Chhattisgarh News: 7 मई को देशभर में होगा सेना का माकड्रिल: छत्तीसगढ़ के दुर्ग के आसमान में उड़ान भरेगा सेना का विमान, देखें गृह मंत्रालय का पत्र
Chhattisgarh News: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ाई बरतना शुरू कर दिया है। वाटर स्ट्राइक के बाद दोनों देशों के बिगड़ते हालात के बीच बतौर सुरक्षा सेना ने देशभर के चुनिंदा शहरों में माकडील का निर्णय लिया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस संबंध में पत्र लिखकर राज्य सरकारों को सचेत किया है। छत्तीसगढ़ के दुर्ग में सेना का माकड्रिल होगा।
Chhattisgarh News: रायपुर। पहलगाम में आतंकी हमला के बाद भारत ने पड़ोसी देश पाकिस्तान के खिलाफ बेहद कड़ा रूख अख्तियार किया है। भारत का पाक के खिलाफ लगातार स्ट्राइक जारी है। सीमा पर पाक सेना लगातार सीज फायर का उल्लंघन कर रही है। बिगड़ते हालात के बीच सेना ने एतिहात और सुरक्षा के तौर पर देशभर के प्रमुख शहरों में माकड्रिल का निर्णय लिया है। इस दौरान ब्लैक आउट माकड्रिल होगा। माकडील के दौरान लोगों को सुरक्षा के उपाय भी बताए जाएंगे। सेना ने ब्लैक आउट माकडील के लिए छत्तीसगढ़ के दुर्ग का चयन किया है। सेना की तैयारियों के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देशभर के राज्य सरकारों को पत्र लिखकर दिशा निर्देशों का गंभीरता के साथ पालन करने की बात कही है।
संवेदनशील क्षेत्रों में नागरिक सुरक्षा तैयारियों को मजबूत करने के संबंध में 2 मई 2025 को नागरिक सुरक्षा नियम, 1968 की धारा 19 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, गृह मंत्रालय, भारत सरकार ने 07.मई.2025 को देश के 244 वर्गीकृत नागरिक सुरक्षा जिलों में नागरिक सुरक्षा अभ्यास और पूर्वाभ्यास आयोजित करने का निर्णय लिया है। अभ्यास के संचालन की योजना गांव स्तर तक बनाई गई है। इस अभ्यास का उद्देश्य सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में नागरिक सुरक्षा तंत्र की तैयारी का आकलन करना और उसे बढ़ाना है।
नागरिक सुरक्षा अभ्यास में जिला नियंत्रक, विभिन्न जिला प्राधिकारियों, नागरिक सुरक्षा वार्डन/स्वयंसेवकों, होम गार्ड (सक्रिय/आरक्षित स्वयंसेवक), एनसीसी, एनएसएस, एनवाईकेएस, कॉलेज/स्कूल के छात्रों की सक्रिय भागीदारी की परिकल्पना की गई है। उक्त नागरिक सुरक्षा अभ्यास का उद्देश्य विभिन्न नागरिक सुरक्षा उपायों की परिचालन प्रभावकारिता और परिचालन समन्वय का आकलन करना है।
0 मॉकड्रिल के उद्देश्य
हवाई हमले की चेतावनी प्रणालियों की प्रभावशीलता का आकलन करना।
भारतीय वायु सेना के साथ हॉटलाइन/रेडियो संचार लिंक का संचालन।
नियंत्रण कक्षों और छाया नियंत्रण कक्षों की कार्यक्षमता का परीक्षण करना।
शत्रुतापूर्ण हमले की स्थिति में स्वयं की रक्षा के लिए नागरिक सुरक्षा पहलुओं पर नागरिकों, छात्रों आदि को प्रशिक्षण देना।
दुर्घटना की स्थिति में ब्लैक आउट उपायों का प्रावधान।
महत्वपूर्ण संयंत्रों/प्रतिष्ठानों को शीघ्र छिपाने का प्रावधान
वार्डन सेवाओं, अग्निशमन, बचाव कार्यों और डिपो प्रबंधन सहित नागरिक सुरक्षा सेवाओं की सक्रियता और प्रतिक्रिया को सत्यापित करना।
क्रैश ब्लैकआउट उपायों के कार्यान्वयन का आकलन करना।
निकासी योजनाओं की तैयारी और उनके कार्यान्वयन का मूल्यांकन करना।
0 महानिदेशकों से ये कहा
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अपने पत्र में कलेक्टर्स से कहा कि अपने राज्य/संघ राज्य क्षेत्रों के नागरिक सुरक्षा निदेशक को निर्देश दें कि वे अपने राज्य/संघ राज्य क्षेत्रों के सभी वर्गीकृत नागरिक सुरक्षा जिलों में सभी हितधारकों को शामिल करके 07.05.2025 को नागरिक सुरक्षा अभ्यास आयोजित करें। कृपया इस संबंध में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट भी जल्द से जल्द इस निदेशालय के साथ साझा करें।
0 चीफ सिकरेट्री को लिखे पत्र में यह सब
राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में वर्गीकृत सीडी कस्बों/जिलों में नागरिक सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और इष्टतम नागरिक सुरक्षा तैयारियों को बनाए रखने के मुद्दे पर माननीय प्रधान मंत्री और माननीय केंद्रीय गृह मंत्री ने 27 और 28 अक्टूबर 2022 को हरियाणा के सूरजकुंड में आयोजित 'चिंतन शिविर' में अपने संबोधन के दौरान जोर दिया है, जिसके बाद केंद्रीय गृह सचिव का 16 जनवरी 2023 का डीओ पत्र (प्रतिलिपि संलग्न) जारी किया गया है। मैं आपको आपके राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के वर्गीकृत सीडी कस्बों/जिलों की नागरिक सुरक्षा तैयारियों को बढ़ाने के लिए लिख रहा हूँ।
नागरिक सुरक्षा को राष्ट्र की निष्क्रिय रक्षा रणनीति का एक अभिन्न अंग माना जाता है। संवेदनशील क्षेत्रों में नागरिक सुरक्षा उपायों का कार्यान्वयन नागरिक सुरक्षा अधिनियम, 1968 द्वारा नियंत्रित होता है। वर्तमान भू-राजनीतिक परिदृश्य में, नए और जटिल खतरे/चुनौतियाँ उभरी हैं, इसलिए, यह समझदारी होगी कि राज्यों/संघ शासित प्रदेशों में हर समय इष्टतम नागरिक सुरक्षा तैयारियाँ बनाए रखी जाएँ। इसे प्राप्त करने के लिए, आपके राज्यों/संघ शासित प्रदेशों के वर्गीकृत सीडी कस्बों/जिलों में नीचे उल्लिखित उपायों को अपनाया जा सकता है:
हवाई हमले की चेतावनी सायरन का संचालन
सेना- भारतीय वायु सेना के साथ हॉटलाइन/रेडियो संचार लिंक का संचालन।
नियंत्रण कक्षों / छाया नियंत्रण कक्षों का सक्रियण और संचालन
शत्रुतापूर्ण हमले की स्थिति में स्वयं की रक्षा के लिए नागरिक सुरक्षा पहलुओं पर नागरिकों, छात्रों आदि को प्रशिक्षण देना।
नागरिक सुरक्षा सेवाओं, विशेषकर वार्डन सेवाओं, अग्निशमन, बचाव सेवा, डिपो आदि को सक्रिय करना।
दुर्घटना ब्लैक आउट उपायों का प्रावधान
महत्वपूर्ण संयंत्रों/प्रतिष्ठानों को शीघ्र छिपाने का प्रावधान