Janjgir Teacher News: हेड मास्टर निलंबित: MDM में खीर– पूड़ी खाकर स्कूली बच्चों को हुआ था फूड प्वाइजनिंग, प्रधान पाठक निलंबित, मध्यान्ह भोजन प्रभारी पर हुई कार्यवाही

Janjgir Teacher News: चौराभांठा मध्यान्ह भोजन प्रकरण में कड़ी कार्रवाई की गई है। महिला प्रधान पाठक को निलंबित कर दिया गया है। वही मध्यान्ह भोजन का काम करने वाले स्व-सहायता समूह को भी बदल दिया गया है। मध्यान्ह भोजन प्रभारी की असंचयी प्रभाव से दो वेतनवृद्धि रोकी गई है।

Update: 2025-12-16 15:11 GMT

Janjgir Teacher News: जांजगीर। जांजगीर-चांपा कलेक्टर जन्मेजय महोबे के निर्देशन में चौराभांटा शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय में मध्यान्ह भोजन व्यवस्था में लापरवाही प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है। शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय चौराभांठा की प्रधान पाठक किरण लता शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

शनिवार 13 दिसंबर को नवागढ़ ब्लाक के शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय चौराभांटा में मध्याहन भोजन में खीर– पूड़ी बनाई गई थी। जिसे खाकर 26 विद्यार्थियों के पेट में दर्द और उल्टी– दस्त शुरू हो गई। जिसके चलते उन्हें एंबुलेंस बुलाकर नवागढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया। पता चला कि खराब खाद्य सामग्री के चलते बच्चों को फूड प्वाइजनिंग हुआ था। प्राथमिक उपचार के बाद 21 बच्चों को तो छुट्टी दे दी गई पर पांच बच्चों को स्थिति खराब होने के चलते एहतियातन अस्पताल में रखा गया था। घटना के ही दिन कलेक्टर ने प्रधान पाठिका को नोटिस दिया था।

प्रकरण की समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि मध्यान्ह भोजन संचालन में निर्धारित मापदंडों का पालन नहीं किया गया। स्व सहायता समूह के रसोइया से पूछताछ में उसने बताया कि समूह द्वारा जो आटा दिया गया था वो आटा काला पड़ गया था। ऐसे खराब आटे से बनी हुई पूड़ी खाने के चलते बच्चों की तबीयत बिगड़ी थी।

जिसके बाद विद्यालय में कार्यरत राहुल महिला स्व-सहायता समूह को कार्य से पृथक करते हुए उसके स्थान पर दूसरे पात्र महिला स्व-सहायता समूह को मध्यान्ह भोजन संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। साथ ही प्रकरण में पर्यवेक्षण स्तर पर लापरवाही पाए जाने पर संबंधित मध्यान्ह भोजन प्रभारी जगेश्वर सिंह शिक्षक एल बी शास पूर्व माध्यमिक शाला चौराभांठा की असंचयी प्रभाव से दो वेतनवृद्धि रोकने के आदेश संयुक्त संचालक शिक्षा द्वारा जारी किए गए हैं।

कलेक्टर ने स्पष्ट किया है कि बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य से किसी भी प्रकार का समझौता स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने मध्यान्ह भोजन योजना के क्रियान्वयन में पारदर्शिता, गुणवत्ता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए सभी विद्यालयों में सतत निरीक्षण और निगरानी करने के निर्देश दिए हैं।

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