Mayali Nature Camp : मयाली... स्वर्ग कहे तो कम नहीं, एशिया का सबसे ऊंचा शिवलिंग "मधेश्वीर पहाड़" इसकी शान
Mayali Nature Camp : पहाड़ों के बीच स्थित मयाली में बेलसोंगा डेम के साथ मधेश्वीर पहाड़ है, जिसे एशिया का सबसे ऊंचा शिवलिंग माना जाता है।

Mayali Nature Camp : "मयाली" नाम में ही एक अलौकिक शांति और सुकून है. मयाली छत्तीसगढ़ का एक बहुत ही खूबसूरत गांव है. पहाड़ों के बीच स्थित मयाली में बेलसोंगा डेम के साथ मधेश्वीर पहाड़ है, जिसे एशिया का सबसे ऊंचा शिवलिंग माना जाता है। मयाली प्रकृति की गोद में बसे जशपुर में हैं। मयाली जशपुर जिला मुख्या्लय से 35 किलो मीटर और उप जिला मुख्याीलय कुनकुरी से केवल 15 किलोमीटर की दूरी पर है। चराईडांड़- बगीचा राज्य मार्ग मयाली को कुनकुरी से जोड़ता है। प्रकृति की गोद में बसे मयाली गांव करीब 521 हेक्टेयर में फैला है। यह एक छोटा सा गांव हैं। गांव में करीब 150 घर हैं। यह गांव भंडारी मयाली ग्राम पंचायत का हिस्सा है। यह गांव कुनकुरी विधानसभा क्षेत्र में आता है।
टेंट हाउसों में रुकना बेहद रोमांचक
छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अनुसार मयाली एक नेचर कैंप है। पहाड़ों के बीच स्थित मयाली में बेलसोंगा डेम के साथ मधेश्वीर पहाड़ है, जिसे एशिया का सबसे ऊंचा शिवलिंग माना जाता है। डेम में बोटिंग की भी सुविधा है। सरकार की तरफ से वहां टेंट हाउस बनाए गए हैं। डेम के किनारे स्थित इन टेंड हाउसों में रुकना बेहद रोमांचक अनुभव है। यह कई तरह के एडवेंचर किए जा सकते हैं। मयाली डेम का पानी इतना निर्मल और स्ववच्छ है कि उसकी तरंगों की आवाज साफ सुनी जा सकती है। पर्यटकों को आकर्षिक करने के लिए वहां कई झरने और प्राचीन मंदिर भी है।
मयाली डैम के पास में वोटिंग, कैंपिंग, वाटर क्रॉसिंग, ट्रैकिंग और अन्य प्रकार के एडवेंचर जगह है. यहां बच्चों के लिए खेलने के लिए झूले और पार्क भी है. यहां पर फैमिली, दोस्तों या पार्टनर के साथ क्वालिटी वाली टाइम स्पेंड कर सकते हैं.

मधेश्वीर पहाड़
मधेश्वर पहाड़ को शिवलिंग की विश्व की सबसे बड़ी प्राकृतिक प्रतिकृति के रूप में मान्यता मिली है। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में ’लार्जेस्ट नेचुरल फैक्सिमिली ऑफ शिवलिंग’ के रूप में मधेश्वर पहाड़ को दर्ज किया गया है। इस शिवलिंग पर लोगों की बड़ी आस्था है। यहाँ सैलानी दूर-दूर से आते हैं और प्रकृति से अपने आप को जोड़ते हैं। मधेश्वर पहाड़ न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह पर्वतारोहण और एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए भी लोकप्रिय होता जा रहा है।
कैसे पहुंचे मयाली डैम
जशपुर भिलाई, रायपुर, बस्तर, रायगढ़, झारसुगुड़ा और रांची से सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है. जशपुर NH 78 और 43 द्वारा संचालित है. निकटतम रेलवे स्टेशन रायपुर रेलवे स्टेशन है, जो शहर से 127 किमी दूर है. रायपुर में भुवनेश्वर, जयपुर और जोधपुर जैसे शहरों में आजाद हिंद एक्सप्रेस, भुवनेश्वर एक्सप्रेस, जनशताब्दी एक्सप्रेस, ज्ञानेश्वरी डेलक्स, समरसाता एक्सपेस, एलजेएन आर गरिबरथ और दुर्ग जाट एसएफ एक्सप्रेस के माध्यम से दैनिक ट्रेनें हैं. यहां पहुंचने के बाद आप बस या टैक्सी ले सकते हैं. इसके आलावा जशपुर से निकटतम हवाई अड्डा झारखंड राज्य की राजधानी रांची में है. दिल्ली, मुंबई, भोपाल, भुवनेश्वर, कोलकाता, जबलपुर और अन्य शहरों से रांची के लिए सीधी उड़ानें उपलब्ध हैं