CG में दो ननों की गिरफ्तारी, केरल से दिल्ली तक मचा हड़कंप, केरल CM हुए नाराज, पीएम मोदी से कहा...
CG News: दुर्ग स्टेशन पर तीन महिलाओं के साथ दो नन को किया गया गिरफ्तार, केरल सीएम ने पीएम मोदी को लिखा पत्र। इधर धर्मांतरण के आरोपों पर पुलिस की जांच जारी है।
CG News: रायपुर। केरल की दो नन को छत्तीसगढ़ पुलिस ने दुर्ग में उस वक्त गिरफ्तार कर लिया, जब वे स्टेशन से आगरा के फातिमा अस्पताल जा रही थीं। उनके साथ तीन महिलाएं हैं और बजरंग दल का आरोप है कि धर्मांतरण के लिए दबाव बनाया गया है। जबकि केरल सरकार ने स्पष्ट कहा है कि गिरफ्तारी गलत है। तीनों महिलाएं व्यस्क हैं और नया काम शुरू करने के लिए उनके साथ आगरा जा रही थीं। केरल के सीएम के हस्तक्षेप के बाद अब दिल्ली से छत्तीसगढ़ तक हड़कंप मच गया है। कांग्रेस ने इसे मुद्दा बना लिया है और मामला सियासी रंग लेने लगा है।
कांग्रेस ने भाजपा पर अटैक करते हुए कहा है कि भाजपा शासित राज्यों में अल्प संख्यकों को टारगेट कर प्रताडि़त किया जा रहा है। अब केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने पीएम नरेंद्र मोदी से छत्तीसगढ़ में गिरफ्तार कैथोलिक ननों को न्याय दिलाने के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की है। कांग्रेस का कहना है कि केवल बजरंग दल के लोगों के दावे पर विश्वास कर ये गिरफ्तारियां की गई हैं। सीएम ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में प्रकरण की निष्पक्षता और पारदर्शिता से जांच करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि हिरासत में जाने के बाद दोनों नन अपने रिश्तेदारों तक से बात नहीं कर सकी हैं।
जानें कौन हैं दोनों नन?
बताया जाता है कि यह दोनों नन मलयाली हैं और ग्रीन गार्डन्स धार्मिक समुदाय से हैं। इनके नाम हैं सिस्टर वंदना और सिस्टर प्रीति। ये दोनों ही तीन महिलाओं के साथ ट्रेन से आगरा जा रही थीं, तभी बजरंग दल के लोगों ने रोक लिया और पुलिस बुला ली।
सीरो-मालाबार चर्च सामने आया
इस गिरफ्तारी के बाद सीरो-मालाबार चर्च भी सामने आ गया है। इस चर्च ने दोनों नन की गिरफ्तारी की निंदा की है और इसे अल्पसंख्यकों पर हमला बताया है। चर्चा इस बात को दोहराया है कि ये नन तीन व्यस्क महिलाओं के साथ आगरा के फातिमा अस्पताल जा रही थीं, जहां उन्हें नया काम शुरू करना था। सभी जरूरी दस्तावेज साथ होने के बावजूद, दुर्ग रेलवे स्टेशन पर बजरंग दल के कार्यकर्ता होने का दावा करने वालों ने उन्हें रोक लिया। चर्च ने आगे कहा है कि ननों ने पेशेंट की देखभाल में अहम योगदान दिया है, उन पर झूठा आरोप लगाया गया, जिसकी वजह से उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
कांग्रेस ने की आलोचना
केरल कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में इस गिरफ्तारी को लेकर भाजपा और संघ परिवार की कड़ी आलोचना की है। एआईसीसी महासचिव के सी वेणुगोपाल और विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने भाजपा शासित राज्यों में अल्पसंख्यकों पर हमले का उदाहरण कहा है। ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में वेणुगोपाल ने कहा कि भाजपा शासित राज्यों में अल्पसंख्यकों पर हमलों में भारी बढ़ोतरी देखी गई है, चाहे वह छत्तीसगढ़ हो, ओडिशा हो या मध्य प्रदेश हो।
सीबीसीआई ने कहा-मामला मनगढंत
भारतीय कैथोलिक बिशप सम्मेलन (सीबीसीआई) ने गिरफ्तारी के मामले में प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से हस्तक्षेप की माँग की है। सीबीसीआई ने कहा कि यह पूरा मामला मनगढ़ंत है। सीबीसीआई के एक प्रवक्ता ने कहा कि ननों को बजरंग दल ने झूठे आरोपों में गिरफ्तार किया है। पादरियों और ननों के खिलाफ हाल ही में हुई हिंसा चिंताजनक है। सीबीसीआई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है।