Raigarh News: 1.12 करोड़ की ठगी का खुलासा, बंगाल से तीन आरोपी पकड़े गये, ट्रेडिंग स्कैम के नाम पर ऐसे देते थे घटना को अंजाम
Raigarh News: ट्रेडिंग स्कैम के नाम पर ठगी करने वाले तीन शातिर आरोपियों को रायगढ़ पुलिस ने पश्चिम बंगाल से पकड़ा है। आरोपियों ने तमनार में 1 करोड़ 12 लाख की ठगी की घटना को अंजाम दिया था।
रायगढ़। छत्तीसगढ़ की रायगढ़ पुलिस ने ट्रेडिंग स्कैम करने वाले गिरोह के तीन आरोपियों को पश्चिम बंगाल से धर-दबोचा है। आरोपी व्हाॅटसएप पर शेयर मार्केट में हाई रिटर्न देने का झांसा देकर अपने जाल में फंसाते थे। आरोपियों के द्वारा तमनार क्षेत्र में 1.20 करोड़ की ठगी की घटना को अंजाम दिए थे।
आईजी बिलासपुर संजीव शुक्ला के निर्देशन में पुलिस अधीक्षक रायगढ़ श्री दिव्यांग पटेल के द्वारा लगातार आनलाईन ठगी के प्रकरण में उप पुलिस अधीक्षक सायबर अभिनव उपाध्याय को सायबर सेल में अलग से आनलाईन फ्राॅड सेल का गठन कर प्रकरण में सूक्ष्मता से जांच कर अखिल भारत में आरोपियों की पहचान पतासाजी एवं गिरफतारी करने के निर्देश दिये गये थे।
इसी तारतम्य में सायबर की टीम द्वारा लगातार ट्रेडिंग स्कैम के जटिल जाल की विभिन्न कड़ियों को सुलझाने का सार्थक प्रयास किया जा रहा था। थाना तमनार में दर्ज अपराध क्रमांक 187/24 धारा 318(4), 3(5), 338, 340(2) भा.न्या.सं एवं 66 (डी) आई.टी. एक्ट कायम कर विवेचना में लिया गया था जिसकी सूक्ष्मता से पड़ताल करने पर आरोपियों की पहचान की गई जिनका दीगर राज्य पश्चिम बंगाल में होना पाया गया।
इस पर पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा निरीक्षक तमनार आर्शीवाद रहटगांवकर के नेतृत्व में सायबर सेल तमनार खरसिया, जूटमिल, कोतरारोड़ आदि थानों की संयुक्त टीम को विभिन्न प्रकरणों में आरोपियों की पतासाजी एवं गिरफ्तारी हेतु दीगर राज्य झारखण्ड, बिहार, पश्चिम बंगाल भेजा गया था जिस पर कार्यवाही करते हुये उक्त टीम को पूर्व में जामताड़ा(झारखण्ड) से 02 आरोपियों को गिरफतार करने के पश्चात्, पश्चिम बंगाल में भी ट्रेडिंग स्कैम को संचालित करने वाले 03 आरोपियों को गिरफ़्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल हुई है।
जानिए कैसे दिए थे घटना को अंजाम
सावित्रीनगर कालोनी जे.पी.एल तमनार में रहने वाले गोपाल कृष्ण शर्मा के द्वारा शिकायत् दर्ज कराया गया कि, 6 जून को पीड़ित के मोबाइल नंबर पर अज्ञात व्हाट्सएप नंबर से शेयर मार्केट में हाई रिटर्न प्राप्त का झांसा देते थे। आरोपियों द्वारा ग्रो एप डाउनलोड करने हेतु मैसेज आया। ग्रो एप डाउनलोड नहीं होने पर उसी नंबर से उसे लिंक भेजा गया जिसको उसने अपने मोबाइल में डाउनलोड किया।
पीड़ित को बताया गया कि यह एक इन्टरनेशनल एकाउण्ट है इसमें वह अपर सर्किट के शेयर तथा आई.पी.ओ. खरीद बेच सकता है। जिसमें प्रतिदिन 10 से 50 प्रतिशत तक रूपये कमा सकते है। उक्त एप के माध्यम से 11/06/2024 से 03/07/2024 तक विभिन्न खातों में रूपये ट्रांसफर कराये गये। 3/07/2024 को पोर्टल में कुल राशि 59418711.00 रूपये दिखने लगे तो उसके रूपये निकालने हेतु रिक्वेस्ट किया। लेकिन एकाउण्ट में रूपये ट्रांसफर नहीं हुये। उसके बाद प्रार्थी द्वारा शेयर मार्केट हेतु आरोपियों द्वारा बनाये गये व्हाॅटएप ग्रुप में रूपये विड्राल नहीं होने संबंधी मैसेज पोस्ट किया गया तो व्हाट्सएप मैसेज द्वारा ही उसे बताया गया कि कुल प्राफिट का 15 प्रतिशत पर्सनल इन्कम टैक्स के रूप में जमा करना होगा। 7201817 रूपये है वरना वह रूपये नहीं निकाल सकता। इसी तरह पीड़ित को बार-बार गुमराह कर उससे 11243913 (एक करोड़ बारह लाख तिरालीस हजार नौ सौ तेहर रूपये) की ठगी की गई।
शिकायत के आधार पर थाना तमनार मेें अपराध क्रमांक 187/24 धारा 318(4), 3(5), 338, 340(2) भा.न्या.सं एवं 66 (डी) आई.टी. एक्ट कायम कर विवेचना में लिया गया जिन खातों में रूपये ट्रांसफर हुये थे उनकी जानकारी ली गई जिसमें रूपये इनोवेटिव नाम के खाते में 33 लाख रूपये क्रेडिट होना पाया गया जो संचालक गौरहरी मंडल का है।
आरोपीगण से प्रारंभिक पूछताछ पर यह पाया गया कि, यह ट्रेडिंग स्कैम पूरे भारतवर्ष में फैले म्यूल एकाउण्ट (समान्यतः करेंट एकाउण्ट जिसे उसके मूल धारक के द्वारा कुछ रूपयों के बदले किसी और को बेच दिया जाता है) संचालित किया जाता है । अतः प्रकरण में गहन पूछताछ के पश्चात अन्य आरोपियों की पहचान एवं बड़े नेटवर्क के खुलासे की संभावना है।
आरोपियो द्वारा कई राज्यों में केस दर्ज
पुलिस महानिदेशक छत्तीसगढ़ के द्वारा समय-समय पर पुलिस अधीक्षकों को दिये गये दिशा निर्देश के अनुसार सायबर फ्राॅड में ऑल इण्डिया लिंकेजेस निकालने हेतु निर्देशित किया गया है जिसके तारतम्य में पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग पटेल द्वारा इस प्रकरण में भी उक्त आरोपियों के विरूद्ध अखिल भारत में दर्ज शिकायतों एवं अपराधों के संबंध में पतासाजी करने हेतु अपने मातहतों को निर्देशित किया । थाना तमनार के अपराध के अलाव कुल 08 अन्य स्थानों पर कुल 13 करोड़ रूपये से अधिक की फ्राॅड रिर्पोटिंग पाई गई जो निम्नांकित है-
1. जिला नगांव, आसाम में कुल 378800.00 रूपये की ठगी।
2. जिला कृष्णागिरी तमिलनाडु में कुल 1,60,70,000 रूपये की ठगी
3. थाना भवानीपुर, जिला कोलकाता साउथ डिवीजन में कुल 2,03,74,000.00 रूपये की ठगी ।
4. थाना भवानीपुर, जिला कोलकाता साउथ डिवीजन में कुल 1,95,49,000 रूपये की ठगी ।
5. जिला कोजिकोड, केरल में थाना सायबर क्राईम पुलिस स्टेशन अपराध क्रमांक 15/24 कुल 4,73,14,000.00 रूपये की ठगी ।
6. जिला बांद्रा वेस्ट, मुम्बई में सायबर पुलिस स्टेशन, वेस्ट रिजन अपराध क्र 320/24 कुल 33,78,955.00 रूपये की ठगी ।
7. सायबर पुलिस थाना बृहनमुम्बई शहर में अपराध क्रमांक 417/24 कुल 1,46,22,066.00 रूपयों की ठगी ।
8. जिला मड़िपक्कम, चेन्नई तमिलनाडु में 63,35,000 रूपयो की ठगी
गिरफ्तार आरोपियों के नाम
1. MkW गौरहरीमंडल पिता स्व कनईलाल मंडल उम्र 54 वर्ष निवासी रायचैधरी बगान वार्ड नं 06 थाना बोराईपुर जिला 24 परगना साउथ वेस्ट बंगाल।
2. मैदुल शेख पिता हसन शेख उम्र 35 वर्ष निवासी बलवानबारी थाना थाना बोराईपुर जिला 24 परगना साउथ वेस्ट बंगाल।
3. चंदन उर्फ बाबू कहार पिता स्व पांचू कहार उम्र 34 वर्ष 13/14 पाईप पारा, मोईत मंच थाना चितपुर कोलकाता वेस्ट बंगाल।
जब्ती
1. भारतीय स्टेटबैंक के कुल 35 खाते।
2. 07 मोबाईल फोन।
3. 01 ySiVkWi
4. 03 ए.टी.एम 01 क्रेडिटकार्ड
5. 78 लाख के चेक की छायाप्रति।
इनकी रही भूमिका
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश मरकाम के मार्गदर्शन उप पुलिस अधीक्षक सायबर सेल अभिनव उपाध्याय की सतत मानिटरिंग एवं पर्यवेक्षण में गठित विशेष टीम के लीडर निरीक्षक तमनार आर्शीवाद रहटगांवकर के हमराह में सउनि-भागीरथी चैधरी, प्र.आर. दिलीप भानु, करूणेश राय, हेमप्रकाश सोन, अमित तिर्की, बिरीछलाल साण्डे, आरक्षक- महेश पण्डा, प्रशांत पण्डा, पुष्पेन्द्र जाटवर, कमलेश यादव, टिकेश्वर यादव, योगेश साहू, शशी भूषण साहू, ठंडाराम गुप्ता, टेक्नीकल सपोर्ट-म.आर-मेनका, आर-धनंजय कश्यप शामिल रहे।