CG News: फर्जी डॉक्टर बर्खास्त: फर्जी दिव्यांग सर्टिफिकेट के सहारे नेत्र सहायक के पद पर कर रहा था काम, जेडी हेल्थ ने जारी किया बर्खास्तगी आदेश

CG News: नेत्र सहायक का दिव्यांग सर्टिफिकेट जांच में फर्जी मिला है। फर्जी दिव्यांग सर्टिफिकेट के सहारे नेत्र सहायक के पद पर नौकरी हासिल कर ली थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर संभागीय संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं ने नेत्र सहायक सामंतक कुमार टंडन को सेवा से बर्खास्त कर दिया है।

Update: 2025-08-31 07:54 GMT

CG News: बिलासपुर। नेत्र सहायक की नौकरी हासिल करने के लिए डॉ. सामंतक कुमार टंडन ने श्रवण बाधित का फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट बनवा लिया था। चिकित्सक द्वारा फर्जी श्रवण बाधित सर्टिफिकेट बनवाने की शिकायत की गई थी। शिकायत के आधार पर विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम बनाकर जांच कराई गई। जांच में शिकायत को सही पाते हुए जांच दल ने फर्जी मेडिकल प्रमाण पत्र हासिल करने वाले चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की थी। संभागीय संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं ने आदेश जारी कर डॉ. सामंतक को बर्खास्त कर दिया है।

जांजगीर-चांपा जिले के ग्राम कोटिया निवासी प्रदीप कुमार ने शिकायत की थी। शिकायत में उन्होंने चिकित्सक पर फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट के सहारे नौकरी हथियाने और पूरे मामले की जांच की मांग की थी। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए डॉ. सामंतक द्वारा नौकरी लगने से पहले पेश किए गए दस्तावेजों की पड़ताल की गई। श्रवण बाधित का मेडिकल सर्टिफिकेट लगाया था,इसी आधार पर उसकी नौकरी भी लग गई थी। वर्तमान में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मस्तूरी अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, लोहर्सी में पदस्थ थे।

जांच में फर्जी मिला मेडिकल सर्टिफिकेट

शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सीएमएचओ को पत्र लिखकर दिव्यंगता प्रमाण पत्र की मेडिकल बोर्ड से जांच कराने और रिपोर्ट पेश करने का निर्देश राज्य सरकार ने दिया था। राज्य शासन के निर्देश के बाद डॉ. सामंतक को मेडिकल बोर्ड के सामने उपस्थित होकर दिव्यंगता की जांच कराने और नए सिरे से प्रमाण पत्र हासिल करने कहा था। मेडिकल बोर्ड की जांच में श्रवण बाधित होने का प्रमाण पत्र झूठा पाया गया।

जांच रिपोर्ट में नेत्र सहायक सामंतक टंडन की सुनने की क्षमता पूर्णतः सामान्य पाई गई। बहरापन का कोई लक्षण नजर नहीं आया। जांच दल ने पूर्व में डा सामंतक द्वारा हासिल किए गए मेडिकल सर्टिफिकेट को फर्जी बताया है। डॉ. सामंतक की नियुक्ति नेत्र सहायक अधिकारी के पद पर सीधी भर्ती के माध्यम से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लोहर्सी मस्तूरी में की गई थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर जेडी स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. स्वाति वंदना सिसोदिया ने नेत्र सहायक डा सामंतक कुमार टंडन को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। छग स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने फर्जी विकलांगता प्रमाण पत्र जारी करने वाले चिकित्सक के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है। दिव्यांग कोटे से भर्ती खासकर ईएनटी विभाग में पदस्थ सभी कर्मचारियों की नए सिरे से मेडिकल बोर्ड के समक्ष परीक्षण कराने की मांग की है।

मुंगेली जिले में मेडिकल सर्टिफिकेट वाले कर्मचारी हैं, सरकार के राडार में

फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट के सहारे नौकरी करने वाले जिले में छत्तीसगढ़ में मुंगेली जिला टाप पर है। शिक्षक विभाग के अलावा राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में तकरीबन तीन दर्जन ऐसे कर्मचारी व शिक्षक हैं जो फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट के आधार पर नौकरी कर रहे हैं। प्रमाण पत्रों के साथ ही ऐसे लोगों की मेडिकल बोर्ड से फिजिकल टेस्ट कराने की मांग की गई है। हाई कोर्ट में भी इस संबंध में याचिका दायर की गई है।

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