Kanker Crime News: स्कूल की महिला प्यून से ठगी: मंत्रालय में नौकरी लगाने के नाम पर ठग लिए 7.25 लाख, ऐसे हुआ पूरे मामले का खुलासा

Peon Se Naukari Lgane Ke Nam Par Thagi: कांकेर: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में स्कूल की महिला प्यून से ठगी का एक मामला सामने आया है, जहां आरोपी ने मंत्रालय में नौकरी लगाने के नाम पर प्यून से 7 लाख से ज्यादा रुपए ठग लिए। पैसे देने के बाद जब नौकरी नहीं लगी तो महिला प्यून ने इसकी शिकायत पुलिस में की। वहीं पुलिस ने भी मामले की जांच शुरु कर दी है।

Update: 2025-10-14 04:22 GMT

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Peon Se Naukari Lgane Ke Nam Par Thagi:  कांकेर: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में स्कूल की महिला प्यून से ठगी का एक मामला सामने आया है, जहां आरोपी ने मंत्रालय में नौकरी लगाने के नाम पर प्यून से 7 लाख से ज्यादा रुपए ठग लिए। पैसे देने के बाद जब नौकरी नहीं लगी तो महिला प्यून ने इसकी शिकायत पुलिस में की। वहीं पुलिस ने भी मामले की जांच शुरु कर दी है। 

महिला प्यून से 7,24,232 रुपए की ठगी

यह पूरा मामला भानूप्रतापपुर थाना क्षेत्र की है। बताया जा रहा है कि हायर सेकेण्डरी स्कूल भानबेड़ा की महिला प्यून से ठगी की गई है। आरोपी ने मंत्रालय में परमानेंट नौकरी लगाने के नाम पर 7,24,232 रुपए ठग लिए। पैसे देने के बाद जब नौकरी नहीं लगी तो महिला प्यून ने इसकी शिकायत पुलिस में की। वहीं पुलिस ने भी मामले की जांच शुरु कर दी है।     

 वन विभाग में संविधा नौकरी लगााने का दिया झांसा 

ठगी की शिकार हुई हायर सेकेण्डरी स्कूल भानबेड़ा की महिला प्यून डिंपल मानिकपुरी ने अपनी शिकायत में बताया कि 2023 में उसकी पहचान गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के पुटा गांव में रहने वाले अर्जुनदास महंत से हुई थी। इस दौरान आरोपी ने उन्हें झांसा दिया कि उसकी रायपुर मंत्रालय में अच्छी जान पहचान है। वह उसकी वन विभाग में संविदा नौकरी लगा देगा।

अनुकम्पा नियुक्ति नियमित पद पर नौकरी का दिया झांसा 

महिला प्यून ने भी झांसे में आकर आरोपी को 3 अक्टूबर 2023 को 60 हजार रुपए दिए। इसके बाद आरोपी ने उससे यह कहकर 3 लाख रुपए ऐंठ लिए कि वन विभाग में सहायक ग्रेड 3 में अर्जुनी वन मण्डल में योगेश कुमार थे, जिसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली उसकी जगह पर  अनुकम्पा नियुक्ति नियमित पद पर नौकरी लगा देगा। 

धीरे-धीरे ऐंठते गया पैसा

इसके बाद महिला प्यून को रायपुर मंत्रायल बुलाया गया, जहां उसकी मुलाकात कोरबा जिले के रहने वाले रितेश से करवाई और उसे मंत्रालय का बाबू बताया। इसी दौरान उन्होंने 2 लाख 8 हजार रुपए का इकरार नामा भी तैयार कर लिया। इसके बाद जनवरी 2024 में नियुक्ति पत्र देने की बात कहीं गई, लेकिन नियुक्ति पत्र न देकर उनकी पोस्टिंग दुर्ग में करने की बात कहीं गई और उससे 18 दिसंबर 2023 को 1 लाख रुपए ले लिए।

मामला दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस

इतना ही नहीं 12 फरवरी 2024 को ट्रेनिंग के नाम पर 20 हजार और कंप्यूटर सर्टिफिकेट के नाम पर 20 हजार रुपए और ले लिए। पहले उसे 13 जून को नियुक्ति पत्र देने की बात कहीं गई थी, फिर बाद में कहा कि नियुक्ति पत्र देने वाले का एक्सीडेंट को गया है। इसके बाद उसे अपने साथ हुए ठगी का एहसास हुआ और मामले की शिकायत थाने में की। पुलिस ने भी मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।      

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