Raipur News: आपात स्थिति से निपटने रायपुर पुलिस द्वारा किया गया बलवा ड्रिल का अभ्यास
रायपुर. राजधानी रायपुर में विपरीत परिस्थितियों पर उग्र हो रहे प्रदर्शनकारी, दंगाइयों से कैसे निपटें और शांति व्यवस्था कैसे नियंत्रित करें। इसी के तहत 19 जुलाई को पुलिस लाईन रायपुर में बलवा दंगों के दौरान कानून व्यवस्था स्थापित करने हेतु बलवा ड्रील का पूर्वाभ्यास कराया गया।
बलवा मॉकड्रिल रिहर्सल परेड में पुलिस जवानों की अलग-अलग टीम बनाई गई। जिसमें टियर गैस पार्टी, केन पार्टी, लाठी पार्टी, राइफल पार्टी, मेडिकल पार्टी को अपना-अपना कार्य तय कर दिशा निर्देश दिए गए। इसके उपरांत विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों से पुलिस ने बात की एवं समझाने की कोशिश की किन्तु लोगों की भीड़ अचानक उग्र हो गई एवं पुलिस पर पथराव करने लगे। यह देख पुलिस ने पहले उन्हें चेतावनी दी। इसके बाद भी वे नहीं माने तो टियर गैस के गोले दागे तब भी नहीं माने, तब पुलिस द्वारा अनाउंसमेंट कर चेतावनी दी गई, किन्तु प्रदर्शनकारियों को उग्र होता देख कर पुलिस टीम द्वारा लाठीचार्ज भी किया गया। इसके उपरांत बेकाबू भीड़ को रोकने के लिए मजिस्ट्रेट के आदेश उपरांत फायर किया गया। जिसमें कुछ प्रदर्शनकारी घायल हो गए एवं कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए जिन्हें उपचार हेतु डॉक्टर की टीम द्वारा एम्बुलेंस से तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया।
बलवा मॉकड्रिल में दोनों ही भूमिकाओं में पुलिस अधिकारी और कर्मचारी थे। कानून-व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए तथा विपरीत परिस्थितियों में भीड़ पर नियंत्रण पाने के लिए अमले को प्रशिक्षण देने और अपनी क्षमताओं की परख करने के लिए समय-समय पर इस तरह की मॉकड्रिल आयोजित की जाती है, ताकि कानून व्यवस्था ड्यूटी, धरना-प्रदर्शन इत्यादि के दौरान विपरित परिस्थितियों में पुलिसकर्मी अपने आप को सुरक्षित रखते हुए अपने कर्तव्यों का बखूबी निर्वहन कर भीड़ नियंत्रण एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके। इस दौरान पुलिसकर्मियों को विभिन्न पहलुओं पर जानकारी भी दी गई है।
इस अभ्यास में जिला रायपुर के अनुविभागीय दण्डाधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, पुलिस राजपत्रित अधिकारी, रक्षित निरीक्षक, थाना प्रभारी के अतिरिक्त सैकड़ों अधिकारी/कर्मचारीगण सम्मिलित हुये।