Shivaji Statue Collapse: कलेक्टर की छुट्टी: मूर्ति ढहने के मामले में सरकार ने कलेक्टर को हटाया, डिमोशन भी हुआ, जाने पूरा मामला
Shivaji Statue Collapse: सिंधुदुर्ग जिलाधिकारी किशोर एस तावड़े का अचानक तबादला कर दिया गया है.
Shivaji Statue Collapse: महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति ढह गयी. इस घटना से पूरे राज्य में आक्रोश की लहर है. साथ ही राज्य में सियासत भी तेज है. इस घटना को लेकर प्रधानमंत्री मोदी, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम अजित पवार ने इस घटना के लिए माफी मांग चुके हैं. इस बीच मामले में राज्य सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. सिंधुदुर्ग जिलाधिकारी किशोर एस तावड़े का अचानक तबादला कर दिया गया है.
सिंधुदुर्ग कलेक्टर का ट्रांसफर
जानकारी के मुताबिक़, छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति ढहने की घटना के बाद सिंधुदुर्ग के जिलाधिकारी किशोर एस तावड़े का अचानक तबादला कर दिया गया है. इतना ही नहीं उनका डिमोशन भी किया गया है. उन्हें गैर-आईएएस जूनियर प्रशासनिक स्तर की श्रेणी की जिम्मेदारी दे दी गई है. किशोर एस तावड़े महाराष्ट्र राज्य कृषि निगम लिमिटेड के नए प्रबंध निदेशक होंगे. वहीँ, उनकी जगह हाफकिन बायो-फार्मास्युटिकल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आईएएस अनिल ए. पाटिल(IAS Anil A. Patil) को सिंधुदुर्ग का नया जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है. इसे लेकर सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) द्वारा सोमवार देर रात आदेश जारी किया है.
क्या है मामला
बता दें, 26 अगस्त को सिंधुदुर्ग के राजकोट किले में स्थापित की गई 35 फुट की छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा तेज हवा और बारिश से ढह गयी थी. इस प्रतिमा का अनावरण 4 दिसंबर, 2023 को इस प्रतिमा का अनावरण किया गया था. इस प्रतिमा के निर्माण पर महाराष्ट्र सरकार ने करीब 2.36 करोड़ रुपये खर्च किए थे. इस घटना से राज्य में खूब सियासत हुई. मामले की जांच के जांच करने के लिए एक टीम का गठन किया गया. महाराष्ट्र कला निदेशालय के निदेशक राजीव मिश्रा के अनुसार, 35 फीट ऊंची प्रतिमा बनाने की नहीं बल्कि 6 फीट ऊंची प्रतिमा बनाने की अनुमति दी गई थी. जो की घटना का कारण हो सकती है. राज्य भर में जमकर विरोध-प्रदर्शन किया.
इसी बीच अचानक महाराष्ट्र सरकार ने सिंधुदुर्ग के जिलाधिकारी किशोर एस तावड़े को हटा दिया है. किशोर सदाशिव तावड़े महाराष्ट्र सिविल सेवा के बैच 2011 के अधिकारी है. जिन्हे 2020 में पद्दोनत कर भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) कैडर में शामिल किया गया है.