IPS नुपुर करेगी सुशांत मौत मामले की CBI जांच को लीड….पिछले साल ही आयी थी 2007 बैच की ये अफसर CBI में प्रतिनियुक्ति पर…..1994 व 2004 बैच के ये दो IPS करेंगे केस का सुपरविजन

Update: 2020-08-19 08:54 GMT

मुंबई 10 अगस्त 2020 । सुप्रीम कोर्ट ने सुशांत केस की सीबीआई जांच की इजाजत दे दी है। कोर्ट के ग्रीन सिग्नल के बाद कल ही CBI की टीम पूरे इन्वेस्टिगेसन को टेकओवर कर लेगी। कल मुंबई दो CBI के SP और एक इन्वेस्टिगेशन अफसर पहुंच रहे हैं। सीबीआई ने इसकी जांच के लिए जिन अफसरों को जिम्मेदारी दी है, उनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पसंदीदा अफसर और जांच एजेंसी के ज्वाइंट डायरेक्टर मनोज शशिधर, गगनदीप गंभीर और नुपूर प्रसाद शामिल हैं।सीबीआई के संयुक्त निदेश मनोज शशिधर और डीआईजी गगनदीप गंभीर दोनों गुजरात कैडर के अधिकारी हैं. जबकि, नुपुर प्रसाद 2007 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं. वह एजीएमयूटी कैडर की हैं.

गुजरात कैडर के 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी शशिधर की छवि एक तेज तर्रार और ईमानदार अधिकारी की रही है। इनकी अगुआई में बनी सीबीआई एसआईटी विजय माल्या और वीआईपी हेलीकॉप्टर घोटाले की जांच कर चुकी है। एसआईटी की दूसरी सदस्य डीआईजी गगनदीप गंभीर हैं। यूपी में अवैध खनन घोटाला और बिहार का सृजन घोटाला, इन दोनों मामलों की जांच में गगनदीप शामिल रही हैं।

इन दोनों अधिकारियों की निगरानी में एसपी नूपुर प्रसाद जांच टीम को लीड करेंगी। नूपुर प्रसाद इससे पहले सृजन घोटाले के अलावा जर्नलिस्ट उपेंद्र राय मामले की जांच कर चुकी हैं। बिहार के गया जिले के टिकारी की रहने वाली आईपीएस अफसर नुपुर प्रसाद सीबीआई की तेज तर्रार अधिकारी के रूप में जानी जाती हैं. फिलहाल नुपुर सीबीआई में बतौर एसपी के पद पर कार्यरत हैं. सुशांत केस का जिम्मा मिलने के बाद नुपूर प्रसाद के गांव में खुशी का माहौल है. वहीं, सुशांत के फैन्स भी न्याय की उम्मीद जता रहे हैं.

कौन है नूपुर प्रसाद

टिकारी के सलेमपुर गांव की रहने वाली नुपुर प्रसाद 2007 बैच की एजीएमयूटी कैडर की आईपीएस हैं. नुपुर दिल्ली के शाहदरा की डीसीपी भी रह चुकी हैं. नुपुर की नियुक्ति सीबीआई में बीते साल की गई थी. सुशांत केस की जांच के लिए सीबीआई ने जो टीम का गठन किया है. उसमें 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी सीबीआई के संयुक्त निदेशक मनोज शशिधर और केस का सुपरविजन 2004 बैच की महिला आईपीएस अधिकारी गगनदीप गंभीर करेंगी.

कानून की पढ़ाई करने वाले केरल निवासी आईपीएस मनोज शशिधर करेंगे जांच की निगरानी

1994 बैच के आईपीएस मनोज शशिधर केरल के रहनेवाले हैं. मास्टर डिग्री हासिल करनेवाले मनोज ने लॉ की डिग्री हासिल की है. गुजरात में मनोज शशिधर खुफिया विभाग में एडीजी के पद पर रह चुके हैं. साथ ही वडोदरा के कमिश्नर भी रह चुके हैं. इसी साल जनवरी में मनोज शशिधर ने सीबीआई में संयुक्त निदेशक पद पर पांच सालों के लिए नियुक्त किये गये हैं. अब वह सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले की जांच करनेवाली एसआईटी को नेतृत्व करेंगे.खास बात है कि सुशांत केस की जांच करने वाले दोनों टॉप अफसर गुजरात कैडर के आईपीएस हैं। मनोज शशिधर को पीएम मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का खास माना जाता है। उन्हें इसी साल के शुरू में सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर पद पर नियुक्त किया गया था।नरेंद्र मोदी जब गुजरात के सीएम थे, तो मनोज शशिधर ने लंबे समय तक उनके साथ काम किया था। विशेषकर क्राइम और इंटेलिजेंस में शशिधर को खासी महारत हासिल है। कानून व्यवस्था के मामले में उनकी छवि दिलेर अफसर वाली रही है। कई ऐसे मामले रहे हैं, जिनमें उन्होंने त्वरित गति से निर्णय लेकर मामले को बिगड़ने से रोक दिया।वे गोधरा रेंज के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के पद पर भी रहे हैं। वहां पर उनके अच्छे काम के चलते उन्हें इंटेलिजेंस महकमे के मुखिया की जिम्मेदारी दी गई। गुजरात की विजय रूपाणी सरकार के दौरान भी वे अहम पदों पर रहे हैं।

सृजन घोटाले की जांच टीम की सदस्य रही हैं आईपीएस गगनदीप गंभीर

2004 बैच के गुजरात कैडर की आईपीएस गगनदीप गंभीर तेज तर्रार महिला अधिकारी हैं. पंजाब की रहनेवाली गगनदीप ने भी मास्टर की डिग्री हासिल की है. 45 वर्षीया गगनदीप स्पेशल क्राइम ब्रांच के पहले एसआईटी में रह चुकी हैं. उन्होंने उत्तर प्रदेश में अवैध माइनिंग, अगस्ता वेस्टलैंड डील, विजय माल्या, सृजन घोटाला जैसे दर्जनों मामले की तफ्तीश की है.

 

मालूम हो कि मुंबई के उपनगर बांद्रा के अपने अपार्टमेंट में राजपूत 14 जून को छत से फांसी से लटकते पाये गये थे. पटना निवासी सुशांत सिंह राजपूत के 77 वर्षीय पिता कृष्ण किशोर सिंह की शिकायत पर बिहार पुलिस ने भी कार्रवाई शुरू कर दी थी. बिहार में इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होनेवाले हैं और लोगों में अभिनेता की मौत पर रोष को देखते हुए राज्य ने मामले को सीबीआई के पास भेजने की अनुशंसा की.

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