CG Me Aaj Ka Mausam: पूरी तरह से लौटा मानसून: हल्की ठंड का होने लगा एहसास, अगले दो दिन मौसम रहेगा साफ, जानिए अपने जिले के मौसम का हाल
CG Me Aaj Ka Mausam Kaisa Rahega: रायपुर: छत्तीसगढ़ में अब मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल गया है, क्योंकि मानसून की विदाई हो गई है। ऐसे में मौसम विभाग (IMD) ने किसी भी जिले के लिए अलर्ट जारी नहीं किया है। वहीं छत्तीसगढ़ में आज का मौसम (CG Me Aaj Ka Mausam) शुष्क रहेगा।
CG Me Aaj Ka Mausam
CG Me Aaj Ka Mausam Kaisa Rahega: रायपुर: छत्तीसगढ़ में अब मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल गया है, क्योंकि मानसून की विदाई हो गई है। ऐसे में मौसम विभाग (IMD) ने किसी भी जिले के लिए अलर्ट जारी नहीं किया है। वहीं छत्तीसगढ़ में आज का मौसम (CG Me Aaj Ka Mausam) शुष्क रहेगा।
मानसून की विदाई की साथ ठंड की दस्तक
मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, छत्तीसगढ़ से दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई हो गई है। ऐसे में अब लोगों को बारिश से राहत मिलने वाली है। इसके साथ ही प्रदेश में हल्की ठंड ने दस्तक दे दी है, जिसके कारण आज का मौसम शुष्क रहेगा। वहीं मौसम विभाग (IMD) ने किसी भी जिले के लिए अलर्ट जारी नहीं किया है।
पिछले 24 घंटे में ऐसा रहा मौसम का हाल
मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में छत्तीसगढ़ के किसी भी जिले में बारिश दर्ज नहीं की गई है। वहीं अगले दो दिनों बाद प्रदेश में मौसम का मिजाज बदलने की संभावना है। यानी की कहीं कहीं पर हल्की बारिश की आशंका है। वहीं पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा तापमान राजनांदगांव में 33.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, वहीं अंबिकापुर में सबसे कम 17.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
छत्तीसगढ़ में अब तक कितनी बारिश हुई है
मौसम विभाग (IMD) की माने तो अक्टूबर के महीने में 8 अक्टूबर तक औसतन 28.3 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन इस बार 59.1 मिलीमीटर ज्यादा 109 प्रतिशत बारिश हुई। वहीं 1 जून से 30 सितंबर तक छत्तीसगढ़ में 1167.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। इस दौरान बलरामपुर में 52 प्रतिशत ज्यादा यानी कि 1520.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। वहीं बेमेतरा में 50 प्रतिशत कम 524.5 मिलीमीटर बारिश हुई है।
चार जिलों में बनी बाढ़ की स्थिति
छत्तीसगढ़ के बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर में भारी बारिश हुई है। छत्तीसगढ़ के इन चार जिलों में इतनी बारिश हुई कि नदी नाले उफान पर आ गए और बाढ़ की स्थिति बन गई, जिसकी वजह से 200 से ज्यादा मकान ढह गए और कई परिवारों को प्रभावित भी होना पड़ा। इस दौरान कई लोगों की मौत भी हो गई।