CG News: छात्रावास अधीक्षक गिरफ्तार: पेड़ काटने के दौरान चौथी कक्षा के छात्र की हुई थी मौत, मामले में छात्रावास अधीक्षक और भृत्य गिरफ्तार
CG News: बालक आश्रम में झाड़ी काटने के दौरान लापरवाही के चलते टांगी के वार से चौथी कक्षा के दस वर्षीय बालक की मौत हो गई थी। परिजनों ने लापरवाही पर कार्रवाई की मांग की थी। पुलिस ने जांच के बाद छात्रावास अधीक्षक और भृत्य को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा है।
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CG News: बलरामपुर। बलरामपुर जिले के जरहाडीह स्थित बालक आश्रम में दस वर्षीय छात्र की पेड़ कटाई के दौरान टांग लगने से मौत हो गई थी। जांच में पता चला कि आश्रम का भृत्य पेड़ काट रहा था। तभी उसकी टांगी पास में खेल रहे बालक के पैर में लगी। जांच के बाद पुलिस ने आश्रम अधीक्षक और भृत्य काे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है। न्यायालय के आदेश पर जेल भेजा गया है। मामला चौकी गणेश मोड़ थाना बलरामपुर क्षेत्र का है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अभय कच्छप(10) बालक आवासीय आश्रम जरहाडीह में कक्षा चौथी का छात्र था। वह आश्रम परिसर में 31 अगस्त रविवार की शाम खेल रहा था, इसी दौरान आश्रम का भृत्य करमसाय पंडो पेड़ की कटाई कर रहा था। पेड़ काटने के दौरान भृत्य की टांगी अभय के बाएं पैर में घुटने के पास लग गई। इससे बालक गंभीर रूप से घायल हो गया। बालक के पैर की नस कट गई और अत्यधिक रक्त स्राव होने लगा। गंभीर रूप से घायल बालक को अधीक्षक अस्पताल लेकर गए। जहां पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। इस घटना की सूचना पर पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पीएम कराया। इस मामले को गणेशमोड़ चौकी पुलिस को जांच के लिए सौंपी गई।
जांच के दौरान गवाहों के बयान से पता चला कि आश्रम प्रबंधन ने बच्चों की सुरक्षा की अनदेखी की थी। अधीक्षक दिनेश कुमार की मौजूदगी में भृत्य करमसाय पंडो से झाड़ी और पेड़ कटवाए जा रहे थे। में ही बच्चे उसी स्थान पर खेल रहे थे। लापरवाही के चलते बालक की जान चली गई। बयान के आधार पर पुलिस ने भृत्य करमसाय पंडो पिता बिरझू(40) और छात्रावास अधीक्षक दिनेश कुमार पिता अहिबरन ग्राम महराजगंज चौकी गणेशमोड़ को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया है। जहां से उन्हें जेल भेजा गया है।
बिना पीएम करवाए बच्चे का शव वापस ले आया था अधीक्षक-
बच्चे को चोट लगने पर उससे पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। यहां स्थिति बिगड़ने पर अंबिकापुर जिला अस्पताल ले जाया गया। पर ज्यादा खून बहने के चलते बच्चे की रास्ते में ही मौत हो गई थी। जिला अस्पताल पहुंचने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। वही बच्चे की मौत के बाद आश्रम अधीक्षक बिना पीएम करवाए बच्चे का शव वापस हॉस्टल ले आया था। परिजनों और स्थानीय नागरिकों के विरोध के बाद शव का पीएम करवाया गया। परिजनों और स्थानीय लोगों ने इस मामले में कड़ी कार्यवाही की मांग की थी।