महिला शिक्षिकाओं को धमकाने वाले लिपिक की गिरफ्तारी की मांग, हड़ताल में नहीं रहने पर की अभद्रता
रायपुर। हड़ताली कर्मचारियों द्वारा 22 अगस्त को आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जे.आर.डी. दुर्ग में घुसकर प्राचार्य एवं शिक्षकों के साथ डराने, धमकाने एवं अभद्रता पूर्ण व्यवहार करने वाले लिपिक सत्येंद्र सिंह राजपूत और उनके सहयोगियों को गिरफ्तार कर कड़ी कार्यवाही की मांग को लेकर शिक्षकों के संगठनों ने कलेक्टर दुर्ग से मुलाकात की।
एसोसिएशन ने कहा है कि किसी भी हड़ताल में शामिल होना या न होना कर्मचारी का निजी अधिकार है, इसके लिए महिला शिक्षक पर दबाव बनाना या अभद्रता करना असहनीय है, फेडरेशन के घटक साथी सोसल मीडिया लगातार धमकी की भाषा मे लिखते है, फोन भी किया जाता है, शासन प्रशासन ने इंद्रावती पर सुरक्षा तो दी पर पूरे प्रदेश में हड़ताल की आड़ में दादागिरी व उगाही की जा रही है। एसोसिएशन के सदस्यों का झूठा इस्तीफा पोस्ट किया जा रहा है।
विद्यालय परिसर में महिला शिक्षकों के साथ हुई इस अभद्र घटना से महिला शिक्षिकाएं भयभीत है तथा उन्होंने अपने शिक्षक संगठनों के पदाधिकारियों से इस मामले में सहयोग के लिए लिखित में निवेदन किया तथा अपने साथ हुए इस दुर्व्यवहार को बताते हुए उनकी आंखें भर आयी, शिक्षिकाओं का कहना था कि अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के आंदोलन में शामिल नहीं होने के कारण उनके साथ ऐसा बुरा बर्ताव किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष शत्रुघ्न साहू तथा शालेय शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी सहित जिला प्रतिनिधि मंडल ने दुर्ग कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर पुष्पेंद्र सिंह मीणा से मुलाकात की तथा प्राचार्य एवं शिक्षकों के साथ डराने, धमकाने एवं अभद्रता पूर्ण व्यवहार करने वाले लिपिक सत्येंद्र सिंह राजपूत और उनके सहयोगियों की गिरफ्तार कर कड़ी कार्यवाही की मांग की।
कलेक्टर महोदय ने प्रतिनिधि मंडल को बताया कि मामला उनके संज्ञान में सोशल मीडिया के माध्यम से आया है इस संबंध में उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी दुर्ग से दूरभाष पर बात भी की है तथा जानकारी मांगी है कलेक्टर महोदय ने प्रतिनिधि मंडल को बहुत जल्द इस मामले में कड़ी कार्यवाही का भरोसा दिया गया है, ज्ञापन सौंपने वाले प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से ओम प्रकाश पाण्डेय, जयंत यादव, कमल वैष्णव, वीरेंद्र वर्मा, अमिता हरमुख, संजय चंद्राकर, किशन देशमुख, चंद्रहास देवांगन, नारायण जोशी, किरण तिवारी, लोमन ठाकुर, राजेश चंद्राकर आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।