CG Bemetara News: सात शिक्षिकाओं और चार आया को थमाया बर्खास्तगी आदेश, DEO कार्यालय में बेहोश हुई शिक्षिका

CG Bemetara News: खनिज न्यास निधि से नौकरी कर रहे सात शिक्षिकाओं और चार आया को रविवार के दिन डीईओ ऑफिस बुला सेवा से पृथक करने का आदेश थमा दिया गया है। आदेश पा एक शिक्षिका बेहोश हो गई।

Update: 2025-10-27 12:43 GMT

CG Bemetara News: बेमेतरा। बेमेतरा जिले के स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल में कार्यरत 7 प्री-प्राइमरी शिक्षिकाओं और 4 आया को रविवार के दिन डीईओ ऑफिस बुला बर्खास्तगी आदेश थमा दिया गया। जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) कार्यालय में इन्हें बुलाकर सेवा समाप्ति का आदेश सौंपा गया। इस दौरान एक शिक्षिका की तबीयत बिगड़ने से वह मौके पर ही बेहोश हो गईं।

जानकारी के अनुसार, इन शिक्षिकाओं और आया की नियुक्ति वर्ष 2022-23 में खनिज न्यास निधि (DMF Fund) के माध्यम से की गई थी। इनके वेतन का भुगतान भी इसी फंड से किया जाता रहा है, लेकिन पिछले एक वर्ष से अधिक समय से कई शिक्षिकाओं को मानदेय नहीं मिला। बार-बार आवेदन देने और शिकायतों के बावजूद अधिकारियों ने कोई समाधान नहीं किया।

इधर, जिले के आत्मानंद स्कूलों में शिक्षक पदों के 50 फीसदी से अधिक पद रिक्त हैं। ऐसे में फंड की कमी का हवाला देकर शिक्षिकाओं को सेवा से मुक्त करना सवालों के घेरे में है। खास बात यह है कि DMF फंड के दुरुपयोग को लेकर पहले से ही कई शिकायतें सामने आ चुकी हैं। शिक्षिकाओं की पीड़ा — “तीन साल से पढ़ा रही हूं, अब कह रहे हैं फंड नहीं है”

आत्मानंद स्कूल बेरला की शिक्षिका वर्षा चौबे ने बताया

“हमें प्रिंसिपल के जरिए डीईओ कार्यालय बुलाया गया और वहां सेवा समाप्ति का नोटिस दे दिया गया। मैं तीन साल से 70 बच्चों को अकेले पढ़ा रही हूं। अब अचानक कहा जा रहा है कि खनिज न्यास निधि में फंड नहीं है, इसलिए हमें हटा दिया गया।”

इसी तरह, बेमेतरा आत्मानंद स्कूल की शिक्षिका सविता ने कहा

“मैं सात महीने से लगातार पढ़ा रही हूं लेकिन आज तक एक रुपये वेतन नहीं मिला। रविवार को बुलाकर हमें सेवा समाप्ति का पत्र थमा दिया गया।”

विभाग ने कहा

इस पूरे मामले पर जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि —“शिक्षिकाएं और आया नियमित कर्मचारी नहीं हैं। जिला खनिज न्यास निधि और अन्य स्रोतों से भुगतान संभव नहीं हो पा रहा है, इसलिए सेवाएं समाप्त करनी पड़ीं। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए नए शिक्षकों की जल्द नियुक्ति की जाएगी। वहीं, जो वेतन लंबित है, उसका भुगतान जल्द किया जाएगा।”

मामले में जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा ने डीईओ कार्यालय की कार्रवाई को “अमानवीय और योजनाबद्ध” बताया। उन्होंने कहा —“रविवार के अवकाश के दिन शिक्षिकाओं को बुलाकर सेवा समाप्ति का आदेश देना निंदनीय है। डीईओ कार्यालय यह कहकर पल्ला झाड़ रहा है कि फंड नहीं है, जबकि सच्चाई यह है कि DMF फंड में चल रही बंदरबांट को छिपाने के लिए यह कदम उठाया गया है।”

वही बर्खास्त शिक्षिकाओं का कहना है कि उन्होंने पूरे तन मन लगा कर विभाग का काम किया है,बावजूद इसके उन्हें सेवा से पृथक कर दिया गया जिसके चलते मानसिक प्रताड़ना के अलावा उनके सामने रोजी रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है।

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