शिक्षकों को "निकम्मा" के बाद अब "कामचोर" शब्द को लेकर बवाल.....मामला पहुंचा स्कूल शिक्षा मंत्री और थाने तक .....जाने क्या है मामला ।
मुंगेली। शिक्षकों को व्हाट्सएप ग्रुप पर कामचोर कहने पर बवाल मच गया है। शिक्षक संगठनों ने इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस सम्बंध में शिक्षकों ने मीटिंग भी की है।
मुंगेली जिले के जिला शिक्षा विभाग ने एसएमडीसी नामक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया है और इसमें अलग अलग विकास खंडों के एसएमसी सदस्यों के अलावा कुछ स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी जोड़ा गया है। जिसमे 12 जुलाई को 7389142256 व 9893897676 मोबाइल नम्बर से शिक्षको को कामचोर लिखा गया है। जिस पर सँयुक्त शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष मोहन लहरी द्वारा आपत्ति जताते हुए उच्च कार्यालय से पत्र व्यवहार किया है।
इसके अतिरिक्त सँयुक्त शिक्षक संघ ने बैठक कर एसे कृत्यों के खिलाफ विरोध की रणनीति भी बनाई है। शिक्षको की बैठक में तय किया गया कि कुछ तथाकथित शिक्षाविदो द्वारा शिक्षको के खिलाफ अनुचित टिकाटिप्पणी शुरू कर दी गई है। जिसकी देखा देखी अन्य लोग भी शिक्षको के खिलाफ आपत्तिजनक वक्तव्य दे रहे हैं। जिस पर हमारे शिक्षा विभाग के अधिकारी भी मौन रहते हैं। जिसे बिल्कुल भी स्वीकार्य नही किया जा सकता। एसे अनुचित वक्तव्यों का जोरदार विरोध करने की रणनीति बैठक में बनी। इसके अतिरिक्त शिक्षको को गैर शिक्षकीय कार्यों में लगाये जाने का उल्लेख करते हुए भी कहा गया कि सभी विभागों के कार्यों में समय-असमय काम आने वाले शिक्षकों को कामचोर कहा जा रहा है। और उन्हें अपमानित किया जा रहा है।
शिक्षको ने गलत कमेंट करने वालो व उन को सह देने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही के लिए शिक्षा मंत्री प्रेम साय सिंह टेकाम को ज्ञापन सौपा है। ज्ञापन सौपने वालो में रामसिंह राजपूत,उत्तम सिंह सोलंकी,राजेन्द्र ठाकुर,मोहित खांडे व मोहन लहरी आदि थे।