Chhattisgarh News: पैसा कमाने की लालच में मालिक माइंडसेट वाले इंजीनियर ने अपने ही कर्मचारी को किया प्रताड़ित...
Chhattisgarh News: नेटवर्क मार्केटिंग का जाल सरकारी विभागों में तेजी के साथ फैलता ही जा रहा है। अभी तो शिक्षा विभाग में ही मालिक माइंडसेट वाले गुरुजी नजर आ रहे थे। स्कूल शिक्षा विभाग के साथ ही अब बिजली कंपनी में भी काम करने वाले कर्मचारी व इंजीनियर भी इस धंधे में शामिल हो गए हैं। नेटवर्क मार्केटिंग के जरिए पैसा कमाने की लालच ने अपने ही कर्मचारी को इतना प्रताड़ित किया कि वह अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है। यह भयावह सच छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में देखने में आया है। पढ़िए नेटवर्क मार्केटिंग से जुडे इंजीनियर ने प्रोडक्ट खरीदने अपने कर्मचारी पर कैसे दबाव बनाया।
Chhattisgarh News: बिलासपुर। स्कूल शिक्षा विभाग के ऐसे मालिक माइंडसेट वाले गुरुजी के बारे में जानकारी सामने आई थी जो कम समय में ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने चाहते हैं और अपनी ख्वाहिशों को जितनी जल्दी हो पूरा करने के लिए नेटवर्क मार्केटिंग को जरिया बनाया है। ऐसे गुरुजी शासन को लंबे समय से चूना लगाते आ रहे हैं। स्कूल के बजाय अपने धंधे में लगे रहते हैं। स्कूल शिक्षा विभाग से इतर नेटवर्क मार्केटिंग का जाल बिजली विभाग तक पहुंच गया है। एक इंजीनियर ने कंपनी का प्रोडक्ट खरीदेन के लिए अपने कर्मचारी पर दबाव बनाया। कर्मचारी दबाव सह नहीं पाया और आत्म हत्या करने की कोशिश की। कर्मचारी अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है।
सीएसईबी में सहायक अभियंता गजेंद्र नाथ सोनी सरकारी कामकाज के अलावा नेटवर्क मार्केटिंग का काम भी कर रहा है। वह हर्बल लाइफ कंपनी से जुड़ा हुआ है। बिजली कंपनी में इंजीनियर के पद पर पदस्थ होने केे बाद नेटवर्क मार्केटिंग के काम को कैसे और किस तरह मैनेज कर रहे होंगे इसे सहज ही समझा जा सकता है। पैसे कमाने की लालच में असिस्टेंट इंजीनियर ने जो कुछ किया वह और भी चौंकाने वाला है। उसने अपने ही मातहत कर्मचारी को प्रोडक्ट खरीदने के लिए पहले दबाव बनाया और फिर जबरन गांव में उसकी छोटी सी किराने की दुकान में प्रोडक्ट छोड़ दिया। प्रोडक्ट के एवज में असिस्टेंट इंजीनियर ने कर्मचारी से 11 हजार रुपये की वसूली भी कर ली। परेशान कर्मचारी ने प्रोडक्ट लौटाया और 11 हजार रुपये देने की मांग की। मालिक माइंड सेट वाले असिस्टेंट इंजीनियर ने कर्मचारी से गाली गलौच तो की ही, नौकरी से निकलवा देने और जान से मारने की धमकी भी दे डाली। नौकरी जाने के डर से कर्माचारी ने पेट्रोल पी लिया। गंभीर स्थिति में उसे बिलासपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ये है मामला
घटना कोटा थाना क्षेत्र की है। सलकारोड के ग्राम नवागांव निवासी 33 वर्षीय ओमप्रकाश जायसवाल 132 केवीए सब स्टेशन में ऑपरेटर है। गजेंद्रनाथ सोनी सब स्टेशन में असिस्टेंट इंजीनियर के पद पर पदस्थ है। मालिक माइंड सेट वाले असिस्टेंट इंजीनियर गजेंद्रनाथ हर्बल लाइफ प्रोडक्ट नामक कंपनी से जुड़ हुआ है। इंजीनियर गजेंद्र नाथ 25 अप्रैल को ओमप्रकाश के बिल्लीबंद गांव गया था। उसके दुकान में कंपनी का प्रोडक्ट छोड़ने के बाद 11 हजार रुपए ले लिया। गांव के दुकान में प्रोडक्ट किसी काम का नहीं था।
लिहाजा ओमप्रकाश ने इंजीनियर गजेंद्रनाथ से कहा कि गांव में खरीदार ना होने के कारण डिमांड नहीं है, प्रोडक्ट को वापस लेने की बात कही। इंजीनियर ने प्रोडक्ट लेने से इंकार कर दिया। नाराज इंजीनियर ने ओमप्रकाश को कोटा नाका चौक बुलाया और गाली गलौच करते हुए नौकरी से निकालने व जान से मारने की धमकी दी। इंजीनियर की धमकी से परेशान ओमप्रकाश ने पेट्राल पीकर जान देने की कोशिश की। प्राइवेट अस्पताल में उसे भर्ती कराया गया है। कोटा पुलिस ने असिस्टेंट इंजीनियर के खिलाफ जुर्म दर्ज कर लिया है।