Raigarh News: दो बीईओ ने मध्याहन भोजन राशि का 25 लाख रुपये किया गबन, जांच रिपोर्ट में पुष्टि के बाद नोटिस जारी कर मांगा गया जवाब...
CG Raigarh News : रायगढ़। मध्याहन भोजन की राशि का गबन करने वाले पुसौर ब्लॉक के पूर्व व वर्तमान बीईओ को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। दोनों बीईओ ने संबंधित महिला स्व सहायता समूह को चेक जारी करने के बजाए खुद के नाम पर चेक काट कर सहायक ग्रेड-3 से आहरण करवा लिया था। जांच रिपोर्ट में इसकी पुष्टि होने पर नोटिस जारी कर 7 दिन में जवाब मांगा गया है। जवाब नही देने पर एकतरफा कार्यवाही की बात कही गई है।
रायगढ़ जिले के पुसौर ब्लॉक में पदस्थ पूर्व बीईओ वीके तिर्की व वर्तमान बीईओ डीके पटेल के द्वारा मध्याहन भोजन की राशि में गड़बड़ी की शिकायतें मिली थी। आरोप था कि दोनों बहनों ने एमडीएम की राशि को संबंधित महिला समूह को देने के बजाय खुद के नाम पर चेक जारी कर सहायक ग्रेड-3 को आहरण के लिए अधिकृत किया था। दोनों बीईओ ने कुल मिलाकर 24 लाख 69 हजार रुपए का गबन मध्याहन भोजन के नाम पर किया था। ऑडिट रिपोर्ट से जानकारी मिलने व शिकायतों के बाद बिलासपुर संभाग के संयुक्त संचालक शिक्षा आरएन हिराधर ( वर्तमान में रिटायर) इस बात की जांच की। जांच रिपोर्ट में 24 लाख 69 हजार रुपए के गबन की पुष्टि हुई है। संयुक्त संचालक ने अपनी जांच रिपोर्ट में बताया है कि पुसौर के पूर्व बीईओ विके तिर्की ने अपने ढाई साल की पदस्थापना के दौरान बिना कैश बुक भरे 29 चेक जारी किए। जिनमें 22 लाख 12 हजार 680 रुपए खुद के नाम पर काट लिए और उसे आहरण के लिए बीईओ कार्यालय में पदस्थ सहायक ग्रेड-3 मनोज कुमार को अधिकृत करते हुए आहरण करवा लिया। इसके बाद पदस्थ वर्तमान बीईओ डीके पटेल ने स्वयं के नाम 7 चेक जारी कर 2 लाख 26 हजार रुपये का आहरण करवा लिया। आहरण के लिए उन्होंने भी सहायक ग्रेड-3 मनोज कुमार को अधिकृत किया था।
संयुक्त संचालक शिक्षा की जांच रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि भंडार क्रय नियमों का उल्लंघन कर आर्थिक अनियमितता करते हुए राशि का गबन किया गया है। आहरित राशि को संबंधित फर्मों को भुगतान करने की भी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है। जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि ऑडिट में जब आर्थिक अनियमितता का खुलासा हुआ तो वर्तमान बीईओ डीके पटेल ने पुसौर बीईओ के शासकीय खाते में 2 लाख 2 हजार रुपये जमा भी करवा दिया। जांच रिपोर्ट में स्पष्ट बताया गया है कि चेकबुक का 1 अप्रैल 2017 से संधारण नहीं करवाया गया है। यदि चेकबुक का संधारण किया जाता तो इस तरह की गड़बड़ी पहले ही सामने आ जाती, और इससे बचा जा सकता था। जांच रिपोर्ट में स्पष्ट बताया गया है कि दोनों बीईओ ने मध्यान भोजन की राशि को निकालकर गबन किया है। मामले की जांच कर संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग आरएन हीराधर (30 मार्च से रिटायर) ने पूर्व में पदस्थ विके तिर्की व वर्तमान बीईओ डीके पटेल से वसूली कर कार्रवाई की अनुशंसा की है।
संयुक्त संचालक ने अपनी जांच रिपोर्ट स्कूल शिक्षा विभाग में जमा करवाई। जिसके बाद स्कूल शिक्षा विभाग के अवर सचिव आरपी वर्मा ने पुसौर ब्लाक के पूर्व बीईओ वीके तिर्की और वर्तमान बीईओ डीके पटेल को नोटिस जारी कर 1 सप्ताह में जवाब देने का अल्टीमेटम दिया हैं। जारी नोटिस में एमडीएम की राशि का अनियमित आहरण व गबन का उल्लेख किया गया है। इस कृत्य को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियम के विपरीत माना गया है। इसमें दोनो बीईओ द्वारा की गई वित्तीय अनियमितता की राशि 24 लाख 69 हजार रुपए की वसूली करते हुए छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियम 1965 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की बात कही गई है। 1 सप्ताह में जवाब नहीं देने पर एकतरफा कार्यवाही की भी बात कही गई है। पुसौर में विके तिर्की 1 अप्रैल 2017 से 26 अगस्त 2019 तक पदस्थ रहे। वर्तमान ड़ीईओ डीके पटेल 26 अगस्त 2019 से अब तक पदस्थ है। रायगढ़ ड़ीईओ बी बाखला ने नोटिस जारी करने की पुष्टि की है।