MCB News: थाने का ताला नहीं खुलने से प्रेमी-प्रेमिका की नहीं हो सकी शादी, मंडप से पहले चल गया लाठी और फरसा, दूल्हा, दुल्हन पुलिस को ढूंढते रह गए...तब तक सुबह हो गई
MCB News: छत्तीसगढ़ के एमसीबी याने मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में एक प्रेमी जोड़े की सामाजिक रीति-रिवाज से इसलिए शादी नहीं हो सकी कि गांव में लाठी और फरसा चल गया। प्रेमी जोड़ा थाने का दरवाजा खटखटाते रह गए मगर पुलिसवाले ताला लगा भीतर सोते रहे।
MCB News: मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर। पड़ोस की लड़की से कोर्ट मैरिज कर चार साल बाद महाराष्ट्र से लौटकर घर आने के बाद सामाजिक रीति-रिवाज से शादी करने पर गांव में लाठी-डंडा और फरसा तक चल गया। घटना में एक ग्रामीण घायल हो गया। अस्पताल में उसका उपचार जारी है। पुलिस वालों से जान बचाने की गुहार लगाते दूल्हा-दुल्हन थाने के बाहर कई घंटे तक इंतजार करते रहे, लेकिन रातभर थाने में अंदर से ताला लगा रहा। पुलिस वाले भीतर सोते रहे। ताला खुलने के इंतजार और दशहत भरी रात गुजारने के बाद दूल्हा-दुल्हन की शादी नहीं हो सकी और सुबह हो गई।
घटना एमसीबी जिले के झगराखंड थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत बंजी के मटियारीऔरा की है। यहां झगराखंड पुलिस की लापरवाही सामने आई है। वहीं जिम्मेदार अफसर पुलिस बल की कमी बता बचने का प्रयास कर रहे हैं। मटियारीऔरा निवासी दूल्हा के भाई शिवमूरत सिंह कुर्रे ने बताया कि चार साल पहले उसके छोटे भाई प्रकाश ने पड़ोस की लड़की से कोर्ट मैरिज की थी। इसके बाद से दोनों महाराष्ट्र चले गए और वहां काम कर जीवन यापन कर रहे थे। चार साल लौटने पर समाज और रिश्तेदारों ने उन्हें सामाजिक रीति-रिवाज से शादी करने को कहा।
इस पर शादी की तारीख 22 अप्रैल तय हुई। देर रात वैवाहिक कार्यक्रम के दौरान डीजे बजा वे आतिशबाजी कर रहे थे, इस बीच बार-बार बिजली गुल हो रही थी। शक होने पर घर से कुछ ही दूर स्थित ट्रांसफॉर्मर की जांच की गई तो एक लड़के को डंडे से डीओ गिराते हुए पाया गया। इस पर दूल्हे के भाई मूरतसिंह ने उससे डीओ गिराने का कारण पूछा तो लड़के ने कहा कि उसकी जमीन पर ट्रांसफॉर्मर लगा है, वह जो चाहे कर सकता है। इस पर बात बिगड़ गई और लड़की पक्ष की ओर से लड़की के पिता, भाई और मां सहित अन्य ने लाठी-डंडा और फरसा लेकर उन पर और शादी में शामिल होने आए मेहमानों पर अटैक कर दिया। हमले में लड़का पक्ष की ओर से वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने आया अंगद सिंह का हाथ फरसा से जख्मी हो गया।
इसके बाद रात एक बजे वह दूल्हा-दुल्हन को साथ लेकर रिपोर्ट दर्ज कराने झगराखंड थाने पहुंचा तो थाने के गेट पर अंदर से ताला लगा हुआ था। डेढ़ घंटे तक आवाज देने पर भी गेट खोलने कोई नहीं आया। इस पर वे रात में ही रिपोर्ट करने सिटी कोतवाली मनेंद्रगढ़ पहुंचे, जहां से उन्हें यह कहकर चलता कर दिया कि यह झगराखंड थाने का मामला है। शिवमूरत ने बताया कि गांव के एक व्यक्ति से उन्हें झगराखंड थानांतर्गत खोंगापानी चौकी प्रभारी राकेश शर्मा का नंबर मिला। उन्होंने मोबाइल पर उन्हें घटना की सूचना दी। चौकी प्रभारी ने झगराखंड थाने में फोन किया, तब गेट का ताला खोला गया और तड़के तीन बजे के बाद उनकी रिपोर्ट दर्ज की गई। इससे रात बीत गई और दुल्हा-दुल्हन की शादी नहीं हो सकी।