Janjgir Champa News: जादू टोना के नाम पर चाचा की हत्या, हंसिया से हमला कर मार डाला...
Janjgir Champa News: छत्तीसगढ़ में जादू टोना के नाम पर भतीजे ने चाचा की निर्मम हत्या कर दी।
Janjgir Champa News: जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में सनसनीखेज हत्याकांड का मामला सामने आया है। भतीजे ने अपने चाचा की हंसिया से काटकर हत्या कर दी। आरोपी ने जादू टोना के शक में अपने ही चाचा को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने आरोपी भतीजे को गिरफ्तार कर लिया है। घटना थाना चापा क्षेत्र के कोटाडबरी की है।
जानिए पूरी घटना
दरअसल, मृतक राम प्रसाद पाल पीपल चौक के पास मकान में अकेले रहता था और पीपल चौक के पास स्थित शिव मंदिर में पूजा पाठ करता था। घर के पास ही बड़ा भाई अजीत पाल रहता है जो प्रकाश इंडस्टरीज कोटाडबरी में ढाबा चलाता था। अजीत पाल अक्सर रामप्रसाद पाल को जादू-टोना करते हो, मेरा दुकान नहीं चलता है, बोलकर लड़ाई झगड़ा और मारने की धमकी देता था।
21 सितम्बर की शाम करीब 7 बजे अजीत पाल फिर से इसी बात को लेकर राम प्रसाद पाल से मारपीट करने लगा और धारदार हसिया से हमला कर हत्या कर दिया था। मृतक का बेटा लक्ष्मण पाल तत्काल मौके पर पहुंचा और देखा तो पिता राम प्रसाद पाल घर के बाहर रोड पर पड़े हुए थे। आरोपी ने मृतक के कनपटी और गले पर वार किया हुआ था, जिससे बहुत खून बह रहा था। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टर ने मृत बताया। मृतक के बेटे की रिपोर्ट पर थाना चाम्पा में तत्काल हत्या का मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
हत्या की घटना को गंभीरता से लेते हुए एसपी विजय कुमार पाण्डेय ने पुलिस को कार्रवाई कर जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे।
पुलिस की टीम ने आरोपी के घर में दबिश दी, पर आरोपी घर से फरार था। इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी हथनेवरा चौक की ओर भाग रहा है। इस जानकारी पर तत्काल पुलिस टीम ने घेराबंदी कर आरोपी को PIL प्लांट के पास पकड़ा गया।
पूछताछ करने पर आरोपी अजीत पाल पुलिस को गुमराह करता रहा, जब बारिकी से पूछताछ की गई तो आरोपी ने मृतक राम प्रसाद पाल को जादू टोना करने की बात को लेकर धारदार हंसिया से हत्या करना स्वीकार किया।
आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त एक नग धारदार हसिया को जब्त किया गया। आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया
इस कार्रवाई में निरीक्षक जयप्रकाश गुप्ता थाना प्रभारी चाम्पा, सहायक उपनिरीक्षक अरुण सिंह, प्रधान आरक्षक अमृत सलूजा, नरसिंह वर्मन अजय चतुर्वेदी, शंकर राजपूत, मुद्रिका दुबे, आकाश कालोसिया, जय उराव, भूपेंद्र राठौर की विशेष भूमिका रही।