CG-शराबी डाॅक्टर बर्खास्तः नशेडी डाॅक्टर की लापरवाही से बच्चे की हुई मौत, NPG.NEWS की खबर पर सरकार ने लिया एक्शन...
CG-Drunken doctor dismissed,
कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोयलीबेडा में पदस्थ शराबी चिकित्सा अधिकारी शीतल दुग्गा को बर्खास्त कर दिया गया है। डाॅक्टर शीतल दुग्गा का शराब के नशे में मरीज के परिजनों के साथ दुर्व्यवहार और गली-गलौज का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। डाॅक्टर की लापरवाही के चलते बीमार बच्चे की जान चली गई। इस खबर को एनपीजी न्यूज ने प्रमुख्ता के साथ अपने पोर्टल में प्रकाशित किया था। खबर पर संज्ञान लेते हुये राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ ने डाॅक्टर शीतल दुग्गा को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया है। नीचे देखें जारी आदेश...
नीचे देखें वीडियो...
जानिए पूरा मामला
ये पूरा मामला अंतागढ़ के कोयलीबेड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है। 29 जुलाई सोमवार की सुबह 9 वर्षीय मयंक पटेल को पेट में तेज दर्द हुआ, जिसके बाद परिजनों ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोयलीबेड़ा में भर्ती कराया था। इस दौरान ड्यूटी में तैनात डाॅक्टर शीतल दुग्गा शराब के नशे में बच्चे के इलाज में लापरवाही करने लगा। जब बच्चे की तबीयत ज्यादा खराब हुई तो डाॅक्टर ने उसे कुछ दवा पिला दी, जिसके बाद बच्चा और गंभीर हो गया। परिजनों ने बच्चे की हालत देखकर उसे कांकेर रेफर कर ही रहे थे कि रास्ते में ही बच्चे ने दम तोड़ दिया।
नशे में परिजनों से बदतमीजी
बच्चे की मौत के बाद गुस्साएं परिजन नशेडी डाॅक्टर के पास पहुंचे तो डाॅक्टर नशे में पीड़ित परिजनों से ही बदतमीजी करने लगा और रौब दिखाते हुये उन्हें ही धमकी-चमकी देने लगा। नशे में डाॅक्टर बोला कि जो करना है कर लो, लेकिन यहां से चले जाओं...
इधर, इस घटना की जानकारी मिलते ही कांकेर सीएमएचओ अविनाश खरे अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और डाॅक्टर को फटकार लगाये। साथ ही पीड़ित परिजनों से दोषी के खिलाफ उचित कार्रवाई का आश्वासन दिये।
घटना के एक दिन पहलेर पहुंचे थे सांसद
मालूम हो कि रविवार 28 जुलाई को कांकेर सांसद भोजराज नाग कोयलीबेडा दौरे में थे। इसी दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भी पहुंचे थे और यहां ग्रामीण से चर्चा भी की थी। इस दौरान ग्रामीणों ने नशेड़ी डाॅक्टर शीतल दुग्गा के खिलाफ शिकायत भी की थी। सांसद ने ग्रामीणों के सामने ही डाॅक्टर को फटकार लगाई थी। फटकार खाये 24 घंटे भी नहीं हुआ था कि डाॅक्टर नशे की हालत में सोमवार को भी दिखा और उसकी लापरवाही के चलते एक मासूम को अपनी जान गंवानी पड़ी।