CG Yuktiyuktakaran: युक्तियुक्तकरण या मनमानीकरण? अफसरों ने स्कूलों को ऐसे मर्ज किया जैसे कागज़ पर खेल हो!

CG Yuktiyuktakaran: युक्तियुक्तकरण में शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने जमकर मनमानी की है। स्कूलों का हो या फिर शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण का मामला। स्कूल शिक्षा विभाग के मापदंडों का अवहेलना कर दिया है। ताजा मामला छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले का है। बीईओ की लापरवाही कहें या फिर जानबुझकर किया खेला। दूरी कम होने के बाद दो स्कूलों को मर्ज कर दिया। ग्रामीणों के हस्तक्षेप के बाद विभाग के अफसर जागे और फिर यह सब हुआ।

Update: 2025-07-10 06:51 GMT

CG Yuktiyuktakaran

CG Yuktiyuktakaran: रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में स्कूलों के युक्तियुक्तकरण करने में शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। अफसरों ने दो स्कूलों की दूरी कम बताकर मर्ज कर दिया। दो स्कूलों को एक साथ मर्ज करने के बाद बच्चों की पढ़ाई और आने जाने में हो रही दिक्कतों को देखते हुए ग्रामीण सड़क पर उतर आए। ग्रामीणों के आंदोलन से विभागीय अफसरों की करतूत की पोल भी खुल गई। बात कलेक्टर से होते हुए राज्य शासन तक जा पहुंची। दो स्कूलों की दूरी नापी गई तब विभागीय अधिकारियों की लापरवाही भी सामने आ गई। राज्य शासन के हस्तक्षेप के बाद मर्ज स्कूलों को अलग-अलग करने का आदेश जारी किया गया है।

विवाद डीपा पारा सरिया और रेंजर पारा स्कूल को लेकर शुरू हुआ था। दरअसल इन दोनों स्कूलों की दूरी कम बताकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने दो स्कूलों को मर्ज कर दिया था। सारंगढ़ के प्राइमरी स्कूलों की दूरी कम बताकर दोनों स्कूलों को मिडिल स्कूल में मर्ज करने का आदेश जारी कर दिया था। ग्रामीणों ने मापदंडों के विपरीत मर्ज करने की शिकायत की थी। इसे लेकर ग्रामीणों ने हल्ला भी बोला था। ग्रामीणों के विरोध के बाद जब विभाग के अफसरों ने दोनों प्राइमरी स्कूल की दूरी का नापजोख कराया गया तो ग्रामीणों की शिकायत व दावा सही मिला।

स्कूल के युक्तियुक्तकरण में गड़बड़ी का पहला मामला-

शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा स्कूलों के युक्तियुक्तकरण में गड़बड़ी बरतने का यह पहला मामला है। नापजोख कराने और मापदंड से विपरीत युक्तियुक्तकरण की बात सामने आने के बाद मर्ज स्कूलों का अस्तित्व एक बार फिर अलग-अलग कर दिया गया है। दोनों स्कूलों को अलग करने के साथ ही बच्चों को भी पहले की तरह मूल स्कूलों में वापसी करा दी गई है।

क्या है मापदंड-

स्कूलों व शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया के लिए राज्य शासन ने अलग-अलग मापदंड तय किया है। 500 मीटर से कम दूरी पर संचालित दो स्कूलों को एकसाथ मर्ज करने का नियम बनाया है। दोनों स्कूल की दूरी तय मापदंड से ज्यादा है। अधिकारियों ने दोनों स्कूलों की दूरी को कम बताते हुए मर्ज कर दिया था। शिक्षकों के लिए विषयवार मापदंड तय किया गया था। इसमें भी बड़े पैमाने पर गड़बड़ी सामने आई है।

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