अधिक है, क्योंकि यह किला एक समय में बस्तर के राजाओं का गढ़ था. यहाँ की संरचनाएँ और किले के भीतर के खंडहर छत्तीसगढ़ की प्राचीन शाही संस्कृति और इतिहास की याद दिलाती हैं, जो इतिहास प्रेमियों और यात्रियों के लिए एक आदर्श स्थल है.
6 - तीरथगढ़ जलप्रपात
छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में स्थित एक शानदार जलप्रपात है. यह जलप्रपात अपनी 91 मीटर (300 फीट) ऊँचाई के साथ प्रसिद्ध है और प्राकृतिक सुंदरता के कारण पर्यटकों को आकर्षित करता है. तीरथगढ़ जलप्रपात बस्तर के जंगलों के बीच स्थित है और यह अपने बहते हुए पानी, घनी हरियाली, और शांतिपूर्ण वातावरण के कारण एक आदर्श पर्यटन स्थल बन गया है. इस जलप्रपात के आस-पास पर्यटकों को ट्रैकिंग, पिकनिक और फोटोग्राफी जैसी गतिविधियाँ करने का अवसर मिलता है. इसके अलावा, यहाँ के आसपास स्थित जंगलों में वन्यजीवों की भी मौजूदगी है, जो इसे और भी रोमांचक बनाता है. तीरथगढ़ जलप्रपात का दृश्य विशेष रूप से मानसून के दौरान और भी आकर्षक हो जाता है, जब इसका पानी अधिक मात्रा में गिरता है और एक खूबसूरत धारा के रूप में फैलता है। यह स्थल प्रकृति प्रेमियों, साहसिक यात्रियों और फोटोग्राफी के शौकिनों के लिए एक बेहतरीन जगह है.
7- भोरेमदेव मंदिर
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में स्थित एक प्राचीन और ऐतिहासिक हिन्दू मंदिर है. यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और छत्तीसगढ़ के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है. भोरेमदेव मंदिर की स्थापत्य कला और वास्तुकला को देखकर यह स्पष्ट होता है कि इसे विशेष रूप से मध्यकालीन काल में बड़े ध्यान से बनाया गया था। मंदिर का निर्माण हिन्दू वास्तुकला शैली में किया गया है, जिसमें सुंदर शिल्पकला और नक्काशी की गई है. भोरेमदेव मंदिर को "छत्तीसगढ़ का खजुराहो" भी कहा जाता है, क्योंकि इसकी दीवारों पर की गई अद्भुत और जटिल नक्काशी की तुलना मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध खजुराहो मंदिरों से की जाती है. मंदिर के चारों ओर सुंदर वास्तुशिल्प और धार्मिक चित्रकारी है, जो दर्शाते हैं कि यह स्थल न केवल धार्मिक, बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है.
8 - सिरपुर
सिरपुर, छत्तीसगढ़ राज्य के महासमुंद जिले में स्थित एक प्राचीन ऐतिहासिक स्थल है, जो अपनी पुरानी धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है. सिरपुर एक महत्वपूर्ण हिन्दू और बौद्ध तीर्थ स्थल है, जहां कई प्राचीन मंदिर, बौद्ध मठ और ऐतिहासिक अवशेष पाए जाते हैं. सिरपुर का ऐतिहासिक महत्व और प्राचीनता यहाँ की खुदाई के दौरान प्राप्त अवशेषों से स्पष्ट होती है.यह स्थल महात्मा बुद्ध और भगवान शिव के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल रहा है. सिरपुर में स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर और विष्णु मंदिर धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, जिनकी वास्तुकला अद्भुत है. इसके अलावा, यहाँ बौद्ध धर्म से जुड़ी सिद्धार्थ मठ और बौद्ध स्तूप भी स्थित हैं, जो बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए एक प्रमुख आकर्षण हैं. सिरपुर की खुदाई में प्राचीन मूर्तियों, कांसे के बर्तन और अन्य कलात्मक वस्तुएं मिली हैं, जो इसकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती हैं. यहाँ का वातावरण शांत और ऐतिहासिक है, जो इतिहास और संस्कृति में रुचि रखने वाले पर्यटकों के लिए एक आदर्श स्थल बनाता है. सिरपुर का दौरा करने से आपको छत्तीसगढ़ की प्राचीनता और धार्मिक विविधता का अद्वितीय अनुभव मिलता है.
9 - ढोलकल गणेश
ढोलकल गणेश, जो बैलाडिला पहाड़ी के 3000 फीट ऊंचे स्थान पर स्थित है, एक बेहद अद्वितीय और प्राचीन स्थल है. यहाँ स्थित गणेश की मूर्ति को एक चट्टान में उकेरा गया है, जो एक प्रभावशाली दृश्य प्रस्तुत करती है. यह स्थान एक धार्मिक और पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है, जहाँ लोग भगवान गणेश की पूजा अर्चना के लिए आते हैं. ढोलकल गणेश तक पहुँचने के लिए पर्यटकों को कठिन चढ़ाई करनी पड़ती है, लेकिन एक बार ऊपर पहुंचने पर यह स्थान अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांति से पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है.
10 - बारसुर
बारसुर एक ऐतिहासिक स्थल है जो नागवंश के राजा बानासुर की प्राचीन राजधानी थी. यह स्थान पुरानी मूर्तियों और ऐतिहासिक अवशेषों के लिए प्रसिद्ध है. बारसुर में भगवान शिव और अन्य देवी-देवताओं से जुड़ी कई प्राचीन मूर्तियाँ और मंदिर हैं. यहाँ की स्थापत्य कला और प्राचीन मूर्तियाँ यह दर्शाती हैं कि यह स्थल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से कितना महत्वपूर्ण रहा होगा. बारसुर में स्थित मंदिर और मूर्तियाँ छत्तीसगढ़ की प्राचीन संस्कृति और इतिहास की झलक प्रदान करती हैं.
छत्तीसगढ़, प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहर और सांस्कृतिक विविधता से भरपूर राज्य है, जहाँ विभिन्न प्रकार के पर्यटन स्थल हैं. इन सभी जगहों के अलावा छत्तीसगढ़ में और भी घुमने लायक जगहें हैं.