CG News: स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही: विभाग अधिकारी या कर्मचारी ने नहीं बल्कि गार्ड ने खुद की मर्जी से मरीज को लगाया था इंजेक्शन, सुरक्षा एजेंसी का ठेका समाप्त

CG News: कलेक्टर गरियाबंद की ओर से हाई कोर्ट में पेश शपथ पत्र में बताया गया कि महिला गार्ड को इंजेक्शन लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी या कर्मचारी द्वारा नहीं कहा गया था। गार्ड ने स्वयं ही इंजेक्शन लगा दिया है। लापरवाही के कारण गार्ड और सुरक्षा एजेंसी दोनों को हटा दिया गया है।

Update: 2025-08-28 14:25 GMT

CG News:बिलासपुर। कलेक्टर गरियाबंद की ओर से हाई कोर्ट में पेश शपथ पत्र में बताया गया कि महिला गार्ड को इंजेक्शन लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी या कर्मचारी द्वारा नहीं कहा गया था। गार्ड ने स्वयं ही इंजेक्शन लगा दिया है। लापरवाही के कारण गार्ड और सुरक्षा एजेंसी दोनों को हटा दिया गया है।

जिला अस्पताल में नर्स की जगह महिला गार्ड द्वारा मरीज को इंजेक्शन लगाने के मामले को हाईकोर्ट ने गंभीरता से लिया है। CHMO व सिविल सर्जन को शासन के नोटिस के बाद इस संदर्भ में आगे क्या कार्रवाई की जा रही है। चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा की बेंच में कलेक्टर गरियाबंद को इस संदर्भ में जानकारी देना था। हालांकि हाईकोर्ट इस जवाब से पूरी तरह संतुष्ट नहीं हुआ और सवाल किया कि आखिर ऐसा कैसे हो सकता है। यह तो और बड़ी लापरवाही है कि स्वास्थ्य कर्मी नहीं बल्कि कोई बाहरी व्यक्ति इलाज कर रहा है.

गुरुवार को सुनवाई के दौरान कोर्ट ने जिला अस्पताल में ऐसी चूकों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए किए गए उपायों की भी जानकारी मांगी थी। शासन की ओर से बताया गया कि सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत करने के साथ ही सभी बातों पर ध्यान दिया जा रहा है।

गरियाबंद जिला अस्पताल में मरीज को नर्स की जगह महिला गार्ड ने इंजेक्शन लगा दिया था। सबसे पहले NPG.NEWS ने खबर प्रकाशित की थी. हाईकोर्ट ने मीडिया किंखब्र को संज्ञान में लेते हुए पीआईएल के रूप में सुनवाई प्रारम्भ की है। यह घटना तब प्रकाश में आई जब एक पूर्व पार्षद, अपने भतीजे के साथ इलाज के लिए गए थे। उन्होंने इस कृत्य को कैमरे में कैद कर लिया और सोशल मीडिया में वायरल कर दिया.


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