Bilaspur News: पढ़ाना छोड़ नेटवर्क मार्केटिंग कंपनियों के एजेंट बने शिक्षकों पर होगी कार्यवाही, संयुक्त संचालक ने मांगी जानकारी

Bilaspur News: पढ़ाना छोड़ नेटवर्क मार्केटिंग कंपनियों के प्रचार में लगे शिक्षकों की जानकारी संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग ने जिला शिक्षा अधिकारियों से मंगाई है।

Update: 2024-11-21 16:10 GMT

Bilaspur News: बिलासपुर। पढ़ाना छोड़कर नेटवर्क मार्केटिंग कंपनियों और निजी कंपनियों के एजेंट बने शिक्षकों के खिलाफ अब शिक्षा विभाग कार्यवाही करने जा रहा है संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग बिलासपुर ने नेटवर्क मार्केटिंग करने वाले शिक्षकों की जानकारी सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से मांगी है। शासन से अच्छी सैलरी मिलने के बाद भी पटना छोड़कर नेटवर्क मार्केटिंग करने वाले शिक्षकों पर विभाग कार्यवाही की तैयारी में है।

स्कूल शिक्षा विभाग के कई शिक्षक अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतते हुए ज्यादा पैसा कमाने की लालच में नेटवर्क मार्केटिंग कंपनियों से जुड़कर बतौर एजेंट बन कार्य कर रहे है। खुद तो शिक्षक नेटवर्क मार्केटिंग कंपनियों के एजेंट बने हुए हैं इसके अलावा स्कूली बच्चों के अभिभावकों को भी नेटवर्क मार्केटिंग कंपनियों से जुड़ने के लिए बच्चों के माध्यम से दबाव बनाया जाता है। पैसा कमाने के लिए लक्ष्मी निजी कंपनियों के प्रचार में जुटे शिक्षक बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐसा मामला सबसे पहले रायगढ़ जिले में सामने आया। जिसमें वहां के जिला शिक्षा अधिकारी ने पत्र जारी कर सख्त हिदायत देते हुए शिक्षकों को ऐसा करने से मना किया गया था। बावजूद इसके जांजगीर जिले से भी ऐसी जानकारी सामने आई थी।

सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले में इस तरह का मामला सामने आने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर नेटवर्क मार्केटिंग कंपनियों से जुड़े शिक्षकों की जानकारी मांगी थी। पत्र में जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा था कि ऐसे नेटवर्क मार्केटिंग कंपनियों से जुड़े शिक्षक जो भले ही नियमित रूप से स्कूल आ रहे हो उनकी सूची, वीडियो, व्हाट्सएप चैट और फेसबुक चैट के साथ तत्काल भेजी जाए। महासमुंद जिले के सिरपुर के आसपास के क्षेत्र में शिक्षकों के नेटवर्क मार्केटिंग कंपनियों से जुड़ने और बच्चों पर प्रसार के लिए दबाव डालने की शिकायतें भी सामने आई थी।

अब संयुक्त शिक्षा संचालक बिलासपुर संभाग ने सख्ती बरतते हुए ऐसे शिक्षकों की जानकारी इकट्ठा कर उन पर कार्यवाही की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिसके चलते निजी कंपनियों से जुड़े शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है। ऐसे शिक्षक जो स्कूलों में काम और निजी कंपनियों का प्रचार करते अधिक दिख रहे हैं उन पर विभाग शिकंजा कसने जा रहा है।

बिलासपुर के संयुक्त संचालक शिक्षा ने संभाग के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर नेटवर्क मार्केटिंग वन निजी मार्केटिंग कंपनियों के प्रचार में लगे शिक्षकों की जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है। पत्र में संयुक्त संचालक ने लिखा है कि संभल अंतर्गत कार्यरत कुछ शिक्षक अध्ययन अध्यापन छोड़कर नेटवर्क मार्केटिंग और हर्बल लाइफ से जुड़कर प्रचार–प्रसार में जुटे हैं। कुछ स्थानों पर शिक्षकों द्वारा नेटवर्क मार्केटिंग के लिए शाला अवधि में ऑनलाइन ट्रेंनिंग करने तथा विद्यार्थियों के भी मदद लेने की जानकारी मिली है। यह भी जानकारी मिली है कि शिक्षक बिना अनुमति के विभिन्न कार्यशाला में भाग लेते हैं तथा देश के विभिन्न प्रांतो तथा विदेशी यात्रा में सम्मिलित हुए हैं। जिसके लिए इस प्रकार के शिक्षकों की जानकारी जो किसी नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी से जुड़े हैं इनका परीक्षण का प्रमाण सहित दिए गए प्रारूप में जानकारी प्रस्तुत करें। प्रारूप में शिक्षक का नाम, पदनाम, कार्यरत संस्था का नाम, कंपनी का नाम और जुड़ने का समय की जानकारी मांगी गई है।

सोशल मीडिया खंगालने से मिलेगी जानकारी

कुछ स्थानों पर शिक्षकों द्वारा नेटवर्क मार्केटिंग के लिए बच्चों की मदद लेने की भी शिकायतें मिली है। इसके अलावा हर्बल लाइफ जैसी मार्केटिंग कंपनी के प्रचार प्रसार के लिए स्कूल के बच्चों और पालकों पर दबाव बनाने की शिकायत मिली है। सोशल मीडिया पर भी शिक्षकों के द्वारा उक्त कंपनियों और उनके उत्पादों सहित कार्यशालाओं का पोस्टर/ वीडियो आदि पोस्ट किया गया है। जिसको खंगालने पर ऐसे शिक्षकों की जानकारी सबूत सहित सामने आ सकेगी।

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