IAS Sarveshwar Narendra Bhure Biography in Hindi: आईएएस सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे का जीवन परिचय (जीवनी), जानिए कौन है छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे?

IAS Sarveshwar Narendra Bhure Biography, Hindi, Age,wiki, wife,Family, Children, Name, Date of Birth, wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth: आईएएस सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे छत्तीसगढ़ कैडर के 2011 बैच के आईएएस हैं। वे मूलतः महाराष्ट्र के रहने वाले है। एमबीबीएस की पढ़ाई के बाद आईएएस बने है। उनका पूर्व में चयन आईपीएस के लिए भी हुआ था। वर्तमान में राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव है।

Update: 2024-05-06 09:30 GMT

IAS Sarveshwar Narendra Bhure

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एनपीजी। इस सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे छत्तीसगढ़ कैडर के 2011 बैच के आईएएस है। सामान्य शिक्षक परिवार में जन्मे सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे सरकारी स्कूल से पढ़ाई कर इस मुकाम तक पहुंचे है। प्रथम प्रयास में आईपीएस बनने वाले भरे दूसरी बार यूपीएससी दिलाकर आईएएस बने। प्रदेश के वीवीआईपी जिले समेत प्रदेश की राजधानी के भी कलेक्टर बन चुके हैं। आईए जानते हैं उनके बारे में...

जन्म और शिक्षा:–

छत्तीसगढ़ कैडर के 2011 बैच के आईएएस डॉक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे का जन्म महाराष्ट्र राज्य के भंडारा जिले के लखानंदुर गांव में 12 सितंबर 1984 को हुआ था। उनके पिता शिक्षक थे। डॉक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे की पहली से लेकर दसवीं तक की शिक्षा गांव के सरकारी स्कूल में हुई। 11वीं 12वीं की शिक्षा उन्होंने भंडारा शहर से पूरी की उन्होंने अपनी पूरी स्कूली शिक्षा अपनी मातृभाषा मराठी में पूरी की है। 12वीं के बाद पुणे के सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के लिए डॉक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे का चयन हो गया। एमबीबीएस अंग्रेजी में होने के चलते डॉक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भरे को शुरू में काफी परेशानियां हुई मगर अपनी मेहनत के बलबूते पर उन्होंने एमबीबीएस क्लियर किया।

यूपीएससी में चयन:–

एमबीबीएस के बाद सर्वेश्वर पूरे यूपीएससी की तैयारी करने लगे। आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए हुए मेडिकल कॉलेज में सुबह 10 से 5 तक पढ़ाते थे। फिर घर आने के बाद रात में पढ़ाई करते थे। यूपीएससी की तैयारी के दौरान उनकी शादी हो गई। नौकरी के साथ ही पारिवारिक दायित्व भी भूरे निभाते थे और यूपीएससी की तैयारी भी करते थे। डॉक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे की पत्नी डॉ रश्मि भूरे ने भी तैयारी में विशेष योगदान दिया। उन्होंने सर्वेश भूरे को यूपीएससी की तैयारी के लिए प्रेरित किया। एक समय ऐसा आया कि डॉक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भरे केवल यूपीएससी की तैयारी पर ध्यान देने लगे और पत्नी के वेतन से खर्च चलने लगा।

2009 यूपीएससी से अपने पहले प्रयास में डॉक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे आईपीएस बने और उन्हें 2010 बैच एलॉट हुआ। 2010 यूपीएससी से आईएएस बने और उन्हें 2011 बैच और छत्तीसगढ़ कैडर एलॉट हुआ।

प्रोफेशनल कैरियर:–

डॉक्टर भूरे ने 29 अगस्त 2011 को आईएएस की सर्विस ज्वाइन की। उनकी फील्ड ट्रेनिंग के लिए पहली पोस्टिंग सहायक कलेक्टर के रूप में बस्तर में हुई। उसके बाद बिलासपुर जिले में बिल्हा एसडीएम, पेंड्रारोड़ एसडीएम बने। बिलासपुर जिला पंचायत सीईओ भी बने। बिलासपुर के बाद कवर्धा के जिला पंचायत सीईओ बने।

कवर्धा में जिला पंचायत सीईओ के रूप में उन्होंने शुगर फैक्ट्री का निर्माण रिकॉर्ड 10 महीने में करवाया। देश में सर्वाधिक शुगर उत्पादन करने वाली मिल में कवर्धा के भोरमदेव शक्कर खाने का नाम आता है। इसके अलावा कवर्धा के आदिवासी इलाकों में पानी की समस्या दूर करने बड़ी संख्या में कुंए खुदवाए।

कलेक्टर के रूप में उनकी पहली पोस्टिंग मुंगेली जिले में हुई। मुंगेली के बाद हुए दुर्ग जिले के कलेक्टर बने। दुर्ग में उस समय कोविड की सेकेंड लहर थी। इस दौरान कलेक्टर के दायित्वों के साथ ही एक डॉक्टर के दायित्वों का निर्वहन अपनी चिकित्सक पत्नी डॉक्टर रश्मि भूरे के साथ मिलकर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने किया।

दुर्ग के बाद में रायपुर के कलेक्टर बने। सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे मिशन संचालक राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन भी रहें है। वर्तमान में राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव है।

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