Bilaspur News: सिम्स अस्पताल में मरीज की परिजन से सुपरवाइजर ने की छेड़छाड़, मचा हड़कंप...

Bilaspur News: संभाग के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज अस्पताल सिम्स में एक बार फिर छेड़छाड़ की घटना हो गई। भोजन ठेकेदार के सुपरवाइजर ने मरीज के महिला परिजन से छेड़छाड़ की। इंटर्न डॉक्टरों ने सुपरवाइजर की पिटाई करते हुए उसे पुलिस के सुपुर्द कर दिया।

Update: 2024-09-10 08:10 GMT

Bilaspur News बिलासपुर। संभाग के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज अस्पताल सिम्स में मरीज के महिला परिजन से भोजन ठेकेदार के सुपरवाइजर ने छेड़छाड़ की। इस दौरान बीच बचाव करने आई है करने महिला से भी सुपरवाइजर ने मारपीट की। शोर मचाने पर पहुंचे इंटर्न डॉक्टरों ने सुपरवाइजर की जमकर पिटाई कर दी। इससे पहले भी महिला इंटर्न डॉक्टरों ने छेड़छाड़ का आरोप एक वरिष्ठ चिकित्सक पर लगाया था।

पूरा मामला रविवार रात 10 बजे के आसपास का है। सिम्स में मरीजों को भोजन प्रदान करने के लिए ठेका दिया गया है। उक्त ठेके को ठेकेदार द्वारा निष्पादित किया जा रहा है। इसके लिए ठेकेदार ने वार्ड में मरीजों को भोजन बांटने के लिए कर्मचारी रखे है। कर्मचारी के ऊपर सुपरवाइजर है। सुपरवाइजर उससे रात में मरीज के परिजन से छेड़छाड़ करने लगा। इस बीच अन्य मरीज के महिला परिजन ने जब छेड़छाड़ होते देखा तो वह बचाव करने पहुंची। तब सुपरवाइजर ने उससे भी मारपीट कर दी। इस बीच शोर मचाने पर हल्ला सुनकर अलग-अलग वार्डों में ड्यूटी पर उपस्थित 10 से 12 इंटर्न डॉक्टर वहां पहुंचे। वार्ड में भर्ती मरीज के परिजन और इंटर्न डॉक्टरों ने सुपरवाइजर की जमकर पिटाई कर दी।

सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंची। हालांकि परिजनों के द्वारा अपराध दर्ज करवाए जाने से इनकार करने पर छेड़छाड़ का अपराध दर्ज नहीं हुआ पर पुलिस ने सुपरवाइजर को थाने लाकर प्रतिबंधात्मक धाराओं में कार्यवाही की।

बता दे अस्पताल में छेड़छाड़ का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी यहां कई मामले सामने आ चुके हैं। कुछ दिनों पहले यहां के इंटर्न महिला डॉक्टरों ने यहां के एक प्रोफेसर पर प्रताड़ना का भी आरोप लगाया। इस मामले पर डीन ने जांच कमेटी भी बनाई है। ऐसे में सीसीटीवी कैमरा नहीं होने के कारण अहम सबूत एकत्रित नहीं हो पा रहे है। इसके अलावा आए दिन एसी के कॉपर वायर और अस्पताल के सामान भी चोरी हो रहे हैं। लेकिन फुटेज नहीं होने से चोर पकड़ में नहीं आ पा रहे है।

अस्पताल में जहां यह घटना हुई वहां 2 से 3 कैमरे लगे हुए है। इसके बाद भी सिम्स अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज नहीं मिल पाई है। सिम्स अधीक्षक कार्यालय में इन सभी कैमरों पर निगरानी की जाती है। वहां के कर्मचारी ने बताया कि 52 कैमरों में से केवल 5 कैमरे ही चालू हैं। बाकी सभी कैमरे बंद हैं। इनके सुधार के लिए रखरखाव करने वाली कंपनी को पत्र लिखा गया है। लेकिन महीने भर बीत जाने के बाद भी कैमरों की मरम्मत नहीं हो पाई है।

सुपर वाइजर को निकाला गया काम से

वहीं दूसरी तरफ शिकायत मिलने के बाद सुपरवाइजर को भोजन ठेकेदार ने काम से निकाल दिया। भोजन ठेकेदार मिनेश चरण ने बताया कि विवाद की सूचना मिलने पर सुपरवाइजर को काम से निकाल दिया गया है। अब वह दोबारा सिम्स में नजर नहीं आएगा।

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