पढिये सरकार द्वारा युक्तियुक्तकरण का फैसला वापिस लेने पर फेडरेशन और शिक्षक संघों के नेताओं ने क्या कहा, कैसे किया स्वागत

Sangharsh Morcha: सरकार के युक्तियुक्तकरण पर रोक लगाने का शिक्षक मोर्चा ने स्वागत किया है...

Update: 2024-08-29 15:33 GMT

रायपुर। सरकार के युक्तियुक्तकरण पर रोक लगाने का शिक्षक मोर्चा के  स्वागत किया है। उम्मीद जताई है कि भविष्य में भी इस तरह के अव्यवहारिक निर्णयों से विभाग को दूर रखेगी। शिक्षक मोर्चा ने 9 सितम्बर को प्रदेश भर के विद्यालय बंद रखकर हड़ताल की सूचना दी थी। शिक्षा विभाग और सरकार के युक्तियुक्तकरण पर रोक लगाने का शिक्षक मोर्चा ने स्वागत किया है। नीचे पढ़ें, सरकार के फैसले पर पर कमल वर्मा संजय शर्मा, वीरेंद्र दुबे, केदार जैन और विवेक दुबे ने क्या कुछ कहा...

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छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा,राजेश चटर्जी,ओंकार सिंह,जी आर चंद्रा,चंद्रशेखर तिवारी,मनीष मिश्रा,केदार जैन,राज नारायण द्विवेदी ने राज्य शासन द्वारा शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण करने के आदेश को रद्द किए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह फेडरेशन और शिक्षकों के सभी संगठनों के एकता का परिणाम है। उन्होंने कहा फेडरेशन के दबाव में शासन को अपना आदेश रद्द करना पड़ा। उन्होंने इसका स्वागत करते हुए समस्त शिक्षक संगठनों को बधाई दी है। राज्य सरकार से कर्मचारियों के हितों से जुड़े मामलों को फेडरेशन पूरी सजगता के साथ उठाता रहा है। कर्मचारियों के हितो के आगे भी इसी तरह का संघर्ष जारी रहेगा।

उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की मांग को लेकर 16 सिंतबर को सामूहिक हड़ताल की घोषणा के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी सक्रिय हुए। उन्होंने फेडरेशन के अव्हान पर चर्चा के लिए शिक्षक संगठनों को आमंत्रित किया। दो दौर के बैठक में उठाए गए मुद्दों पर शिक्षा सचिव भी कोई जवाब नहीं दे पाए। फेडरेशन की अगुवाई में रखी गई बातों के बाद शाासन के पास इसका कोई जवाब नहीं था।

छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने विसंगतिपूर्ण एवं अव्यवहारिक युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया का बहुत ही तर्कसंगत ढंग से शासन,प्रशासन के समक्ष अपना पक्ष रखते हुए विरोध दर्ज किया था। जिसके चलते युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया को शासन को वापस लेना पड़ा। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन द्वारा पूरे प्रदेश के शिक्षकों की भावनाओं का सम्मान करते हुए एवम छात्र, शिक्षक,समाज हित में युक्तियुक्तकरण पर तत्काल रोक लगाने पुरजोर ढंग से दबाव बनाया था। जिसके चलते शासन को युक्तियुक्तकरण पर रोक लगाना पड़ा। शासन द्वारा लिए गए निर्णय का छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया है ।साथ ही शिक्षा सचिव को धन्यवाद ज्ञापित किया है। फेडरेशन ने इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया का विशेष रूप से आभार व्यक्त किया है।

संयोजक संजय शर्मा ने कहा कि शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेसी से कल छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के संजय शर्मा, वीरेंद्र दुबे, मनीष मिश्रा, केदार जैन, विकास राजपूत ने चर्चा के दौरान जोर देकर कहा था कि पहले प्राचार्य, व्याख्याता, प्रधान पाठक एमएस व पीएस व शिक्षक के रिक्त सभी पदों पर हाई कोर्ट में केविएट लगाकर टाइम लिमिट कर पदोन्नति कीजिए। उन्हें रिक्त पदों पर पोस्टिंग दीजिए।

विभाग द्वारा जारी 2008 के सेटअप को यथावत रखा जाएं। उससे कम पद स्कूलों में कैसे दिया जा रहा है। इसमे छेड़छाड़ गलत है। साथ ही प्रत्येक विद्यालय का स्वतंत्र यू डाइस कोड हो, उनकी व्यवस्था अलग किया जा सकता है।

छग शिक्षक संघर्ष मोर्चा के प्रांतीय संचालक वीरेंद्र दुबे ने बताया कि विश्वस्त सूत्र से ज्ञात हुआ है कि प्रदेश में युक्तियुक्तकरण की जो प्रक्रिया चल रही थी उसे शिक्षा विभाग ने स्थगित कर दिया है, जिसका हम स्वागत करते हैं और उम्मीद करते हैं कि भविष्य में भी इस तरह की विभागीय सेटअप से छेड़छाड़ कर शिक्षा व्यवस्था को चरमराने वाली कोई भी नीति विभाग द्वारा नही लाई जाएगी। उल्लेखनीय है कि शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी के द्वारा आहूत बैठक में छग शिक्षक संघर्ष मोर्चा के सभी प्रान्त संचालक वीरेंद्र दुबे,संजय शर्मा, मनीष मिश्रा, विकास राजपूत, तथा प्रांतीय उपसंचालक धर्मेश शर्मा,चन्द्रशेखर तिवारी,जितेंद्र शर्मा,अब्दुल आसिफ खान,मनोज सनाढ्य, सुधीर प्रधान आदि सम्मलित रहे और समवेत स्वर में युक्तियुक्तकरण के जारी निर्देशों का कड़ा विरोध कर तत्काल इसे स्थगित करने की मांग की थी।

छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने इस प्रक्रिया का विरोध करते हुए चरणबद्ध आंदोलन की शुरुआत कर दी थी। जिसमे मुख्यमंत्री, शिक्षा सचिव,और DPI संचालक के नाम कलेक्टर,जिलाशिक्षाधिकारी को ज्ञापन दिया गया था। दूसरे चरण में पूर्व मुख्यमंत्री व विधानसभा अध्यक्ष डा रमन सिंह, उपमुखयमंत्री अरुण साव सहित सभी मंत्री,सांसद और विधायकों को ज्ञापन सौंपकर युक्तियुक्तकरण के जारी निर्देशो से होने वाले नुकसान के बारे में अवगत कराया था। इसी सिलसिले में शिक्षक संघर्ष मोर्चा द्वारा उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री विजय शर्मा से मुलाकात कर मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया गया था, तो उन्होंने शिक्षा सचिव को तत्काल फोन लगाकर मोर्चा के साथ बैठकर समाधान निकालने का निर्देश दिया था इसी परिपेक्ष में कल मंत्रालय में शिक्षक संगठनों की बैठक सम्पन्न हुई जिसका परिणाम आज निकल कर सामने आया कि विभाग ने फिलहाल युक्तियुक्तकरण को स्थगित कर दिया है।

संयुक्त शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष केदार जैन ने कहा, वरिष्ठ शिक्षकों को अतिशेष न किया जावे, कामर्स, हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत जैसे विषय के लिए छात्र संख्या के आधार पर शिक्षक बढ़ाया जावे, आवश्यकतानुसार नए शिक्षकों की भर्ती किया जाएं, शिक्षा व्यवस्था बनाने में हम सहयोग करेंगे।

विसंगति पूर्ण युक्तियुक्तकरण को स्थगित करने का निर्णय छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा लिया गया है जिसका छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ स्वागत करता है।

हमने कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा एवं 20 अन्य संगठनों का संयुक्त मोर्चा बनाकर ज्ञापन देकर एवं मीडिया के माध्यम से विसंगति पूर्ण युक्तियुक्तकरण का पुरजोर विरोध किया जिसका परिणाम आज प्राप्त हुवा है।

मैं छत्तीसगढ़ के यशस्वी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं शिक्षा सचिव का इस निर्णय के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ। नीचे देखें वीडियो...


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